फ्री शिक्षा, फ्री चिकित्सा ही मेरा लक्ष्यः किशन चौधरी
मथुरा। एक न्यूज चैनल का सलाना कॉनक्लेव ‘‘लीजेंड ऑफ यूपी’’ का आयोजन किया। इस समारोह में केएम विश्वविद्यालय के चांसलर किशन चौधरी को लीजेंड ऑफ यूपी के अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के केबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, सांसद हेमा मालिनी, केन्द्रीय मंत्री एसपी बघेल, कथावाचक अनिरुद्ध आचार्य सहित कई धर्मगुरू शामिल हुए।
विदित रहे कि न्यूज चैनल “लीजेंड ऑफ उत्तर प्रदेश“ के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मथुरा और उससे आगे उत्कृष्ट लोगों के बीच गर्व और एकता की भावना को प्रेरित करना है, जिससे उत्तर प्रदेश को एक राज्य बनाने में उनकी भूमिका को मजबूत किया जा सके। इसी को लेकर वृंदावन के रूक्मिणी बिहार स्थित एक होटल में लीजेंड आफ उत्तर प्रदेश का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन केबिनेट मंत्री, केन्द्रीय मंत्री तथा स्थानीय सांसद ने किया। इसके बाद सम्मान समारोह में मथुरा की प्रमुख हस्तियां, जिनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किया, उपस्थित रहे। केएम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति किशन चौधरी को चैनल द्वारा लीजेंड ऑफ उत्तर प्रदेश अवार्ड से सम्मानित किया गया।
चैनल पर चर्चा के दौरान कुलाधिपति से उत्तर प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास, मथुरा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और उनके विश्वविद्यालय-हॉस्पिटल से संबंधित चर्चा की गई।
शिक्षा को लेकर साक्षी द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देते हुए कुलाधिपति किशन चौधरी ने कहा कि 2002 शिक्षा के क्षेत्र में इंटर कॉलेज खोलकर कदम रखा था। हमारे शहरी क्षेत्र में विश्वविद्यालय बहुत थे लेकिन देहात में नहीं थे, ग्रामीण क्षेत्र की बहिन-बेटियां एवं भाइयों को दूरी के साथ आर्थिक संकट भी था, जिसे दृष्टिगत रखते हुए केएम विवि की नींव रखी गई, जिससे हमारे यहां की बहिन बेटियां एवं भाई शिक्षित होकर आत्मनिर्भर बन सकें, अब बिना पढ़े मेरे क्षेत्र की कोई भी बहिन, बेटी व भाई अशिक्षित न रहे।
मेडिकल कॉलेज के एक प्रश्न का जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि मैं जनता हूं कि दवाइयों में पैसा बहुत खर्च होता है, निम्न आर्थिक स्थिति के परिवार ज्यादा नहीं खर्च कर सकते, इसलिए हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज की स्थापना की। अब मेरा प्रयास है कि मेरे ब्रज में कोई बीमार और अनपढ़ न रहे।
निःशुल्क इलाज के लिए पूरे जनपद में 20 बसें प्रतिदिन मरीजों को निःशुल्क लेकर आती है, उन्हें उपचार के बाद उनके गतंव्य छोड़ने जाती है। इसी प्रकार से मथुरा के दर्जनों वृद्ध आश्रम मेरे द्वारा गोद लिए हुए हैं, जिनका पूरा खर्च वो स्वयं वहन करते हैं। मेरा मानना है कि आने वाले पांच वर्षों में मेरा विश्वविद्यालय प्रदेश में नम्बर वन पॉजिशन पर होगा क्योंकि मैं और मेरी पूरी टीम मेहनत कर रही है, उन्होंने आगे बताया कि पूरे जनपद के ग्रामीण अंचलों में ओपीडी खोली गई हैं, जिनमें एमबीबीएस और पीजी डाक्टर्स लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे हैं। नीट परीक्षा, नई शिक्षा नीति और यूथ पर उन्होंने अपनी बेबाक राय रखी। कार्यक्रम में इस दौरान केएम विवि के रजिस्ट्रार पूरन सिंह भी चांसलर के साथ मौजूद रहे।