एनआईसी के माध्यम से शामिल हुए जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी
मथुरा में हुआ 821.67 लाख की दो परियोजनाओं का लोकार्पण, 774.10 लाख की 01 परियोजनाओं का शिलान्यास
मथुरा। बुधवार को सिंचाई व जल संसाधन विभाग की 146 कटान निरोधक बाढ़ परियोजनाओं का लोकार्पण व स्वीकृत 170 परियोजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअली किया। जिसमें मथुरा जिले की 821.67 लाख धनराशि की लागत वाली दो परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 774.10 लाख़ लागत की 01 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इस वर्चुअल लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम में जिला सूचना एवं विज्ञान केंद्र (एनआईसी) के माध्यम से विधायक बल्देव पूरन प्रकाश एवं डीएम नवनीत सिंह चहल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ0 गौरव ग्रोवर, मुख्य अभियंता बचन सिंह शामिल हुए।
इस वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ परियोजनाओं के 146 लोकार्पण एवं 170 शिलान्यास वाले जिलों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बाढ़ जैसी विभीषिका से निपटने के लिए नए प्रयोग किए और इनके सुखद परिणाम भी सामने आए। नदियों की ड्रेसिंग कर चैनलाइज करने की प्रक्रिया अमल में लाई गई। गत 04 वर्षो के दौरान बाढ़ की विभीषिका से जन धन हानि रोकने में ना केवल बड़ी सफलता पाई बल्कि जनता के प्रति जवाबदेही का भी परिचय दिया। सरकार के नेतृत्व में अधिकारियों ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ जमीन पर परियोजनाओं को उतारने का काम किया। जनता की पीड़ा को देखते हुए सरकार ने समय से बचाव कार्य प्रारंभ करके उन्हें पूर्ण करते हुए व्यापक तौर पर होने वाली जन धन हानि को रोका है।
बाढ़ की विभीषिका से निपटने में जनप्रतिनिधियों ने रुचि दिखाई। आज शिलान्यास होने वाली परियोजनाओं को गुणवत्ता एवं समयबध्यता के साथ पूर्ण कराए। जनप्रतिनिधि समय-समय पर विजिट करें। स्थानीय स्तर पर हल की जाने वाली बाढ़ की समस्याएं के निदान हेतु जिला प्रशासन कन्वर्जंस के माध्यम से परियोजना बनाकर जिले स्तर पर ही उसका समाधान सुनिश्चित करें। बाढ़ की विभीषिका से निपटने हेतु टेक्नोलॉजी का बेहतर उपयोग किया गया है। परियोजनाएं समय से न केवल समय से बनाई बल्कि लागू होने से पूर्ण होने तक सतत निगरानी बरती। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति भय का माहौल समाप्त करें। प्राकृतिक आपदा से बचाकर लोगों को आर्थिक समृद्धि व खुशहाली के रास्ते प्रशस्त करें ताकि वह अपनी पूरी श्रम व शक्ति का उपयोग कर सकें।