पढ़ाई के साथ अनुशासन व संस्कार जरूरी, सफलता के लिए मां-बाप का आशीर्वाद: किशन चौधरी

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केएमयू में एमबीबीएस 2024 बैच हुआ प्रारंभ

कुशल चिकित्सक के रूप में पीड़ित मानवता की सेवा करें : वाइस चांसलर

पढ़ाई व मौजमस्ती में बैलेंस बनाकर अच्छे इंसान बने, तो मेडीकल का आएगा बेहतरीन आउटपुट: प्रो वाइस चांसलर

पर्व एवं त्यौहारों का डाक्टर के जीवन में कोई जगह नहीं, मरीज ही उसका भगवान : मेडीकल प्राचार्य

अनुशासन ही सफलता की कुंजी है, इसलिए छात्र-छात्राएं अनुशासित रहे: रजिस्ट्रार

मथुरा। केएम विश्वविद्यालय में बुधवार को एमबीबीएस 2024 बैच में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्रों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया, जिसके उद्घाटन में विवि के चांसलर किशन चौधरी, विवि के वाइस चांसलर डॉ डीडी गुप्ता, प्रो. वाइस चांसलर डॉ शरद अग्रवाल, मेडीकल प्राचार्य डॉ पीएन भिसे, एडीशनल मेडीकल सुप्रीडेंट डॉ आरपी गुप्ता, रजिस्ट्रार पूरन सिंह, डिप्टी रजिस्ट्रार सुनील अग्रवाल द्वारा भगवान गणेश व मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया, जिसमें नवागत छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावक भी शामिल हुए।
ओरिएंटेशन प्रोग्राम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष व केएमयू के चांसलर किशन चौधरी ने नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं की चिकित्सा की पढ़ाई के लिए केएम मेडीकल कालेज के चयन के लिए प्रशंसा की, उन्होंने विश्वास दिलाया कि यहां हर बच्चे को संस्कार, शिक्षा और बेहतर करियर मिलेगा, पढ़ाई के साथ संस्कार जरूरी है, मां-बाप के आशीर्वाद से ही सफलता मिलती है, इसलिए पढ़ाई के साथ अपने मां बाप से सम्पर्क में रहें तथा आवश्यकता के अनुरूप बात करते रहें। गुरू के सम्मान से ज्ञान में बढ़ोतरी होती है क्योंकि विद्या में शिक्षा, संस्कार, ज्ञान समाहित होते हैं। आप लोग यहां से पढ़कर डॉक्टर के साथ एक अच्छे इंसान बनकर निकलेंगे, यही मुझे उम्मीद है।
विवि के वाइस चांसलर डॉ डीडी गुप्ता ने कहा कि चिकित्सक का पेशा चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद हमारा समाज उसे सेवाभाव के लिए भगवान तुल्य मानता है लेकिन यह तभी सम्भव है, जब हम एक अच्छे और कुशल चिकित्सक के रूप में पीड़ित मानवता की सेवा करें। जीवन का हर क्षण अमूल्य है, जो छात्र समय के मूल्य को पहचानते हैं, वही सफलता के शिखर पर पहुंचते हैं। समय का मूल्य भी अनुशासन में रहकर ही समझ में आता है।
विवि के प्रो वाइस चांसलर डॉ शरद अग्रवाल ने कहा कि 12वीं पास के बाद मेडीकल लाइन में प्रवेश करना पढ़ाई में बदलाव हो जाता है, क्या करना है, क्या नहीं करना, इसका विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है, आप पढ़कर आएंगे तो क्लास में अच्छे रिजल्ट होंगे तथा जीवन में बैलेंस बनाकर अच्छे इंसान बने, तो मेडीकल का आउटपुट बेहतरीन आएगा।
मेडीकल प्राचार्य डॉ पीएन भिसे ने कहा आप सभी मेडीकल के मैदान में उतरे हैं, यहां पर्व त्यौहार के लिए कोई जगह नहीं होती है, मरीज ही आपका भगवान है। दिमाग, तन, मन, धन की भावनाओं से परिपूर्ण होकर डाक्टर बनना, गौरव की बात है, इसलिए अनुशासन को अपने जीवन का मूल मंत्र मानें।
एडीशनल मेडीकल सुप्रीडेंट डॉ आरपी गुप्ता ने कहा कि आपकी यात्रा अब शुरू हो गई है, जो मेडीकल सबजेक्ट अलग है, मन लगाकर पढ़ना है, देश के कोने कोने से आए छात्रों को शुभकामना देते हुए यही कहना है कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती है।
विवि के रजिस्ट्रार पूरन सिंह ने कहा छात्र के जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है। अनुशासन में रहकर एक साधारण विद्यार्थी भी सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है। यदि अभिभावक अपने बच्चे को कुशल चिकित्सक बनाने का सपना देखते हैं तो उनका यह दायित्व है कि उसकी हर गतिविधि पर नजर रखें। अनुशासन ही सफलता की कुंजी है, इसलिए छात्र-छात्राएं अनुशासित रहे।
इसीप्रकार से सब रजिस्ट्रार सुनील अग्रवाल, माइक्रोवायोलॉजी विभाग से डॉ दिनेश शर्मा, फार्माकोलॉजी विभाग से डॉ एम कुमार राजा, डॉ दलवीर सिंह ने अपने-अपने विभागों की उपलब्धियां बताते नवागंतुक छात्र-छात्राओं का अनुशासन में रहते हुए लगन और मेहनत से अपना लक्ष्य हासिल करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के संचालक व को-कोर्डीनेटर डॉ हरि नारायण यादव ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें कुशल चिकित्सक बनने की शुभकामनाएं दीं। सीईओ डॉ मनोज ओझा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में इसके अलावा केएम हॉस्पिटल की जनरल मैनेजर स्वाती शर्मा, समस्त फैकल्टी के एचओडी डा. संतोष कुमार शाह, डा. रश्मि, डा. विकास सक्सैना, डा. एसटी वली, डा. दिनेश भाटी, डा. सोनू, डा. दलवीर सिंह, डा. इंदू भूषन, दीपक रावल, डा. एमके राजा, अजय तौमर, दीपक सिंह, रनवीर सिंह, देवेन्द्र सिंह, राहुल सिंह आदि उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम का सह-संचालन एमबीबीएस 2023 बैच की छात्रा नंदनी और आदित्या ने किया।

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