सीएमओ कार्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम, की गई अपील
-जिला क्षय रोग केन्द्र पर भी चिकित्सकों ने बच्चों को लिया गोद
मथुरा। सीएमओ ने क्षय रोग से ग्रसित एक बच्चे को गोद लिया। उसके स्वास्थ्य की देखरेख मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा की जाएगी। कार्यक्रम के अंतर्गत अधिकारी/कर्मचारी व्यक्तिगत रूप से माह में दो बार कम से कम उनसे संपर्क कर उनकी प्रोग्रेस तथा उपचार में आने वाली समस्याओं की जानकारी लेेंगे।
राज्यपाल द्वारा प्रदेश में विभिन्न क्षय रोग का उपचार प्राप्त कर रहे 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को गोद लेने की योजना का शुभारंभ पूर्व में किया गया था । खुद राज्यपाल ने राज भवन में आयोजित कार्यक्रम राजभवन क्षेत्र परिसर के आसपास रहने वाले क्षय रोगियों को गोद लिया गया था। नवागत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रचना गुप्ता ने एक क्षय रोग से ग्रसित बच्चे को गोद लेते हुए अपील की कि राज्यपाल की मंशा के अनुरूप हर व्यक्ति अपने अपने क्षेत्र में अपने कार्यों के साथ सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करे और उपचार ले रहे क्षयरोगियों को गोद ले। उनके परिवार में संपर्क कर निरंतर उसकी देखभाल करने के लिए प्रयास किए जाने पर जोर दिया। उपचारित रोगियों को विशेष केयर की जरूरत है। इसके लिए परिवार के सभी सदस्यों को एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। जिला क्षय रोग केन्द्र मथुरा पर जिला क्षय रोग अधिकारी डा. संजीव यादव,डा. अलोक कुमार उप जिला क्षय रोग अधिकारी तथा डा. पारूल मित्तल द्वारा एक एक बच्चे को गोद लिया गया । क्षय रोगियों को गोद लेने की प्रक्रिया के दौरान सभी को पोषाहार भी वितरित किया गया। इस मौके पर पीपीएम समन्वयक आलोक तिवारी,अखिलेश दीक्षित आदि उपस्थित थे।
–गोद लिए बच्चे हो रहे स्वस्थ
मथुरा। जिला क्षय रोग अधिकारी डा.संजीव यादव ने बताया कि वर्ष 2019 में कुल 252 क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लिया गया था जो कि उपचार प्राप्त करने के उपरांत ठीक हो गए। । कोविड-19 के दौर में इस अभियान की गति में कमी आई । वर्ष 2020 में कुल 79 बच्चों को गोद लिया गया जिनमें अधिकर उपचार उपरांत ठीक हो गए। कुछ बच्चों का उपचार अभी चल रहा है। वर्ष 2021 में कुल अब तक कुल 85 क्षय रोग से ग्रसित 25 वर्ष तक के बच्चें / युवा चिन्हित किए जा चुके हैं, जिन्हे गोद दिलाने की प्रक्रिया चल रही है । उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा.आलोक कुमार ने कहा कि अगर सभी लोग मिलकर प्रयास करें तो 2025 ताकत टीबी मुक्त किए जाने के भारत सरकार से एक साल पूर्व ही हम उत्तर प्रदेश टीबी बनाने में सफल होंगे। जनपद मथुरा में सराकरी सेक्टर में वर्तमान मे कुल 345 बच्चे उपचार ले रहे हैं।