गोल्डन कार्ड विहीन गरीब परिवारों के लिए अभियान प्रारंभ हुआ

देश

चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार

-मथुरा के वंचित 70 गांवों में कार्ड बनाने पर रहेगा स्वास्थ्य विभाग का फोकस


मथुरा। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत आयुष्मान भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में पात्र लोगों के लिए गोल्डन बनाने के लिए 15 दिवसीय अभियान आज से शुरु हो गया। यह अभियान आज 15 दिसम्बर से प्रारम्भ होकर 31 दिसम्बर तक चलेगा।
आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डॉ राजीव गुप्ता के अनुसार अभियान में जीरो गोल्डन कार्ड वाले परिवारों में ज्यादा से ज्यादा लोगों के कार्ड बनवाए जाएंगे। आज से सभी आशा, संगिनी व एएनएम व आंगनबाड़ी अपने क्षेत्रों के सभी लाभार्थी परिवारों के किसी एक सदस्य का गोल्डन कार्ड नजदीक के जन सुविधा केंद्र या लोकवाणी केंद्र पर जाकर बनवाएगी।

आरोग्य मित्रों द्वारा गॉंव-गाँव शिविर लगाकर भी कार्ड बनाये जायेंगे। मतदान के समय सभी लाभार्थियों का अपना एक मतदाता पहचान पत्र होता है, ठीक उसी तरह देश के किसी भी पंजीकृत अस्पताल में योजनांतर्गत उपचार के लिए सभी का एक अलग गोल्डन कार्ड होना अनिवार्य है।

मथुरा में 84500 कार्डधारक, 70 वंचित गांवों पर फोकस

मथुरा। वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी, जिसके तहत एक पात्र व्यक्ति को पांच लाख रुपये तक निजी हास्पिटल में इलाज कराने की सुविधा मुहैया कराई गई थी। जिले में करीब चार लाख पात्रों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने थे, लेकिन अक्तूबर 20 तक 84, 500 कार्ड बने थे। मथुरा जिले में आज भी 70 ऐसे गांव हैं, जहां पात्र होने के बावजूद उनके गोल्डन कार्ड नहीं बनाए गए हैं। जिले में 720 गांव व मजरे हैं।

आशा को मिलेगी प्रोत्साहन राशि

मथुरा। अभियान के दौरान बनाये गए गोल्डन कार्ड के लिए संबंधित आशा को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। गोल्डनकार्ड विहीन परिवार में कम से कम एक सदस्य का गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशा को 5 रुपए प्रति परिवार की प्रोत्साहन राशि दे जाएगी जबकि गोल्डन कार्ड विहीन परिवार में एक से अधिक सदस्यों का कार्ड बनवाने पर आशा को 10 रुपए प्रति परिवार की दर से प्रोत्साहन धनराशि दी जाएगी। बीसीपीएम संबंधित ब्लॉक में बनाये जा रहे गोल्डनकार्ड की प्रतिदिन की सूचना जिला स्तरीय अधिकारियों को देंगे।

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