स्वास्तिक चिन्ह को लेकर भागवत प्रवक्ता ने क्षमा मांगी

बृज दर्शन

सुनिए ऑडियो… क्या कहा भागवत प्रवक्ता ने

रिचा शर्मा

वृंदावन। भागवत प्रवक्ता महामंडलेश्वर इन्द्र देवेश्वरानंद महाराज ने प्रकरण पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कथा के दौरान एक भक्त ने पैरों में स्वास्तिक बना दिए थे। जैसे ही उस भक्त के द्वारा किये गए इस कार्य का मुझको मालूम हुआ तो तुरंत ही उसे शुभ कार्यों मैं प्रयोग होने वाले स्वास्तिक का महत्व बताया और उससे ऐसा ना करने की बात कही गई। साथ ही उस भक्त को सख्त हिदायत दी गई कि आगे से ऐसा गलत कार्य न करे। स्वास्तिक भगवान श्री गणेश जी का प्रतीक है। इसका उपयोग शुभ कार्यो को प्रारम्भ करने से पहले किया जाता है, वहीं उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा हिंदू धर्म के देवी देवताओ का सम्मान किया जाता है और सभी देवी देवता सम्माननीय है । यद्यपि अगर किसी की भावना इस प्रकरण से ठेस हुई हो तो मैं सभी से हाथ जोड़कर क्षमा चाहता हूं। अपने सभी भाइयों से मेरी प्रार्थना है कि वह मुझे क्षमा करें आगे से मैं इन बातों का ध्यान रखूंगा।

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