बागेश्वर महाराज जी को साक्ष्य नहीं दिखा रहे हैं देवकीनंदनजी महाराज
मथुरा। श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि आगरा जामा मस्जिद की सीढ़ियों में हमारे ठाकुर जी के विग्रह नहीं है। दिनेश शर्मा श्रीकृष्ण जन्मभूमि से शाही ईदगाह को हटाने वाले केस में मुख्य वादी है और सुप्रीम कोर्ट में भी वरशिप एक्ट 1991को हटाने के लिए केस लड़ रहे हैं। हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने बताया कि देवकीनंदन महाराज जी ने जल्दबाजी में यह फैसला ले लिया है, उनको पहले जामा मस्जिद में मूर्तियां के साक्ष्य देखना चाहिए थे, उसके बाद न्यायालय में जाना चाहिए था। लोकसभा चुनाव की जल्दबाजी में उन्होंने यह कदम उठाया है। दिनेश शर्मा ने बताया कि मुगल शासक औरंगजेब ने भगवान श्रीकृष्ण जन्म भूमि मंदिर को तोड़ा और तोड़ करके उसमें जो भी भगवान की मूर्तियां थी या विग्रह थे, वह सभी बहुत कीमती थे और उनमें सोना चांदी हीरे जवाहरात जड़े हुए थे। मुगल शासक लुटेरा था, उसने सब कुछ लूट कर अपने खजाने में शामिल कर लिया था। मथुरा श्रीकृष्ण जन्म भूमि से संबंधित कोई भी विग्रह जामा मस्जिद की सीढ़ियों में नहीं है। उन्होंने कहा कि देवकीनंदन महाराज आगरा में जामा मस्जिद की सीढ़ियों के लिए बागेश्वर महाराज को साथ में ले जाकर लाखों सनातनियों के साथ आगरा जाना चाहते हैं और यह दिखाना चाहते हैं कि हमारे ठाकुर जी जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबे हुए हैं। जबकि सभी बृजवासी,सभी सनातनी जानते हैं कि मथुरा श्री कृष्ण जन्मभूमि के ठाकुर जी की मूर्तियों को औरंगजेब ने अपने खजाने में शामिल करके मंदिर की संपत्ति को भी लूट लिया था और मंदिर को तोड़कर उसने एक बहुत बड़ा चबूतरा बनवाया और उस स्थान पर एक बिल्डिंग बनाई, जिसको हम और आप कथित ईदगाह मस्जिद कहते हैं। हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने बताया कि मथुरा जन्मभूमि मंदिर के जितने भी अवशेष और प्राचीन साक्ष्य हैं वह सभी मथुरा ईदगाह मस्जिद के नीचे दबे हुए हैं, आगरा जामा मस्जिद में कुछ नहीं है। दिनेश शर्मा ने कहा की जामा मस्जिद में मुगल शासको की मिट्टी है जिसको हम और बृजवासी और सनातनी हिंदू देखना पसंद नहीं करेंगे। उन्होंने बागेश्वर महाराज से अपील की है कि उनको जामा मस्जिद की लड़ाई में नहीं पड़ना चाहिए और केवल मथुरा श्रीकृष्ण जन्म भूमि मंदिर से ईदगाह मस्जिद को हटाने के लिए संघर्ष में मदद करनी चाहिए। दिनेश शर्मा ने कथावाचक देवकीनंदन महाराज जी से भी अपील की है कि जामा मस्जिद की सीढ़िया में कुछ नहीं है आप मथुरा की लड़ाई को आगरा नहीं ले जाएं, यदि आप सच्चे सनातनी हिंदू हैं तो मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि के लिए संघर्ष कीजिए।