डीएम ने क्षय रोगी बालिका को गोद लिया, देखभाल का संकल्प

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बच्ची को पौष्टिक आहार की किट दवाएं भेंट की, वर्ष 2021 में 34 बच्चे लिए जा चुके हैं गोद

मथुरा। जिलाधिकारी नवनीत चहल ने सोमवार को 17 वर्षीय क्षय रोगी बालिका को गोद लेकर स्वस्थ होने तक उसकी देखभाल करने का संकल्प लिया। जिलाधिकारी ने बालिका को पौष्टिक आहार की एक किट और दवाइयां प्रदान की। उसके परिजनों से भी मुलाकात की।
राज्यपाल आनंदीबेेन पटेल के आह्वान पर वर्ष 2021 में जनपद मथुरा में 18 वर्ष से कम उम्र के 34 बच्चों को गोद लिया जा चुका है। उन्होने कहा कि उनके द्वारा स्वयं यह सुनिश्चित किया जायेगा कि क्षय रोगी को पौष्टिक आहार समय से मिले तथा बच्चा समय से क्षय रोग की दवाई खाता रहे। प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा समस्त क्षय रोगियों को निःक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत 500 की धनराशि प्रति माह दी जा रही है ।
इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ संजीव यादव ने बताया कि उनके द्वारा जनपद मथुरा के समस्त विभागों में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों एवं समाज के विभिन्न व्यक्तिओं, स्वयंसेवी संगठन, कालेज व महाविद्यालयों की प्रबंध समितियों अपील है कि सभी आगे बढ़कर क्षय रोग विभाग से समन्वय स्थापित करते हुये अपने क्षेत्र से कम से कम एक क्षय रोगी को गोद ले, जिससे कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि क्षय रोगी द्वारा समय से पौष्टिक आहार के साथ-साथ क्षय निरोधी औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। इस अवसर पर क्षय रोग विभाग के आलोक तिवारी भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2025 तक क्षय रोग को भारत से उन्मूलन करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के संकल्प ले चुके हैं।

राज्यपाल आज क्षय रोगी बच्चों को गोद लेने की कार्यक्रम की करेंगी समीक्षा
मथुरा। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 23 फरवरी आज वेटरनरी विश्वविद्यालय के किसान सभागार में क्षय रोग पीड़ित बच्चों को गोद लिए जाने के कार्यक्रम की समीक्षा करेंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीएमओ डॉ रचना गुप्ता, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ संजीव यादव तथा इस अभियान से जुड़े अन्य लोगों के साथ मीटिंग करेंगी।
विदित हो कि वर्ष 2020 में वेटरनरी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने क्षय रोगी बच्चों को गोद लेने का आह्वान मथुरा से किया था।

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