-राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मथुरा दौरे में जिला टीबी फोरम की बैठक ली
- टीबी रोगी बच्चों को गोद लेने वालों को प्रेरणा पत्र वितरित किए
- राज्यपाल ने वेटरिनरी विश्वविद्यालय के कुलपति समेत तमाम प्रोफेसर को टीबी रोगी बच्चे गोद दिलवाएं
- टीबी रोगी बच्चों को फलों से भरी टोकरी भेंट की, उनका हालचाल जाना
- डीएम नवनीत चहल और जिला टीबी अधिकारी डा.संजीव यादव ने अभियान की प्रगति से अवगत कराया
मथुरा। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मथुरा के दो दिवसीय दौरे के अंतर्गत पंड़ित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान (वेटरिनरी विवि) सभाकक्ष मेे जिला टीबी फोरम की बैठक ली।
टीबी फोरम की बैठक में स्वयं सेवी संगठन, स्कूलों के प्रधानाचार्य तथा क्षय रोगियों को बुलाया गया था।राज्यपाल ने क्षय रोगी बच्चों से मुलाकात की और उन्हें फल एवं उपहार आदि भी भेंट किये।
राज्यपाल ने कहा कि क्षय रोग से ग्रसित बच्चे हमारे समाज के लिए चिन्ता का विषय हैं। इनकी देख-भाल करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। जब तक समाज को इनके साथ नही जोड़ा जाएगा, तब तक बीमारी नहीं जाएगी। क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लिया जाये। उनकी अच्छी देखभाल करके उन्हें रोग मुक्त किया जाए।
उन्होंने कहा कि हमारे खून में सेवा भाव है, इसीलिए लोग सेवा के लिए लोग आगे आकर कार्य करते हैं। भारत सरकार ने तय किया है कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त किया जाएगा। रेडक्रास सोसायटी इस दिशा में महती भूमिका निभा सकती है। ये सक्रिय हो और मथुरा के क्षय रोगी बच्चों को गोद ले।
राज्यपाल के समक्ष टीबी रोगी बच्चों को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जी के सिंह के अलावा प्रोफेसर डा. दया शंकर, डा. राजेश निगम, प्रो. पी.के. शुक्ला, श्री सुशील कुमार, डा. फारूखी डा. सर्वजीत यादव, डा. अजय प्रकाश, श्याम बाबू शुक्ला, संजय अरोरा, डा. देव प्रकाश, डा. राम बहादुर भदौरिया, डा. नीता सिंह, डा. शालिनी अग्रवाल, डा. राधा भारद्वाज, अरूण कुमार सिंह ने गो लिया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के इन प्रोफेसर व प्रवक्ताओं को प्रेरणा पत्र देकर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर संजीव यादव ने जनपद में विगत वर्ष के आंकड़ों से राज्यपाल को अवगत कराया। उन्होने बताया कि विगत वर्ष 2019 में कुल 252, वर्ष 2020 में कुल 79 तथा चालू वर्ष 2021 में कुल 34 रोगियों को गोद लिया जा चुका है। विगत 2 वर्ष से गोद लिए बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी, मथुरा डा. रचना गुप्ता ने राज्यपाल को बताया कि शेष टीबी रोगी बच्चों को गणमान्य लोगों को गोद दिलाने के प्रयास किये जा रहे हैं। सभी बच्चों को समय गोद दिलाया जायेगा।
जिला टीबी फोरम की बैठक में पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान एवं गौ अनुसन्धान (वेटरनरी विश्वविद्यालय)के कुलपति प्रो. जी के सिंह, जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, मुख्य विकास अधिकारी, जिला क्षय रोग अधिकारी डा. संजीव यादव, उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आलोक कुमार, जिला पीपीएम समन्वयक आलोक तिवारी, हिमांशु सेठी, शिव कुमार, अखिलेश दीक्षित प्रधानाचार्य डा. देव प्रकाश डा. राम बहादुर भदौरिया, प्रधानाचार्य डा. नीता सिंह के साथ क्षय रोगी बच्चों ने प्रतिभाग किया।