रिचा शर्मा
मथुरा। मथुरा वृंदावन मार्ग स्थित आरटीओ ऑफिस में अधिकारियों की मनमानी नहीं थम रही। अपने लाइसेंस में नाम करेक्शन कराने के लिए पीड़ित चक्कर काट रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारी और कर्मचारी सुनवाई नहीं कर रहे।
विभागीय अधिकारी कर्मचारियो पर गंभीर आरोप लगाते हुए युवक ने बताया कि जब मैंने अपना लाइसेंस 2007 में बनवाया था तो उसमें राशन कार्ड में मेरे पिताजी का नाम शीशपाल था लेकिन मेरी कक्षा 8 की मार्कशीट में मेरे पिताजी का नाम शशिपाल था जैसे ही मेरे को पता चला कि मेरे लाइसेंस और मेरी मार्कशीट में मेरे पिता का नाम अलग-अलग है तो मैंने 2010 में वह नाम सही करा लिया था।
युवक ने आगे बताया कि साहब ने भी आदेश कर दिया है कि मार्कशीट के अकॉर्डिंग नाम सही कर दिया जाए, फिर भी अधीनस्थ अपनी मनमानी करते हुए मुझे परेशान कर रहे हैं ।
अगर कोई पीड़ित मीडिया या पत्रकार का सहारा लेता है तो उस पर भी आरटीओ ऑफिस की अधिकारी सरकारी काम में दखलंदाजी का झूठा आरोप लगाकर पुलिस का सहारा लेते हैँ।