फर्जीवाड़ा पकड़ने के लिए 3 माह पुराने दिव्यांग प्रमाण पत्रों की जांच शुरू

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मथुरा। सीएमओ कार्यालय द्वारा जारी किए गए दिव्यांग प्रमाण पत्रों की जांच मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेश पर शुरू कर दी गई है। टीम द्वारा प्रमाण पत्रों की फाइल तलब की गई है। जारी कुछ प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी एवं ऑन लाइन फीडिंग में भी गड़बड़ी संभव है। कर्मचारी भी निशाने पर हैं।  नोडल अधिकारी को भी पत्र जारी किया गया है।  

कई लोग दिव्यांग प्रमाण पत्रों के जरिए सरकारी नौकरी प्राप्त कर ली हैं। एसटीएफ द्वारा फर्जीवाड़ा भी पकड़ा जा चुका है। जांच में कुछ प्रमाण पत्र गलत मिले हैं। अस्थाई प्रमाण पत्रों के जरिए कईयों को मिल गईं। कुछ लोगों ने  सेटिंग-गेटिंग के जरिए अपने प्रमाण पत्र अधिक प्रतिशत के बनवा लिए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की बदनामी हो रही है। सीएमओ डॉ.एके वर्मा द्वारा दिव्यांग प्रमाण पत्रों को लेकर  नाराजगी जाहिर की गई है। जारी किए गए प्रमाण पत्रों की जांच के आदेश दिए गए हैं।

सीएमओ के निर्देश पर कंट्रोल रूम प्रभारी डॉ.भूदेव सिंह ने जारी किए गए प्रमाण पत्र तलब किए हैं। सम्बधित बाबू द्वारा पिछले तीन माह के भीतर जारी किए गए प्रमाण पत्र दिखाए गए। जांच कर रहे डॉ.भूदेव सिंह एवं अन्य ने एक-एक दिव्यांग प्रमात्र की पत्र करना शुरू कर दिया गया है। इसमें कुछ प्रमाण पत्र अस्थाई जारी किए गए हैं। जो प्रमाण पत्र अस्थाई जारी किए गए उनमें एक-दो को ऑन लाइन में स्थाई कर  दिया गया है। ऑन लाइन फीडिंग में गड़बड़ी संभव है। हांलाकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।


तीन माह के दौरान जारी किए गए दिव्यांग प्रमाण पत्रों की जांच सीएमओ के निर्देश पर शुरू कर दी गई है। गलत प्रमाण पत्र जारी होने की सूचना विभाग को मिली है। इस पर सीएमओ द्वारा नाराजगी भी जाहिर की गई है। कुछ प्रमाण पत्र अस्थाई जारी किए गए हैं। ऑन लाइन फीडिंग में भी गड़बड़ी बताई गई है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
 -डॉ. भूदेव सिंह,कंट्रोल रूम प्रभारी  
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय

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