तीसरे दिन के महोत्सव का शुभारंभ भाजपा नेता प्रदीप गोस्वामी ने किया
मथुरा/ गोकुल। महावन व गोकुल के मध्य स्थित महाकवि रसखान एवं ताज बीबी की समाधि परिसर में अष्ट दिवसीय साँझी महोत्सव में मंगलवार को आकर्षक झांकी सजाई गईं। सांस्कृतिक मंचन के अंतर्गत भजन संध्या और नाट्य रूपक का मंचन हुआ। शुभारंभ भाजपा नेता प्रदीप गोस्वामी और वृंदावन के संत हरि शरण भक्त माली ने किया।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद एवं जी.एल. ए विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्त्वावधान में चल रही शादी महोत्सव के तीसरे दिन मंगलवार कोमहोत्सव में उप्र पर्यटन, राजकीय संग्रहालय मथुरा और वृन्दावन के श्रीगोदा विहार मन्दिर स्थित ब्रज संस्कृति शोध संस्थान का विशेष सहयोग रहा। जीएलए के छात्र-छात्राएं मेला देखने पहुंचे। रसखान साँझी महोत्सव के अंतर्गत रंग साँझी, फूलों की साँझी, जल के ऊपर साँझी व जल के नीचे साँझी के अतिरिक्त गोबर से साँझी का चित्रण किया गया। महोत्सव में साँझी कला पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी का भी प्रदर्शन ब्रज संस्कृति शोध संस्थान द्वारा किया जा रहा है।
इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत समाज गायन में साँझी के पदों का गायन संत किशोरी शरण भक्तमाली ने किया। समाज गायन में चरण दास, कृष्ण गोपाल, वैष्णव दास, बिहारी दास एवं नंदलाल द्वारा साथ निभाया गया
साँझी महोत्सव में दिल्ली के थियेटर ग्रुप फाइव एलिमेंट्स के कलाकारों द्वारा ब्रज संस्कृति शोध संस्थान द्वारा प्रकाशित नर्मदा प्रसाद उपाध्याय की पुस्तक “बनी-ठनी” प्रेमकथा से चित्रकला तक पर आधारित नाटक ‘बनी-ठनी से रसिक बिहारी ‘का मंचन किया गया। कलाकारों के जीवंत अभिनय ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अभिनय करने वाले कलाकारों में साकेत, मानसी मेहता,
रवि, आशा सिंह, निधि सक्सेना, रॉबिन खन्ना, भरत किसरो, शिव, मानसी मेहता, श्रीहान, साकेत, नीरज, आदि प्रमुख रहे। निर्देशन एवं नाट्य लेखन राखी मानव ने किया
इससे पूर्व दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के डिप्टी सीईओ पंकज वर्मा और मथुरा दूरदर्शन केंद्र के सहायक निदेशक सत्यव्रत सिंह द्वारा कलाकारों को पटुका पहना कर किया गया।
इस अवसर पर मथुरा इप्टा के योगेश शर्मा, ब्रज संस्कृति शोध संस्थान के सचिव लक्ष्मीनारायण तिवारी, उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के ब्रज संस्कृति विशेषज्ञ डॉ. उमेश शर्मा, परिषद के सहायक अभियंता आरपी यादव, ब्रज संस्कृति शोध संस्थान के प्रकाशन अधिकारी गोपाल शरण शर्मा, उप्र सरकार के गीता शोध संस्थान के समन्वयक चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार आदि मौजूद रहे।
एक से बढ़कर एक आकर्षक सांझी बनाने वाले ये हैं कलाकार
गोकुल। सांझी महोत्सव में आकर्षक सांझी बनाने वाले दर्जनभर महिला पुरुष कलाकार पहले दिन से ही जुटे हुए हैं। वह एक से एक बेहतरीन और आकर्षक सांझी बना रहे हैं।
सांझी बनाने वाले कलाकारों में सौरभ गोस्वामी, सुमित गोस्वामी, लक्ष्मी देवी,मालती देवी, संजय सोनी, विश्वजीत दास, ब्रजगोपाल गुप्ता, मदनमोहन शर्मा, मथुरा से आये कमलेश्वर शर्मा, दीपाली कुलश्रेष्ठ, मालती देवी, लक्ष्मी देवी, शालनी, विजय आदि ने अपनी सांझियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इन सांझियों में रंग और गोबर से बनायीं झांकी सम्मिलित थीं।