दीनदयालधाम में दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन का सांसद हेमामालिनी ने किया लोकार्पण

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गांव के लोगों ने भारत को बचा कर रखा है- रामलाल
फरह । सांसद हेमामालिनी ने कहा है कि मैं जब से मथुरा की सांसद बनी हूं तब से मेरे यह मन में था कि पं० दीनदयाल उपाध्याय जी के इस पावन जन्मस्थान पर मेरी तरफ से कोई योगदान होना चाहिए। मैंने अपनी सांसद निधि से मथुरा में अपने क्षेत्र में बहुत कार्य कराए हैं। लेकिन मेरे मन में पं० दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली में एक भवन बनाने की भावना थी। इसलिए अपने एक सहयोगी के माध्यम से पं० दीनदयाल उपाध्याय की जन्मभूमि पर सामुदायिक भवन दीनदयाल उपाध्याय के नाम से बनवाया गया है।
उक्त विचार सांसद हेमामालिनी ने मंगलवार को पं० दीनदयाल उपाध्याय जन्मभूमि स्मारक समिति दीनदयालधाम फरह के तत्वावधान में दीनदयालधाम गांव में आयोजित दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन का लोकार्पण करते हुए ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। सांसद ने कहा कि इस भवन के बनने से गांववासी यहां शादी-विवाह, जन्म दिवस एवं अन्य सामाजिक कार्यक्रम कर सकेंगे। सांसद हेमामालिनी ने कहा कि पं० दीनदयाल उपाध्याय ने हमेशा गरीबों, मजदूरों और महिलाओं के विकास के लिए बहुत कुछ करने का सोचा था। उसी के आधार पर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंडित दीनदयाल जी के विचारों के आधार पर कार्य करते हुए भारत को विकसित कर रहे हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलालजी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि पं० दीनदयाल जी को उनकी पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि अर्पित हुए कहा था कि आज हम जो कुछ है वह पंडित जी के पदचिन्हों पर चलकर ही हैं। हम भारत को माता मानते हैं, जो अपनी माँ के प्रति कर्तव्य है वैसा ही भारत माता के प्रति कर्तव्य रहना चाहिए। भारत माता सबसे पहले, बाकी सब उसके बाद। उन्होंने कहा कि पंडितजी कहते थे कि हमारा देश गांव में बसता है। गांव में किसान है, मजदूर है, गरीब है। शहरी क्षेत्रों में भी करीब लोग रहते हैं। जब तक उन सब तक विकास नही पहुंचेगा, तब तक भारत देश विकसित देश नहीं बनेगा। इसलिए उन्होंने अंतोदय का सिद्धांत दिया। उन्होंने बताया कि समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का उदय होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के पदचिन्हों पर चलते हुए अंतिम व्यक्ति का विकास कर रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय कहते थे कि हमारे गांवों में भारत बसता है। आज गांव के लोगों ने भारत को बचा कर रखा है। इस सामुदायिक भवन बनने से निश्चित रूप से ग्राम वासियों में आपस में सामुदायिक भावना का विकास होगा जो पंडित जी का विचार था।
इससे पूर्व दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्र पर सांसद हेमामालिनी, आरएसएस के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलालजी, विधायक पूरन प्रकाश, विधायक ठा० कारिंदा सिंह, डॉ रोशन लाल आदि ने पंडित जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित किया। हेमामालिनी ने फीता काटकर दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया।
दीनदयाल उपाध्याय सामुदायिक भवन का लोकार्पण से पूर्व स्थल पर वेदमंत्रोच्चारण के साथ हवन पूजन हुआ, जिसमें सामुदायिक भवन को जमीन दान देने वाले विजय सपत्नीक यजमान बने। संचालन स्मारक समिति मंत्री नवीन मित्तल के किया। धन्यवाद ज्ञापन भीकम चंद्र दुबे ने किया।
इस अवसर पर दीनदयालधाम पालक अधिकारी महेंद्र शर्मा, निदेशक सोनपाल, स्मृति महोत्सव समिति अध्यक्ष अशोक टैंटीवाल, मनीष गुप्ता, डॉ० कमल कौशिक, प्रचारक राजीव दीक्षित, विभाग संघ चालक वीरेंद्र मिश्रा, मालती मिश्रा, पूर्वमंत्री रविकांत गर्ग, भीकम चंद्र दुबे, भाजपा जिला महामंत्री महिपाल सिंह, प्रचार मंत्री मुकेश शर्मा, चेयरमैन कृष्णकांत पचौरी, जगमोहन पाठक, नरेंद्र पाठक, विजय दीक्षित दिनेश गौड़, पवन पाठक, विजय पाठक, हरीशंकर पाठक एवं राजदर्शन पचौरी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
रामलाल जी द्वारा जमीन दान करने वाले पं० मक्खन लाल पाठक के पुत्र एवं सांसद हेमामालिनी द्वारा उनकी पत्नी का साल उढ़ाकर स्वागत किया गया।

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