मथुरा। श्री यमुना जल प्रदूषण मुक्ति मंच का प्रतिनिधि मंडल शुक्रवार की शाम मथुरा सांसद हेमा मालिनी से वृंदावन स्थित उनके आवास पर मिला और वर्तमान में यमुना की स्थिति से अवगत कराते हुए 23 मार्च 2015 में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद द्वारा यमुना भक्तों से की गई घोषणा पर अमल ना होने पर नाराजगी जाहिर की। प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि उस और कोई भी प्रयास धरातल पर नहीं हुआ है, न ही इसकी कोई शुरुआत हुई। सांसद ने गंभीरता के साथ सभी बातों को सुना एवं प्रदूषण पर वह भी व्यथित दिखीं। प्रतिनिधिमंडल ने उनसे केंद्रीय मंत्री द्वारा की गई की योजनाओं की घोषणाओं के अंतर्गत यमुना में प्रवाहित हो रहे वृंदावन से गोकुल के मध्य 22 किलोमीटर किनारों को डाइवर्ट करने एवं हथिनी कुंड से एक बड़ी पाइपलाइन के माध्यम से वृंदावन में यमुना जल लानी की घोषणा पर तुरंत कार्य होने की मांग की। सांसद ने सरकार के समक्ष बात को रखने का आश्वासन दिया प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि शीघ्र अति शीघ्र इस पर कोई शुरुआत नहीं हुई तो 7 अगस्त से जमुना भक्त यमुना तट पर आमरण अनशन करेंगे प्रतिनिधिमंडल ने सांसद से कहा कि आप स्वयं मोटर बोट या नाव के माध्यम से यमुना में प्रदूषण की स्थिति का जायजा लें। इस पर सांसद ने सहमति प्रकट की और कहा कि आपसे पूर्व किसी ने भी इस योजना के बारे में मेरे संज्ञान में नही लाया गया। दिल्ली पहुँचते ही केंद्र सरकार के समक्ष इस समस्या के समाधान को गति दिलवाने का प्रयास करूँगी। मंच की ओर से प्रतिनिधि मंडल में संजय हरियाणा, पं. अमित भारद्वाज, मनीष गुप्ता एडवोकेट, प्रदीप शर्मा बैंन्दिल, नरेश शर्मा बब्बू थे।