ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत विभाग के सहयोग से सफाई व एंटी लार्वा दवा का छिड़काव करा रहा स्वास्थ्य विभाग
मच्छर जनित बीमारियों की स्थिति पैदा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई प्रारंभ
जिला अस्पताल स्वर्ण जयंती अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती ज्यादातर मरीज स्वस्थ होकर घर लौटने लगे
मथुरा। जनपद में फैले डेंगू व मलेरिया के प्रकोप से ग्रामीणों को बचाने के लिए ग्राम स्तर पर आशा बहुओं को जागरुकता फैलाने का जिम्मा सौंपा गया है।
सीएमओ डॉ रचना गुप्ता ने बताया कि मलेरिया व डेंगू की बीमारी न फैलने देने के लिए पंचायत विभाग के कर्मचारी गांवों में एंटी लार्वा छिड़काव, सैनिटाइजेशन व फागिंग कर रहे हैं। जहां पानी भरा रहता है, उसकी निकासी की व्यवस्था करा रहे हैं। साफ-सफाई का जो अभियान चलाया जा रहा है, उसमें पहली बार स्वास्थ विभाग ने आशा बहुओं को भी को भी जिम्मा सौंपा है। आशा बहुओं को गांव में बीमार लोगों पर निगरानी के अलावा ग्राम में मच्छर न पनपने देने के उपाय बताने को कहा है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 रचना गुप्ता ने अवगत कराया है कि मच्छर जनित स्थितियों को उत्पन्न करने के कारण मथुरा शहर मे 04 लोगों को नोटिस जारी किया है। उन्हें निर्देशित किया है कि मच्छर जनित स्थितियों को 24 घंटे के अन्दर भौतिक, रसायन, जैविक अथवा अन्य किसी माध्यम समाप्त करना सुनिश्चित करें अन्यथा की स्थिति में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अन्तर्गत कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला मलेरिया अधिकारी आरके सिंह ने गुरु नानक नगर से महेश चन्द्र जैन व लक्ष्मीलाल, शकुंतला देवी तथा रश्ताक अहमद निवासी कठौती कुआ को नोटिस दिया है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 रचना गुप्ता ने बताया कि जिले में डेंगू की रोकथाम, बचाव व नियंत्रण को स्वास्थ्य विभाग द्वारा एंटी लार्वा छिड़काव, सैनिटाइजेशन व फागिंग कार्य के साथ ही प्रत्येक सप्ताह में एक दिन रविवार को घरों की साफ-सफाई, पानी को एक जगह एकत्र न होने देना, पक्षियों के पानी के बर्तन की साफ-सफाई एवं पूरे बांह के कपड़ों को पहनने के लिए आमजन को जागरूक किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण के प्रभारी डॉ0 भूदेव ने बताया कि स्वर्ण जयन्ती अस्पताल, जिला अस्पताल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फरह में मलेरिया व डेंगू के जो मरीज भर्ती हैं उनमें से ज्यादातर ठीक हो रहे हैं। दो दिन में आधा दर्जन मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौटे हैं।