रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वृन्दावन में अंतरराष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस का आयोजन

बृज दर्शन

मथुरा। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वृन्दावन में अंतरराष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस और वार्षिकोत्सव का आयोजन सम्पन्न हुआ।
लगभग दोपहर 4 बजे को यह कार्यक्रम दीप प्रज्वलित कर प्रारम्भ हुआ। तत्पश्चात वैदिक मंत्रोच्चारण के माध्यम से छात्राओं ने आध्यात्मिक वातावरण बना दिया। इस उपलक्ष्य पर रामकृष्ण मिशन जम्मू के सचिव स्वामी यज्ञधरानंद जी महाराज, रेल विकास निगम लिमिटेड के डायरेक्टर-पर्सनल तथा सी एस आर के प्रमुख अजय कुमार और इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेन्टल हेल्थ एंड हॉस्पिटल की प्रधानाचार्या श्रीमती रेणुका डेविड उपस्थित थे।


रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम स्कूल ऑफ़ नर्सिंग, वृन्दावन की प्रधानाचार्य कुमारी रेणु बाला सिंह ने अपने स्वागत भाषण के साथ नर्सेस के योगदान को याद करने और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए हर साल आज (12 मई) ‘इंटरनेशनल नर्सेस डे’ मनाया जाता है। जनवरी, 1974 में इसे अंतरराष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा हुई। आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन को ही अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के तौर पर मनाया जाता है।


रामकृष्ण मिशन जम्मू के सचिव स्वामी यज्ञधरानंद जी महाराज ने सेवाश्रम के आदर्श वाक्य “मनुष्य की सेवा ही ईश्वर की सेवा है” को विस्तृत रूप से समझाते हुए नर्सेज़ को नैतिक व निःस्वार्थ रूप से कार्य करने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि फ्लोरेंस नाइटिंगेल एक नर्स थीं। युद्ध के दौरान वह नर्स के रूप में घायल सैनिकों की देखभाल के लिए रात में घूमती थी और नर्सिंग को उन्होंने एक नयी दिशा दे दी। उन्होंने सेवाश्रम के नर्सिंग स्कूल की छात्राओं को ज्ञान प्राप्त करने, कौशल विकसित करने और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उन्हें उपरोक्त आदर्श के साथ सक्षम, कुशल नर्स के रूप में कर्तव्यों का पालन करने में सक्षम बनना है। उन्होंने बड़े ही आकर्षक ढंग से कई उदाहरण देते हुए सभा को स्वामी विवेकानंद जी महाराज की कार्यपद्धति ‘आत्मनो मोक्षार्थं जगतहिताय च’ (स्वयं के मोक्ष के साथ-साथ जगत के हित के लिए कार्य करने) के सेवा भाव को विस्तृत रूप से समझाया ।
श्री अजय कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह अस्पताल ब्रजवासियों के लिए वरदान सिद्ध हुआ है। मैं इस संस्था के कार्यशैली से अत्यंत प्रसन्न हूँ। रेल विकास निगम लिमिटेड समय-समय पर इस संस्था को आर्थिक सहायता प्रदान करती है और इस संस्था के पारदर्शी कार्य से संतुष्ट है।
श्रीमती रेणुका डेविड ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नर्सिंग का कार्य एक नेक कार्य है। नर्सेज दिवस के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस की ओर से इस बार इंटरनेशनल नर्सेस डे 2022 की थीम है ‘नर्सेस: नेतृत्व के लिए एक आवाज – नर्सिंग में निवेश करें और ग्लोबल हेल्थ को सुरक्षित रखने के अधिकारों का सम्मान करें।
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वृन्दावन अस्पताल की नर्सिंग सुपरवाइज़र कुमारी पूनम ने अस्पताल के रिपोर्ट में बताया कि यह 300 बिस्तरों वाला यह बहु-विशिष्ट सुविधाओं से सुसज्जित धर्मार्थ अस्पताल कैंसर चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, ह्रदय चिकित्सा, मूत्र रोग चिकित्सा, गुर्दा रोग (मेघ रोग) चिकित्सा, स्नायु रोग चिकित्सा जैसी विशेष सुविधाओं के अलावा अन्य सभी साधारण सेवाएं प्रदान करता है। जनरल वार्ड में बिस्तर, दवाइयाँ, भोजन, ऑक्सीजन आदि पूर्ण रूप से निःशुल्क है।


रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम स्कूल ऑफ़ नर्सिंग, वृन्दावन के ट्यूटर श्री जय कुमार उपाध्याय ने स्कूल के रिपोर्ट में उल्लेख किया कि 1981 में शुरू हुआ, रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम स्कूल ऑफ नर्सिंग, वृंदावन को यू.पी. द्वारा विधिवत मान्यता प्राप्त है। राज्य चिकित्सा संकाय और भारतीय नर्सिंग परिषद। यह तीन साल के जनरल नर्सिंग और मिडवाइफरी डिप्लोमा कोर्स के लिए इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम, नियमों और विनियमों का पालन करता है। हर साल एक बैच में अधिकतम 30 लड़कियों को प्रवेश दिया जाता है। आज तक स्कूल अपने सभी छात्राओं को मुफ्त शिक्षा, बोर्ड और आवास प्रदान करता आया है। यह छात्राओं का ४० वां बैच है।
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वृन्दावन अस्पताल की नर्सिंग सुपरवाइज़र श्रीमती पारुल प्रसाद ने सभी का धन्यवाद देते हुए अस्पताल के सभी नर्सों को उनके सराहनीय कार्य के लिए उनकी प्रशंसा की । विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पश्चात यह अनुष्ठान समाप्त हुआ।
कार्यक्रम के पश्चात् रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, वृन्दावन अस्पताल के प्रभारी स्वामी कालीकृष्णानन्द जी महाराज ने प्रेस रिपोर्टरों से बातचीत करते हुए बताया कि सेवाश्रम अपने नित नूतन प्रयासों में निरंतर लगा हुआ है । वर्तमान हृदय रोगों की बढ़ती आवश्यकताओं को देखते हुए बहुत शीघ्र ही कैथ लैब बनकर तैयार हो जायगा और किफायती दरों पर हृदय चिकित्सा संभव हो सकेगी ।
उक्त कार्यक्रम में डॉक्टर थान सिंह तोमर, डॉ. सी के गुप्ता, डॉ. प्रणव देव, डॉ. खुराना, डॉ. सी. पी. चतुर्वेदी, डॉ. प्रशांत पाठक, डॉ. मयंक अग्रवाल, डॉ. सारिका सिंघल, डॉ. अरविन्द सिंघल, डॉ. सुरांगना अग्रवाल, डॉ. अंकित अग्रवाल, डॉ. अतुल हरितवाल, डॉ. गणेश शर्मा, डॉ. अमित कुमार गुप्ता, डॉ. शर्मा प्रशांत, डॉ. मीनाक्षी सहित अस्पताल के नर्स, भक्त तथा अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे।

Spread the love