मथुरा। “आज की बेटियाँ कल का भविष्य हैं इसलिये बेटियों को खूब शिक्षित करें और आगे बढ़ाएं। साथ ही गरीब एवं जरूरतमंद बेटियों को राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ना जरूरी है , तभी राष्ट्र का विकास सम्भव है।”
ये उद्गार ‘कोमल पंखुड़ियां’ बेटी समृद्धि समिति के पांचवें वार्षिक अधिवेशन की मुख्य अतिथि प्रो .( डॉ.) जान्हवी पाण्डेय ( लखनऊ) ने व्यक्त करते हुए संस्था द्वारा गरीब व जरूरतमंद बेटियों के उत्थान हेतु संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
आयोजन की अध्यक्षता राज्यपाल द्वारा सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार व लोक कलाविद डॉ. खेमचन्द यदुवंशी द्वारा की गयी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में
डॉ. पूर्णिमा पांडेय (अध्यक्ष-सङ्गीत नाटक अकादमी, लखनऊ), आकाशवाणी की सुप्रसिद्ध लोकगायिका डॉ. सीमा मोरवाल,डॉ. दीपा माथुर ( हैदराबाद ), डॉ. वसुधा सक्सेना ( जयपुर ), डॉ. बीनू सक्सेना ( अलवर ), विभा जायल (पालघर – महाराष्ट्र), दीपाली सिंह ( आगरा), वरिष्ठ पत्रकार चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार, राकेश शर्मा, महेश जैन ज्योति, प्रो. सतीश शर्मा , प्रो. चिंतामणि देवी और शैल गौतम ऑनलाइन उपस्थित रहीं।
सर्वप्रथम श्री महेश जैन ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की तथा एक ओर जहाँ संस्था के सचिव प्रभाकान्त सक्सेना ने सभी का स्वागत करने के उपरांत संस्था के उद्देश्य एवं गतिविधियों पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए वित्तीय वर्ष 2020-21 का आय-व्यय प्रस्तुत किया।वहीं दूसरी ओर संस्था के अध्यक्ष श्री संतोष कुमार सक्सेना और उपसचिव श्री रबीश कुमार वार्ष्णेय ने संस्था की आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला ।इसी श्रृंखला में डॉ. नेहा सक्सेना ( कैलिफोर्निया, यू. एस.), अनिल शर्मा (लंदन), श्रीमती आरती सक्सेना, डॉ. उमेन्द्र सिंह यादव, दलवीर शर्मा, सुरेन्द्र कुमार शर्मा,अनिल सक्सेना, गौरीशंकर, डॉ. डी. वी. मल्होत्रा, मोहित सारस्वत,सीमा कुरैशी,संध्या सैनी,आशा गोला, ममता, अनीलांशी सक्सेना,सोनू कन्नौजिया,अंश सक्सेना,गौरव सक्सेना ( जयपुर ), नागेश शर्मा ( शाहजहांपुर ), श्रीमती शुचिता जौहरी ( नोएडा ),आशीष सक्सेना (गाज़ियाबाद ) एवं पूर्णिमा सक्सेना जी ( बदायूं ) ने अपने विचार व्यक्त किये ।
डॉ. यदुवंशी जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में संस्था के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए इस संस्था के कार्यों को गति प्रदान करने के लिये दानदाताओं और सरकार के विभिन्न मंत्रालयों से आर्थिक सहयोग देने का भी आग्रह किया ।
आयोजन का संचालन संस्था की सांस्कृतिक सचिव दिव्या सक्सेना द्वारा किया गया तथा संस्था की संस्थापक सदस्य शशि सक्सेना एवं संरक्षक सदस्य धर्मेन्द्र कुमार सक्सेना ने सभी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कृतज्ञता प्रकट की।