दिलीप कुमार मथुरा में तीन दिन रुके, खूब जमी थी महफिल

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Chandra pratap Singh sikarwar

मथुरा। भारतीय हिंदी फिल्म जगत के महान कलाकार दिलीप कुमार आज हमारे बीच नहीं रहे। मथुरा से जुड़ी एक स्मृति है।
वह वर्ष 1988 या 89 में डैंपियर नगर स्थित श्री राठी के आवास ( पुराने दैनिक जागरण के कार्यालय के पास) पर आए थे। श्री राठी उस वक्त फिल्म जगत में निर्माता निर्देशक थे। उनके बेटे की शादी में बड़ी लेकिन निजी महफिल जमी थी। उनके अलावा मुंबई से और भी तमाम कलाकार आए थे। उनमें सायरा बानो, संगीतकार कल्याणजी, मशहूर गायक महेंद्र कपूर, जॉनी वाकर समेत कई नामचीन बड़े कलाकार थे।
उस वक्त वरिष्ठ पत्रकार श्री देशभक्त जी के साथ मैं अमर उजाला ऑफिस से सीधे राठी के आवास पर पहुंचा था। मुझे याद है उस वक्त ‘त्रिदेव’ फिल्म का “ओए-ओए” गाना बहुत लोकप्रिय था। उसे माधुरी दीक्षित ने गाया था। उस गाने पर सभी झूमने लगे थे।

दिलीप कुमार को मथुरा शहर इतना अच्छा लगा कि वह सायराबानो को लेकर तीन दिन होटल मधुबन में ठहरे। उनके साथ कल्याण जी के साथ आए नवोदित संगीतकार व गायक भी थे।

दो रात मधुवन होटल में महफिल

अगले दो दिन रात आठ बजे से होटल मधुबन में छोटी सी महफिल जमती की थी, जहां गीत-संगीत का कार्यक्रम होता था। दोनों दिन दिलीप कुमार जी ने मुझे और देशभक्त जी को होटल मधुबन में बुलाया था। हमने वहीं इन कलाकारों के साथ खानाखाया।

मथुरा से आगरा मुगल होटल लंच लेने गये थे
दिलीप कुमार तीसरे दिन लंच के लिए सायरा बानो को लेकर आगरा के होटल ‘मुगल शेरेटन’ पहुंचे थे। आगरा जाते समय मथुरा में नए बस अड्डे पर उनकी गाड़ी कुछ लोगों ने रोक ली थी। तमाम महिलाएं भी इकट्ठी हो गई थीं। सभी जोर-जोर से चिल्ला रहे थे कि -‘दिलीप कुमार सायराबानो आ गए…. उनका ड्राइवर बमुश्किल भीड़ में से गाड़ी लेकर आगे निकला था।

आपका मथुरा शहर बहुत प्यारा—-
बातचीत में दिलीप कुमार ने मुझसे कहा था कि ‘आपका मथुरा शहर बहुत प्यारा है। मैं यहां फिर आऊंगा। बाद में वह आए या नहीं ? यह मालूम नहीं लेकिन आज उनके निधन की खबर आ गयी। निधन पर वह पुरानी याद भी आ गई। उन्हें शत-शत नमन।
(चित्र में-मेरे और पत्रकार देशभक्त जी के साथ दिलीप कुमार और बगल में महान संगीतकार कल्याणजी सोफे पर बैठे हैं)

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