मथुरा। भारत में गंगा-यमुना आदि नदियों की दशा सुधारने के लिए राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन और यमुना मिशन के तत्वावधान में नई दिल्ली में 12 अप्रैल को नदी संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केएन गोविंदाचार्य होंगे, जहां देश के बड़े-बड़े पर्यावरणविदों के अलावा विचारक और साधु संत भी सहभागिता करेंगे, जहां नदियों के संरक्षण को लेकर सार्थक पहल होगी। इस कार्यक्रम को गीता मनीषी संत ज्ञानानंद महाराज और जगतगुरु राजेंद्र दास जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

12 अप्रैल को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलने वाले इस कार्यक्रम में विचार विमर्श किया जाएगा कि भारत की नदियों के अविरल और स्वाभाविक प्रवाह की प्राप्ति कैसे हो। पर्यावरण की सुरक्षा कैसे हो, जैव संरक्षण कैसे हो। यमुना मिशन के संस्थापक प्रदीप बंसल ने सभी ब्रजवासियों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा है कि भारत की सभी नदियों के लिए क्रमबद्ध तरीके से प्रयास किया जाएगा, लेकिन सबसे पहले मोक्षदायिनी यमुना को वरीयता मिलना समय की आवश्यकता है। उन्होंने बताया है कि यमुना में वृंदावन से लेकर गोकुल तक लाखों पेड़ यमुना किनारे यमुना मिशन संस्था द्वारा लगाए गए हैं, जिनमें से अधिकांश पेड़ सुरक्षित और पल्लवित हैं। प्रदीप बंसल ने कहा कि नदी संवाद कार्यक्रम के जरिए लोगों को प्रकृति संरक्षण के प्रत्येक पहलू के प्रति जागरुक किया जाएगा। वृंदावन के मूर्धन्य संत गोपेश कृष्णदास और देवेंद्र शर्मा ने भी लोगों से इस कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है।
