मथुरा। लाखों रुपये की धनराशि वसूलने के बाद भी बीमार व्यक्ति की सूचना उसकी पत्नी को न देने के मामले में नयति हॉस्पीटल के विरुद्ध जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने जांच बिठाई है। डीएम ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीक्षा जैन और उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा आलोक कुमार को एक सप्ताह में प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट मांगी है।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने अवगत कराया है कि शिकायतकर्ता महिला निर्भी द्वारा ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा को सम्बोधित शिकायती पत्र 11 मई को दिया था। इस पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है कि उनके पति हार्दिक रस्तोगी को उन्होंने 27 अप्रैल 2021 को नयति अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इलाज के लिए 06 लाख रुपये की धनराशि अस्पताल में जमा करायी गयी थी। अस्पताल द्वारा उनके पति के उपचार एवं उनकी तबियत के विषय में उन्हें कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं करायी जाती है।
ऊर्जामंत्री ने यह शिकायत डीएम को भेज दी। डीएम ने ज्वांइट मजिस्टे्रट दीक्षा जैन तथा उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आलोक कुमार को निर्देशित किया है कि उक्त प्रकरण की गुणवत्ता एवं पारदर्शिता के साथ एक सप्ताह में जांच कराना सुनिश्चित करें।