जल्द शुरु होगी आगरा और मथुरा के बीच हेलीपोर्ट सेवा, पांच कंपनियां आईं

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लखनऊ से नैमिषारण धाम और दुधवा नेशनल पार्क के लिए भी हेलीपोर्ट सेवा शुरू करने के लिए शुरू हुई कार्यवाही

शिर्डी में हवाई सेवा का संचालन करती है फ्लाई ब्लेड, राजस एडवेंचर गुजरात में सी प्लेन का करती है संचालन

लखनऊ प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्प धरातल पर सिद्ध हो रहे हैं। प्रदेश के इतिहास में पहली बार आगरा और मथुरा के बीच हेलीपोर्ट सेवा का शुभारंभ जल्द होने वाला है। पीपीपी मोड पर हेलीपोर्ट सेवा शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से निकाले गए टेंडर में पांच कंपनियां चयनित हुई हैं।
सरकार की ओर से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। साथ ही लखनऊ से नैमिषारण धाम और दुधवा नेशनल पार्क के लिए भी हेलीपोर्ट सेवा शुरू करने के लिए कार्यवाही शुरू की गई है। पर्यटन विभाग ने आगरा और मथुरा के बीच हेलीपोर्ट सेवा के लिए पांच कंपनियों फ्लाई ब्लेड, राजस एडवेंचर, ओएसिस, शौर्या ऐयरोनाटिक्स, श्रीरिशा टेक्नोलॉजी चयनित की हैं। इन कंपनियों की वित्तीय और तकनीकि बिड खोलने के बाद चयनित होने वाली कंपनियों पर कैबिनेट मुहर लगाएगी। इसमें फ्लाई ब्लेड महराष्ट्र के शिर्डी में हवाई सेवा का संचालन और राजस एडवेंचर गुजरात में सी प्लेन का संचालन करती है।

गोवर्धन की हेली परिक्रमा से शुरू हुआ था प्लान

26 जुलाई 2018 में गोवर्धन की परिक्रमा प्रारंभ की गई थी। उस समय गोवर्धन राधाकुंड रोड पर स्थित डीएवी इंटर कॉलेज में अस्थाई हेलीपैड बनाया गया था। प्रति व्यक्ति 2700 की टिकट रखी गई थी और मड़िया मेला के दौरान करीब 3000 लोगों ने हेली परिक्रमा की। पहले साल ही गोवर्धन की हेली परिक्रमा के प्रति श्रद्धालुओं के उत्साह ने इस प्लानिंग में जान फूंक दी। उस समय अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी की प्लानिंग थी कि इस सेवा को विस्तार दिया जाए और गोवर्धन से देश के अन्य हिस्सों तक हेलीकॉप्टर सेवा प्रारंभ की जाए, इसके लिए स्थाई हेलीपैड आवश्यक था। बाद में लोक निर्माण विभाग से गोवर्धन सौंख रोड स्थित गांव पैंठा में स्थाई हेलीपैड का प्रस्ताव पास हुआ।

सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन बढ़ने से अर्थव्यवस्था को मिलेगी रफ्तार
सीएम योगी के कार्यकाल में कोरोना के बावजूद 2017 से 2021 तक प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में 27 फीसदी का इजाफा हुआ है। प्रदेश में 125 करोड़ से अधिक भारतीय पर्यटक और सवा करोड़ से अधिक विदेशी पर्यटक आए हैं। पर्यटकों की संख्या बढ़ने के कारण प्रदेश में होटलों और कमरों की संख्या में भी इजाफा हुआ है और साढ़े चार हजार कमरे भी बढ़े हैं। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी थ्री में 575 करोड़ की 23 परियोजनाएं धरातल पर उतर रही हैं और इतनी ही धनराशि की अन्य परियोजनाएं पाइप लाइन में हैं। इससे न सिर्फ सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी रफ्तार मिलेगी।

तीन हजार करोड़ रुपए की 1084 परियोजनाएं धरातल पर उतरी
सीएम योगी ने 2018 में प्रदेश में पर्यटन नीति तैयार कराई थी। उसी का नतीजा है कि पिछले कुछ सालों में पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश में पर्यटकों से लेकर निवेश में भी वृद्धि हुई है। सीएम योगी के कार्यकाल में पर्यटन विकास की करीब तीन हजार करोड़ रुपए की 1084 परियोजनाएं धरातल पर उतरी हैं।

टाटा ग्रुप आगरा में खोल रहा होटल
जीबीसी थ्री में करीब डेढ़ सौ करोड़ की लागत से गोरखपुर में तीन नए होटल की आधारशिला रखी गई है। ऐसे ही बरेली में 70 करोड़ की लागत से तीन होटल, मेरठ में 94 करोड़ की लागत से वेलनेस टूरिज्म और आगरा में 66 करोड़ की लागत से ताज होटल और कन्वेंसन सेंटर बनने जा रहा है।

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