कैंसर होने की स्थिति में शुरूआती अवस्था में इलाज है संभव : ईएनटी विभाग

मथुरा। गुटखा सेवन करने से मुंह में दर्द और खाने पीने से लाचार हुए नेम सिंह के लिए केएम हॉस्पिटल वरदान साबित हुआ है, चार महीने पूर्व हीरालाल का 37 वर्षीय पुत्र नेम सिंह को पता लगा कि उसके जबड़े में कैंसर है। वह केएम पहुंचा यहां ईएनटी विभाग के असिटेंट डाक्टर साझी जैन, डा. दीपक सिंहल, डा. निशांत गिल ने सर्जरी द्वारा जबड़ा कैंसर का सफल ऑपरेशन कर नेम सिंह को नया जीवन प्रदान किया है। परिजनों ने केएम विवि के कुलाधिपति एवं डाक्टर्स टीम की दिल से प्रशंसा की है।
नाक, कान गला (ईएनटी) विभाग की असिटेंट प्रोफेसर डा. साक्षी जैन ने बताया नेम सिंह बड़ी ही चिंताजनक स्थिति में यहां आया था, कैंसर ने उलटे जबड़ा की हड्डियां और दांतों को गला दिया था जिससे पूरी बॉडी में कैंसर फैलने का डर था। आयुष्मान के जरिए उसका कार्सिनोमा बुक्कल म्यूकोसा के रोगियों में पीएमएमसी फ्लैप पुनर्निर्माण विधि से निःशुल्क ऑपरेशन किया गया है। नेम सिंह की छाती से चमड़ी निकालकर (फ्लैप) मुंह पर लगाया गया है। इस जटिल ऑपरेशन में करीब पांच घंटे का समय लगा। उन्होंने बताया किसी भी मरीज को अगर दो हफ्ते से ज्यादा समय तक मुंह में छाला है तो उन्हें तुरंत ईएनटी स्पेशलिस्ट से परामर्श करना चाहिए, ताकि कैंसर होने की स्थिति में शुरूआती अवस्था में ही इलाज किया जा सके। सर्जरी टीम में डा. साक्षी जैन, डा. दीपक सिंहल, डा. निशांत गिल, डा. अमोध, डा. तरल कचौरिया आदि डाक्टर शामिल रहे।
केएम विवि के कुलाधिपति किशन चौधरी, वाइस चालंसर डा. डीडी गुप्ता, प्रो. वाइस चासंलर डा. शरद अग्रवाल, एडीशनल मेडीकल सुप्रीडेंट डा. आरपी गुप्ता, मेडीकल प्राचार्य डीन डा. पीएन भिसे ने सफल कैंसर ऑपरेशन के लिए ईएनटी विभाग के डाक्टर्स और उनकी टीम को बधाई दी एवं मरीज का हालचाल जाना। लाभार्थी नेम सिंह ने सभी कैंसर रोगियों से अपील की है कि कैंसर का इलाज संभव है, जिसका इलाज मैंने करवाया है।