संघ के कार्यालय पर हुआ 51 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन
मंत्रोच्चारण के साथ बस्तियों में हमाये गए हवन यज्ञ
मथुरा। पर्यावरण दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण गतिविधि की प्रेरणा से घरों में हवन यज्ञ के कार्यक्रम सम्पन्न हुए, स्वयंसेवकों ने अपबे घरों। एवं कालोनियों में भी हवन कार्यक्रम सम्पन्न कराए, पहले से ही बनी योजना के अनुसार अनेक मठ- मंदिरों एवं आश्रमों भी रहने वाले साधु संतों ने महायज्ञ आयोजित किये, इसी श्रृंखला में संघ के विभाग कार्यालय, केशव भवन में विशाल 51 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन हुआ, नवदम्पत्तियों को इस महायज्ञ में यजमान बनाया गया था, स्वास्तिक के आकार में बने हवन कुंड में सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए यजमानों के बैठने की व्यवस्था बनाई गई थी, शांति मंत्र एवं अग्निहोत्र मंत्रों के साथ नवदम्पत्ति अपनी अपनी आहुतियां डाल रहे थे, इस अवसर पर बोलते हुए विभाग प्रचारक ने कहा कि यज्ञ हमारी सनातन संस्कृति का अभिन्न अंग है, यज्ञ के अनेकों लाभ हमारे वेद-पुराणों में भी वर्णित हैं परंतु आज की व्यस्त जीवनशैली में हम ये सब भूल चुके हैं, कुछ समय पहले तक भी घरों में विभिन्न अवसरों पर हवन यज्ञ का आयोजन होता रहा पर वर्तमान में हमारे जीवन से हवन यज्ञ बिल्कुल गायब है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस आयोजन के माध्यम से लोगों को समय समय पर हवन यज्ञ करने की प्रेरणा देना चाहता है।
पर्यावरण गतिविधि के डॉ प्रमोद ने बताया कि सुगंधित समिधा एवं गाय के घी के साथ किये गए यज्ञ में से सुगंध निकलती है जो कि हवन करने वाले को एवं उसके संपर्क में आने वाले के मन को श्रद्धा एवं आनंद से भर देती है एवं शरीर मे सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करती है, और एबी कारण है कि आज संघ के स्वयंसेवक हवन कुंडों को रिक्शा एवं अन्य माध्यमों से अपने घर के आस पास की गलियों एवं कालोनियों में भी घूमे जिससे कि जिन घरों में किसी भी कारण से हवन न हो पाया हो वहां पर भी हवन की सुगंध एवं ऊर्जा पहुंचे।