मथुरा। श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि जो भी सनातन धर्म के बारे में गलत टिप्पणी करें, उस पर मोदी सरकार सख्त कार्रवाई करे। हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि जो लोग सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं, वह लोग बताएं कि वह धर्म के खिलाफ हैं या देश के खिलाफ। यदि धर्म के खिलाफ हैं तो इस्लाम धर्म अपना लें और यदि देश के खिलाफ हैं तो पाकिस्तान चले जाएं। हमारे भारत देश का खाते हैं और गुण गान पाकिस्तान का करते हैं, आखिर यह लोग चाहते क्या हैं, जो लोग हमारे धार्मिक ग्रंथो पर टिप्पणी करते हैं। सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी करते हैं उन लोगों का डीएनए टेस्ट होना चाहिए। मोदी सरकार से आग्रह है कि उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
दिनेश शर्मा श्री कृष्ण जन्म भूमि से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाला केस लड़ रहे हैं, और सनातनी हिंदुओं के लिए लड़ाई लड़ते रहते हैं। दिनेश शर्मा ने मथुरा न्यायालय में एक प्रार्थना पर दिया था कि श्री कृष्ण जन्मभूमि ईदगाह में लड्डू गोपाल जी का अभिषेक होना चाहिए और ईदगाह मस्जिद को गंगा जमुना जल से धोकर शुद्ध करना चाहिए, उनकी प्रार्थना पत्र पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है और न्यायालय में विचाराधीन है, दिनेश शर्मा ने न्यायालय में मांग की थी कि लाउडस्पीकर से अजान बंद होनी चाहिए और ईदगाह मस्जिद की पुरातत्व विभाग के अधिकारियों द्वारा सर्वे होनी चाहिए जिससे मस्जिद के नीचे दवे हुए मंदिर के साक्ष्य उजागर होंगे और हिंदुओं को न्याय मिलेगा , इन सभी प्रार्थना पत्र पर न्यायालय में विचार चल रहा है और सभी केसों को मथुरा न्यायालय से उच्च न्यायालय इलाहाबाद ट्रांसफर कर दिया गया है। ज्ञान व्यापी में सर्वे होने के बाद मथुरा में भी सर्वे के लिए मांग तेज हो गई है । हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने संकल्प किया था कि जब तक मथुरा में ईदगाह मस्जिद नहीं हटेगी तब तक वह नंगे पैर रहेंगे और आज भी वह अपने संकल्प पर अडिग है। दिनेश शर्मा पहले हिंदू महासभा में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रह चुके हैं और अब श्री कृष्ण जन्म भूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष हैं। हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा पर मथुरा प्रशासन ने दंगा भड़काने का केस दर्ज कर दिया है जो न्यायालय में विचाराधीन है, दिनेश शर्मा ने कहा कि हम रहे या ना रहे हमारा देश रहना चाहिए, हमारा कृष्ण जन्म भूमि मंदिर आजाद होना चाहिए। दिनेश शर्मा चंद्रशेखर आजाद को अपना आदर्श मानते हैं और उन्हीं की तरह कट्टर हिंदू वादी हैं। दिनेश शर्मा ने मथुरा न्यायालय में मंदिर से मीना मस्जिद को हटाने के लिए लड़ाई जारी रखी है और कृष्ण जन्मभूमि के बगल में रेलवे की जमीन पर जो अवैध कब्जे हुए थे उनको हटाने के लिए भी राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन और रेल मंत्री को प्रार्थना पत्र दिया था दिया था, शिकायत पर कार्रवाई करते हुए रेल प्रशासन ने सभी अवैध कब्जों को हटा दिया है। इस हिंदूवादी नेता ने बिजली विभाग से शिकायत की थी तब जाकर ईदगाह की बिजली चोरी पकड़ी गई और ईदगाह कमेटी पर 3 लाख का जुर्माना हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया की ईदगाह कमेटी से बिजली विभाग के अधिकारी मिले हुए हैं और फर्जी बिजली कनेक्शन दे रखा है जिसकी जांच के लिए वह कई बार मुख्यमंत्री को लिख चुके हैं। हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा मूलतः गोवर्धन के निवासी हैं और मथुरा वृंदावन ब्रज क्षेत्र में कहीं भी हिंदुओं की समस्या होती है तो वह आगे मौजूद रहते हैं और संघर्ष करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने बच्चों को केवल यही समझाते हैं कि बेटा अपने देश और धर्म के काम आओ, पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ सनातन धर्म की रक्षा करो, अपने देश धर्म के लिए शहीद होने में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा हमारे भारतीय सेना के जवान बॉर्डर पर रहकर देश की रक्षा करते-करते शहीद हो जाते हैं उन सभी को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए और उनके बच्चों का पढ़ाई लिखाई का खर्चा सरकार को उठाना चाहिए और उनको सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।