विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में “विश्व क्षितिज पर हिन्दी हिंदुस्तान की” विषयक व्याख्यानमाला का आयोजन
मथुरा। विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में “विश्व क्षितिज पर हिन्दी हिंदुस्तान की” विषयक व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया।
डैंपियर नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में व्याख्यानमाला का शुभारंभ साहित्यकार डॉ नटवर नागर, जन सहयोग समूह के संयोजक अजय कुमार अग्रवाल, पत्रकार चंद्र प्रताप सिंह, लोक नाट्यविद डॉ खेमचंद यदुवंशी और सुभाष सैनी द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। सभागार में उपस्थित वक्ताओं के अलावा वेबिनार के माध्यम से भारत व अन्य देशों से भी विद्वान वक्ता जुड़े और विचार रखे।
अध्यक्षता ग्रामीण विकास मंत्रालय (महाराष्ट्र सरकार) की अधिकारी श्रीमती आभा सिंह ने की। वेबिनार में नागपुर से जुड़े अजय कुमार सिंह ने की उपस्थिति में व्याख्यानमाला में वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
साहित्यकार व लोकनाट्यविद डॉ. खेमचन्द यदुवंशी ने – “हे ! ज्ञानदायनी हंसवाहिनी मात विमल मति दे…।” प्रस्तुत कर व्याख्यानमाला का शुभारंभ किया। तदोपरांत साहित्यकार व प्रधान संपादक (नेशनल एक्सप्रेस) विपिन गुप्ता ने एक ओर जहां हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित करने पर बल दिया वहीं दूसरी ओर युवा पत्रकार नरेंद्र भारद्वाज ने फिल्म कलाकारों द्वारा हिन्दी की उपेक्षा पर गहरी चिंता व्यक्त की। लेखक श पत्रकार चन्द्र प्रताप सिकरवार, किशोरी रमण महिला महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रागिनी अग्रवाल, कवयित्री व साहित्यकार डॉ. अनीता चौधरी, युवा अधिवक्ता कु पूर्णिमा सोलंकी, रतन लाल फूल कटोरी देवी बालिका विद्यालय की पूर्व प्राचार्य डा दीपा अग्रवाल ने हिंदी के वर्तमान का उल्लेख करते हुए भविष्य में विश्व स्तर पर इस भाषा को सर्वमान्य बनाए जाने पर बल दिया। साहित्यकार डॉ अनिता चौधरी ने कविता के माध्यम से हिंदी भाषा की विविधताओं पर प्रकाश डाला। पूर्णिमा सोलंकी एडवोकेट ने न्यायालय के कार्य में हिंदी को और बढ़ावा दिए जाने पर बल दिया।
अन्य विद्वान वक्ताओं में डॉ. रामसेवक शर्मा (निदेशक, सरस्वती विद्यामंदिर प्रकाशन ब्रज प्रान्त), गोविंद बिहारी (प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ), रामदास चतुर्वेदी (पार्षद-मथुरा-वृन्दावन नगर निगम), आशीष अग्रवाल (प्रवक्ता-श्रीजी बाबा विद्यामन्दिर,मथुरा), विजय कुमार गोयल (सम्पादक-ब्रज सम्वाद पत्रिका,आगरा),चंद्र मोहन अग्रवाल (संरक्षक-भारतीय भाषा अभियान,मथुरा), भूपेंद्र सिंह सोबती (प्रदेश महामंत्री-फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मण्डल, मथुरा), नरेश वर्मन (पूर्व वरिष्ठ शाखा प्रबंधक-न्यू इंडिया इंश्योरेंश कम्पनी,मथुरा), प्रो. डॉ. अमलेंदु निहार (बलिया), डॉ. अष्टभुजा मिश्रा (बनारस), डॉ. मुकेश कुमार वर्मा (जयपुर), डॉ. सीमा मोरवाल (मथुरा), डॉ. सोहन लाल शीतल(मथुरा), आशुकवि अनिल बोहरे (हाथरस), डॉ. सुल्तान अहमद रिज़वी (लखनऊ), डॉ. उषा यादव (आगरा) के साथ-साथ विश्व के अन्य देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए डॉ. अंजना सिंह (जर्मन), कपिल कुमार (बेल्जियम), डॉ. शिप्रा शिल्पी सक्सेना (जर्मन), प्राची चतुर्वेदी रंधावा (कनाडा), अशुतोष कुमार (लंदन), श्रध्दा मिश्रा (जर्मन), मदन लाल शर्मा (लंदन) आदि ने हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पोषित किये जाने पर बल दिया।
नागपुर से जुड़े रहे अजय कुमार सिंह ने सभी वक्ताओं के विचारों का सार संक्षेप रखा। बेबनार में सुभाष सैनी, अवधेश श्रोती, राकेश महेश्वरी (प्रधानाचार्य चम्पा अग्रवाल इंटर कॉलेज, मथुरा) अजय सिंह दिल्ली, प्रोफेसर पुनीत मंगला आदि प्रमुख रूप से रहे।
तीन घण्टे तक चली इस अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का सफल संचालन राज्यपाल द्वारा अकादमी पुरस्कार से पुरस्कृत वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. खेमचन्द यदुवंशी द्वारा किया गया। चिन्तक व जन सहयोग समूह के संयोजक अजय कुमार अग्रवाल ने सभी के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।