श्री श्यामा-श्याम भगत-सांगीत अखाड़ा के ख़लीफ़ा और ख्याति प्राप्त स्वांग गायक अमरनाथ वर्मा (सुदामा जी) पंचतत्व में विलीन

बृज दर्शन

मथुरा। छत्ता बाजार स्थित श्री श्यामा-श्याम भगत-सांगीत अखाड़ा के ख़लीफ़ा व ख्याति प्राप्त स्वांग गायक अमरनाथ वर्मा (सुदामा जी) इस धराधाम को त्याग कर पंचतत्व में विलीन हो गए, उनके ज्येष्ठ पुत्र सुनील वर्मा ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इस अवसर पर भगत-सांगीत से जुड़े समुदाय ने उन्हें सजल नेत्रों से भावभीनी विदाई दी जिसमें राज्यपाल से पुरस्कृत वरिष्ठ लोकनाट्यविद व श्री बजरंग अखाड़े के उस्ताद डॉ. खेमचन्द यदुवँशी शास्त्री के साथ साथ सुप्रसिद्ध स्वांग कलाकार ताराचन्द प्रेमी,प. होतीलाल पाण्डेय,लेखराज बैनीवाल,प. हरिओम शर्मा,हीरा लाल,ओंकार नाथ,ताराचन्द सोरोट,लोकगायक भगवानदास अज्ञानी,, अशोक कुमार नीलेश, अमित कुमार,लोकेन्द्र नाथ कौशिक आदि प्रमुख थे।
अमरनाथ वर्मा जी गिर्राज-मनोहर के समय के गायक रहे जिन्होंने महिला व पुरुष पात्रों के रूप में बखूबी अभिनय किया साथ ही ब्रज कला संघ नामक नौटंकी पार्टी का लगभग 25 साल से अधिक समय तक संचालन किया। हरिश्चन्द्र स्वांग में उनके द्वारा कुँवर रोहित का अभिनय सर्वप्रिय था साथ ही मथुरा के लगभग सभी अखाड़ों की भगत में उन्होंने अभिनय किया। उनकी आवाज इतनी बुलन्द थी कि बिना लाउडस्पीकर के ही दूर तक सुनी जाती थी। वह आकाशवाणी व दूरदर्शन के ग्रेडेड कलाकार थे तथा अनेकानेक सम्मानों से उनको नवाज़ा जा चुका था जिनमें ब्रज संस्कृति केन्द्र द्वारा-सांगीत स्वर-सम्राट और प. नथाराम गौड़ लोक साहित्य शोध-संस्थान द्वारा नथाराम लोक कला सम्मान प्रमुख थे।

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