लक्षणायुक्त मरीजों की खोज करने के टेस्ट के लिए बनाई गयीं रक्त पट्टिकायें और कराई गयी फौगिंग
कैम्प में पाये बुखार के मरीजों का तुरन्त इलाज शुरू
मथुरा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रचना गुप्ता के निर्देशन में जनपद के सभी ब्लाक में रोजाना स्वास्थ्य केंम्प लगाये जा रहे हैं, जिसमें डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम के लिए विशेष तैयारियों के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गाँवों जा जाकर मरीजों की खोज करके उनका इलाज किया जा रहा है ।
जनपद में चल रहे 7 से 16 सितंबर तक डोर-टू-डोर अभियान के अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फरह, चौमुंहा, गोवर्धन, राल एवं छाता द्वारा ब्लाक के कई गाँव में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा केम्प लगाये जिसका निर्देशन वहां के चिकित्सा अधीक्षक ने वहाँ स्वयं उपस्थ्ति होकर किया। ग्राम कोह , ग्राम जाचोंदा में मरीज देखे गये, जिनमें सर्दी जुकाम और वायरल के लक्षण मिले । लैव असिस्टैन्ट द्वारा मलेरिया टेस्टिंग के लिये रक्त के नमूने लिये गये । मलेरिया की टीम ने गाँवों जाकर फौंगिंग की, नालियों में एन्टी लार्वा दवा डालकर पानी में पनपने वाले मच्छर और उनके अन्डों को मारने की कार्यवाही की गयी ।
स्वास्थ्य कैम्प में स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्यों ने एक साथ डेंगूं और मलेरिया के मरीज एवं सम्भावित मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर इलाज के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गयी दवाओं का वितरण किया गया ।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रचना गुप्ता द्वारा स्वयं उपस्थ्ति रहकर मथुरा के कई ब्लाक में सोर्स रिडक्शन के साथ फोगिंग कराकर नालियों में एन्टी लार्वा का छिड़काव कराया जहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य उपस्थित रहे |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इसी प्रकार के अभियान समूचे जनपद में तब तक लगातार चलते रहेंगे जब तक जनपद में मलेरिया या डेंगूँ एक भी मरीज मिलता है । मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जनपद मथुरा की जनता से अपील की कि वे स्वास्थ्य विभाग की टीमों को सहयोग करते हुए अपने घरों से निकलकर आयें और स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान को अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य लाभ दिलाकर मलेरिया और डेंगू्ँ से होने वाली जनहानि को रोकने में समाज और सरकार की मदद करें ।