अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता ने जाटों से प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने की अपील जारी की
राजस्थान, यूपी, दिल्ली, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकारों ने ही जाटों को आरक्षण दिलाया था
सपा-रालोद गठबंधन प्राकृतिक नहीं, सपा ने जयंत चौधरी के प्रत्याशियों की जगह अपने प्रत्याशी खड़े किए
जाट न भूलें कि मुलायम सिंह यादव ने ही अजित सिंह को मुख्यमंत्री बनने से रोका था
मथुरा। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता एचपी सिंह परिहार ने जाट समाज से अपील की है कि वह भाजपा को वोट देकर प्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनवाएं। जाटों की सच्ची हितैषी भाजपा ही रही है। मुलायम परिवार कभी जाट हितेषी नहीं रहा। सपा-रालोद गठबंधन प्राकृतिक नहीं है। सपा ने अपने स्वार्थ में यह गठबंधन किया है, जिससे समाज के लोगों को सचेत रहना होगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एचपी सिंह परिहार का कहना है कि प्रदेश में प्रथम चरण में जो चुनाव होने जा रहे हैं उसमें जाट समाज की सबसे अहम भूमिका है। ऐसे में जाटों को यह समझना होगा कि हमारा हित किस दल में सुरक्षित है?
योगी सरकार में लव जेहाद थमा रहा
योगी सरकार में ही पश्चिमी यूपी में हमारी बहन बेटियों को सुरक्षा मिली। यदि गठबंधन की सरकार बनी तो पहले की तरह लव जिहाद जैसे कांड होंगे। उसकी सबसे ज्यादा शिकार हमारे समाज की बहन बेटियां ही होंगी। अखिलेश यदि मुख्यमंत्री बने तो एक संप्रदाय विशेष के अपराधी उनसे कंट्रोल नहीं होंगे।
पांच राज्यों में भाजपा सरकारों में ही मिला जाट आरक्षण
श्री परिहार ने याद दिलाया कि उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में जब भी आरक्षण मिला है वह भाजपा की देन रही है। वर्ष 1999 में प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी जी ने राजस्थान में सबसे पहले जाटों को आरक्षण दिया था। वर्ष 2000 में जाट नेता स्व साहब सिंह वर्मा ने दिल्ली में जाटों को आरक्षण दिलाया था। वर्ष 2000 में तत्कालीन भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री स्व राम प्रकाश गुप्ता ने उत्तर प्रदेश में जाट समाज को आरक्षण दिलाया था। मध्यप्रदेश में सुंदरलाल पटवा जी ने ही जाटों को आरक्षण दिलाने की पटकथा लिखी थी। 2002 में हिमाचल प्रदेश में भी भाजपा सरकार ने आरक्षण दिया था। अन्य प्रदेशों में भाजपा की जब भी सरकार आई, जाट समाज के हित में कार्य हुए।
सपा-लोद सपा गठबंधन प्राकृतिक नहीं
उन्होंने कहा है कि रालोद और सपा का गठबंधन प्राकृतिक नहीं है। जाट समाज का भला सपा कभी नहीं चाहती। हमें यह भी नहीं भूलना होगा कि मुलायम सिंह ने हमारे महान किसान नेता स्व चरण सिंह के सुपुत्र अजित सिंह को मुख्यमंत्री बनने से रोका था और राजनीति में उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया था।
जाट आरक्षण में सदैव बाधक रहा मुलायम परिवार
प्रदेश में जब जाट आरक्षण प्राप्त हुआ तो मुलायम सिंह यादव ने ही विरोध किया था। अब भी राजवीर सिंह यादव नाम के व्यक्ति से खत्म कराने के लिए कोर्ट में रिट डलवा रखी है। जब मनमोहन सिंह सरकार ने 2014 में जाट समाज को केंद्र में आरक्षण दिया तब भी यादव समाज के लोगों ने खासकर सपा ने सुप्रीम कोर्ट पैरवी कर आरक्षण को निरस्त करवाया। इसकी पैरवी की आर्थिक मदद शिवपाल सिंह यादव और रामगोपाल सिंह यादव ने की थी। इन दोनों ने सुप्रीम कोर्ट में आरक्षण निरस्त करने की रिट डलवाई थी।
श्री एच पी सिंह परिहार ने कहा है कि इन दो लड़कों के गठबंधन का एक लड़का सिर्फ अपना व अपने परिवार का ही विकास करता है जबकि दूसरा लड़का अपना विकास कर ही नहीं पाया। ऐसे में समझा जा सकता है कि दोनों मिलकर प्रदेश का विकास कैसे कर पाएंगे?
रालोद की सीटों पर सपा ने खड़े किए कई प्रत्याशी
इस गठबंधन में इतनी ज्यादा खामियां हैं कि अपने जयंत चौधरी को सपा मुखिया अखिलेश ने कई सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े नहीं करने दिए।
हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि जाट समाज के दो युवक सचिन और गौरव की हत्या के बाद मुजफ्फरनगर में सपा शासन में हमारे समाज के लोगों को किस तरह मारा गया। तत्कालीन मंत्री आजम खां के इशारे पर जाटों की हत्या कराई गई थी। इनके सत्ता में आते ही मथुरा ज़िले में कोसीकलां व जवाहर बाग में भयंकर दंगे हुए। दुबारा से रामवृझ जैसे लोगों को पैदा करने का मौक़ा नहीं देना है।
भाजपा से मिलकर ही रालोद को जीत हासिल होती है
श्री परिहार ने याद दिलाया कि भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर ही मथुरा से जयंत चौधरी सांसद बने थे। इसके अलावा पश्चिम चार अन्य सीटों पर लोकसभा का चुनाव भी रालोद ने भाजपा के गठबंधन से जीता था। रालोद ने सपा या दूसरी पार्टियों से मिलकर जब भी चुनाव लड़ा उसे उम्मीद के अनुरूप सफलता नहीं मिली।
जाट राजनीतिक परिस्थितियों पर मंथन करें और भाजपा की सरकार बनवाएं
अतः पश्चिम के जाट समाज के लोगों को मंथन करना होगा कि हमारा भला किस दल की सरकार कर सकती है? भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जिसकी सरकार बनने पर पश्चिम में हमारी बहन-बेटियां सुरक्षित रह सकेंगी।
भाजपा की सरकार बनने पर हमारा जाट समाज का आरक्षण भी बचेगा अन्यथा गठबंधन में हमारे भाई जयंत को राजनीतिक तौर पर मजबूत नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश में मिल रहा आरक्षण भी खतरे में पड़ जाएगा। अतः जाट समाज के लोग भाजपा को ही जिताएं।