-जिला व महिला अस्पताल में भर्ती हर मरीज के बेड पर मच्छरदानी लगाने की व्यवस्था
-देहात के अलावा नगरीय क्षेत्रों में भी मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव जारी
मथुरा। जनपद में डेंगू और मलेरिया के नियंत्रित न होने की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग ने अपना पूरा फोकस इन बीमारियों को रोकने पर लगा दिया है। जिला व महिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के बेड पर मच्छरदानी लगाने की व्यवस्था की गई है।
सीएमओ डॉ रचना गुप्ता के आदेश पर स्वास्थ्य कर्मी जनपद के सभी विकास खण्ड के दस-दस गांवों को चिन्हित करके प्रत्येक घर में एंटी लार्बा दवा का छिड़काव व फोगिंग कराने के लक्ष्य पर चल रहे हैं। इस कार्य में पंचायती राज विभाग के कर्मचारियों को भी लगाया गया है।
डेंगू व मलेरिया को नियंत्रण में लेने के लिए डीपीआरओ, एमओआईसी के साथ जिला मलेरिया अधिकारी समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। जैसे ही दस गांवों में घर-घर छिड़काव पूर्ण होगा, दूसरे दस गांव चिन्हित कर वहां दवा का छिड़काव कर दिया जाएगा। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा प्रतिदिन जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा की जा रही है।
सीएमओ डॉ रचना गुप्ता ने जानकारी दी कि शहरी इलाकों में नगर निगम के साथ-साथ नगर पंचायत, नगर पालिका एरिया में भी विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। वहां मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव लगातार कराया जा रहा है।
दूसरी ओर डेंगू के रोगी जिले में रोजाना मिल रहे हैं। इस कारण वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अपना पूरा फोकस इन बीमारियों की रोकथाम लगा रहा है। प्रत्येक तालाब में बीटीआई का छिड़काव करने की व्यवस्था भी की जा रही है।
उधर, जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में भर्ती मरीजो के बेड पर मच्छरदानी लगवाईं है। पिछले दिनों मच्छरदानी लगी देख प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों की प्रशंसा की थी। सीएमओ ने सभी सरकारी अस्पतालों को मरीजों को मच्छरदानी लगाने को कहा है। डेंगू नियंत्रण के लिए गत दिवस मंडलायुक्त अमित गुप्ता ने भी जनपद के अस्पतालों का निरीक्षण किया।
स्कूली बच्चों को समझाई जा रहीं संचारी रोगों की बारीकियां
मथुरा। प्रत्येक स्कूल के आस-पास के क्षेत्रों को साफ रखने, बच्चों के साथ प्रतिदिन संचारी रोग पर चर्चा करने, घर के आसपास किसी भी स्थान पर पानी जमा न होने देने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। इस कार्य के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को पूर्व में ही आदेश दिए जा चुके हैं। दोनों अधिकारियों ने सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक व प्राचार्य से कहा है कि वे रोजाना अपने अपने स्कूल के बच्चों को संचारी रोगों की बारीकियां समझाई जा रही है। इन रोगों के फैलने और रोकथाम के उपाय भी बच्चों को बताए जा रहे हैं।