15 वे वर्ष की पांचवी यात्रा पहुची मां के दरबार
जमकर भजन-कीर्तन में भक्ति के रस में झूमें भक्त
हाथरस। जिसके यहां संतान सुख नहीं है, जो दीन-हीन है, वैभव संपन्न जीवन का आकांक्षी है, जिसको सत्रुओं से कष्ट है या फिर कार्यों में सफलता नहीं मिलती तो वह ब्रज की कुल देवी बंदी, आनंदी और मनोवांञ्छा देवी की शरण में आता है तो सर्वगुण संपन्नता पाता है।
यह उद्गार पं. योगेश्वर महाशय जी महाराज ने ब्रज की द्वार देहरी से पहुंची ब्रज बरसाना यात्रा मंडल की वर्ष 2022 की पांच यात्रा के मौके पर बतौर मंदिर की महिमा का बखान करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने बताया कि मां बंदी देवी सभी को बंदन मुक्त करती हैं।
अर्थात आपका कोई नहीं बन रहा है शुरू करते कार्य में अड़चने आजाती हैं तो उस भक्त को मां बंदी असफलता के बंदनों से मुक्त कर देती हैं। इन्होंने ही श्री कृष्ण की प्रार्थना पर मां देवकी और बाबा वसुदेव को बंदन मुक्त किया था। इसके बाद ही बाबा वसुदेव ने लाला को गोकुल स्थित नंद भवन में पहुँचाया था। माता आनंदी (योगमाया) भक्तों के यहां पर आनंद दात्री हैं। दुष्टों और सत्रुओं की संहारक हैं। इन्होंने ही कंस को यह चेतावनी दी थी कि, “अरे कंस तू मेरा क्या करेगा पहलेअपनेआपको ही बचालेना। क्योंकि तेरा मारने बाला तो अब इस धरती पर जन्म ले चुका है।” माता आनंदी ने ही ब्रज के बच्चों की दुष्ट कंस के राक्षसों से रक्षा की थी। जबकि मनोवांञ्छा देवी अपने भक्तों की कल्याणकारी इच्छाओं की पूर्ति करने वाली हैं। उन्होंने बताया कि इन देवियों का निकास स्थान तो महावन है। वृतांत बताते हुए कहा। कि करीब 4000 (4) हजार वर्ष पुरानी बात है कि एक सेठ घासीरामा थे उनको माताओं ने स्वप्न दिया और कहां का हम गांव फडफड़िया खेड़ा में हैं। गांव में खुदाई करवाओ। सेठ जी ने जब यहां आकर खुदाई करवाई तो पहले मां बंदी निकली, फिर माता आनंदी, फिर मनोवांञ्छा देवी निकली और बाद में लांगुरा बलवीर निकले।
क्षेत्र की महिमा का बखान सुन सभी ने मां बंदी, आनंदी और मनोवांञ्छा देवी के दर्शन किये और पं. योगेश जी महासय ने सभी को मां का चरणामृत प्रदान किया।
यात्रा में योगेंद्रमोहन शर्मा, प्रदीप अग्रवाल, रमेशचन्द्र वर्मा एडवोकेट, आशा शर्मा, भागीरथ शर्मा एडवोकेट, जितेन्द्र वार्ष्णेय, मनोज वार्ष्णेय, मदनगोपाल वार्ष्णेय प्रेस वाले, देवदत्त उपाध्याय एडवोकेट, संजीव माहेश्वरी, शरद अग्रवाल, पंकज शर्मा, रोचक जैन, पंकज गुप्ता, आशीष जैन, विकास अग्रवाल, सचिन अग्रवाल देवेश दीक्षित एडवोकेट व संजय दीक्षित एडवोकेट आदि भक्तजन शामिल थे।