मथुरा। समाज में पत्रकार की एक अहम भूमिका होती है। पत्रकार अपनी इस भूमिका से समाज एवं युवाओं की दिशा और दशा दोनों बदल सकता है। इसलिए पत्रकार को हमेशा सकारात्मक सोच के साथ समाचार प्रकाशित करने पर ध्यान देना चाहिए। उक्त उद्गार संत गोविंदानंद तीर्थ महाराज ने सारथी परिवार द्वारा आयोजित पत्रकार परिचर्चा एवं पत्रकार सम्मान समारोह में व्यक्त किए।
सारथी परिवार द्वारा गुरूवार को मसानी तिराहा स्थित ब्रज कला केंद्र पर ’पत्रकार परिचर्चा एवं पत्रकार सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ संत गोविंदानंद तीर्थ महाराज, पद्मश्री मोहनस्वरूप भाटिया, अमर उजाला के जिला प्रभारी एसएस अवस्थी, दैनिक जागरण के जिला प्रभारी विनीत मिश्र, हिंदुस्तान के जिला प्रभारी दिलीप चतुर्वेदी एवं सहायक सूचना निदेशक प्रशांत ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं उनके सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया।
संत गोविंदानंद तीर्थ महाराज ने उपस्थित कलमकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया समाज को देश और दुनिया में हो रही घटना-दुर्घटनाओं से तुरंत ही अवगत कराता है। मीडिया जनतंत्र, लोकतंत्र अर्थात् गणतंत्र में एक महत्वपूर्ण स्तंभ माना जाता है। पत्रकार की कही बात को पूरा देश और दुनिया सुनती है। पत्रकार की लेखनी अर्थात् समाचार का समाज पर एक गहरा असर पड़ता है। अतः पत्रकारों को अपनी खबरों को सोच समझकर और सकारात्मक सोच के साथ प्रकाशित करने पर ध्यान देना चाहिए। श्री महाराज ने कहा कि पत्रकार को अपनी कलम का सदैव सदुपयोग ही करना चाहिए। इसका गलत उपयोग नहीं करना चाहिए। कई बार जब सत्ता पक्ष से सवाल करने में विपक्ष की भूमिका नगण्य हो जाती है तब भी मीडिया को ही आगे आकर विपक्ष की भूमिका निभाते हुए सरकार से उसके गलत कामों को लेकर सवाल करना चाहिए, क्यों कि यह उनका उत्तरदायित्व भी बनता है। अंत में उन्होंने सभी पत्रकारों को सम्मानित बताते हुए अपनी वाणी को विराम दिया।
पद्मश्री मोहनस्वरूप भाटिया ने संबोधित करते हुए कहा कि एक पत्रकार को हमेशा पैनी नजर रखनी चाहिए। रास्ते में हर जगह खबरें मिलती हैं। बस उसे परखने के लिए पत्रकार वाली नजर चाहिए। इस बात को साबित करने के लिए उन्होंने अपने कुछ अनुभव भी उपस्थित पत्रकारों के साथ साझा किए। कहा कि पत्रकार को अपनी खबर छापने से पहले एक बार उस खबर के प्रकाशित होने के बाद उससे होने वाले असर के बारे में अवश्य सोच लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने पत्रकारों को कुछ सुझाव भी दिए।
सहायक सूचना निदेशक
प्रशांत ने कहा कि मुझे श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में काम करने का अवसर मिला। इसके लिए मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं। सूचना विभाग सभी पत्रकारों को सदैव सम्मान करता रहा है और मेरे कार्यकाल में भी सभी पत्रकारों को उचित सम्मान मिलेगा। इसके लिए मैं सभी कलमकारों को अपनी ओर से पूरा भरोसा दिलाता हूं।
अतिथियों के उद्बोधन के बाद उपस्थित वरिष्ठ पत्रकारों को सारथी परिवार के सचिव मफतलाल अग्रवाल, संत गोविंदांनद तीर्थ महाराज एवं पद्मश्री मोहनस्वरूप भाटिया द्वारा संयुक्त रूप से प्रमाण पत्र प्रदान कर एवं पटुका ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। हास्य कवि सबरस मुरसानी ने अपनी रचनाओं से जमकर हास्य बरसाया। इससे पूर्व सारथी परिवार के सचिव मफतलाल अग्रवाल ने सभी मुख्य व विशिष्टि अतिथियों का पटुका व माला पहनाकर स्वागत व अभिनंदन किया। उद्घोषक दीपक गोस्वामी द्वारा मंच संचालन किया गया। जगदीश वर्मा समंदर द्वारा उपस्थित अतिथियों व पत्रकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम व्यवस्था प्रभारी चंद्रशेखर गौड़ एवं ललित अग्रवाल रहे।
सम्मान प्राप्त करने वाले पत्रकारों में राजेश भाटिया, राजीव अग्रवाल, गिरीश कुमार, केके अरोड़ा, मनोज चौधरी, महेश वार्ष्णेय, ऋषि भारद्वाज, कासिम खान, राकेश शर्मा, अंतराम सिंह, मोहनश्याम शर्मा, पवन गौतम, अनिल सारस्वत, गौरव चौधरी, सुशील गोस्वामी, हेमंत शर्मा, अनुपम आचार्य, रिंकू वर्मा, वेदप्रकाश गौतम, प्रमेंद्र अस्थाना, विपिन पाराशर, निर्मल राजपूत, अंशू गौड़, धाराजीत सारस्वत, पवन शर्मा, ब्रजवासी लाल सहित अन्य सम्मानीय पत्रकार शामिल रहे।