रिचा शर्मा
मथुरा। यूं तो वृन्दावन भक्ति के लिए जाना जाता है, परंतु जैसे-जैसे यहां पर टूरिज्म बढ़ा उसी अनुपात में यहां पर आर्थिक घोटाले भी बढ़ गए हैं अभी तक तो कुछ बाहर से आए व्यक्ति मोटी ब्याज का लोभ देकर करोड़ो रूपये लेकर भाग गए हैं परंतु अब एक नया ताजा मामला शहर में चर्चाओं का विषय है। बताते चलें एक आढ़तिया व बिल्डर ने मिल कर दो व्यापारीयों को ठगने की योजना बनाई। जिसकी पटकथा इस तरह बनायी थी कि शहर के एक व्यापारी जो बिल्डिंग मैटेरियल का प्राइम लोकेशन पर स्तिथ प्रतिष्ठान है जिसकी कीमत करोड़ो है, उक्त प्रतिष्ठान को बेचने का सौदा एक दाल के थोक व्यापारी को साजिशकर्ताओं ने करोड़ो में करवा कर खरीददार दाल विक्रेता 1 करोड़ एडवांस ले लिया। बिल्डिंग मैटेरियल विक्रेता को एडवांस का एक पैसा नहीं मिला। साजिशकर्ताओं ने योजना के तहत बिल्डिंग मेटेरियल उसकी प्रोपर्टी बेचने के एवज में एक झूठी योजना के तहत अपनी जमीन बता कर जो वास्तव में थी किसी और कि का बिल्डिंग मैटेरियल व्यापारी से ऊँचे रेट में कर दिया। जिसमें साजिशकर्ताओं को 2 करोड़ की बचत हो रही थी।
साजिशकर्ताओं की योजनानुसार सब ठीक चल रहा था, बिल्डिंग मेटेरियल व दाल व्यापारी तय समयनुसार प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री हेतु रजिस्टार ऑफिस मथुरा पहुंच गए साजिशकर्ता ने बताया विक्रेता को की रजिस्ट्री साइन होने के उपरांत नगद आपको वृंदावन चल कर देंगे और शेष धनराशि के चेक देंगे, उन्होंने कुछ और ही तय कर रखा था लिखा पढ़ी सब तैयार होने के बाद रजिस्ट्री ऑफिस पर कंप्यूटर कनेक्टिविटी चली गई उस दिन दस्तावेज रजिस्टर्ड नहीं हो पाया तय हुआ कि अगले दिन आकर इस कार्य को पूर्ण किया जाएगा बिल्डिंग मटेरियल व्यापारी विक्रेता ने वृंदावन आ कर अपनी धनराशि की मांग की तो साजिशकर्ता ने धनराशि देने से मना कर यह कहा कि आपको जो जमीन खरीदनी है उसका एडवांस दे दिया जबकि दाल व्यापारी खरीददार व्यापारी ने मध्यस्थ साजिश कर्ताओं को एक करोड़ से अधिक की रकम दे चुका था जो बिल्डिंग मैटेरियल व्यापारी विक्रेता को प्राप्त नहीं हुई थी इसी बात को लेकर साजिशकर्ता और बिल्डिंग मटेरियल व्यापारी में आपस में ठन गई जिसके फलस्वरूप साजिशकर्ताओं का सारा प्लान धराशायी हो गया। अब साजिशकर्ता डकारी रकम न देने का मन बना चुके है और दोनों व्यापारियों को आपस मे लड़ाने का काम कर रहे है।