भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत होगा नववर्ष मेला
मुख्य अतिथि होंगे केंद्रीय मंत्री जनरल वीके० सिंह
मथुरा। नववर्ष मेला समिति के महामंत्री श्री प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अपनी भारतीय गौरवाशाली परम्परा, इतिहास एवं स्वाभिमान का प्रतीक भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा संवत्सर की पूर्व संध्या पर नववर्ष मेला समिति, मथुरा गत 21 वर्षों से परम्परागत रूप से विशाल नववर्ष मेला का आयोजन करती आ रही है। इस वर्ष भी यह एक दिवसीय विशाल मेला चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत् 2079 तदनुसार दो अप्रैल, 2022 की पूर्व संध्या पर चैत्र कृष्ण अमावस्या संवत् 2078 एक अप्रैल, 2022 दिन शुक्रवार को नववर्ष मेला समिति, मथुरा द्वारा नवआकर्षण, नवसज्जा तथा नवउत्साह के साथ सेठ बी०एन० पोद्दार इण्टर कॉलेज, मथुरा के मैदान में परम्परागत रूप से विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है।
यह जानकारी प्रदीप श्रीवास्तव, महामंत्री, नववर्ष मेला समिति मथुरा द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर दीनदयाल नगर मथुरा में बुधवार को आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों को दी। मेला महामंत्री ने बताया कि भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए नवसम्वत्सर पर नववर्ष मेला वर्ष 2002 से शुरू हुआ है। तभी से यह मेला प्रतिवर्ष लगता है। श्रीवास्तव ने बताया कि एक दिवसीय नववर्ष मेला का शुभारम्भ चैत्र कृष्ण अमावस्या संवत् 2078 तदनुसार एक अप्रैल 2022 को भूमि पूजन एवं हवन के साथ मध्यान्ह एक बजे से होगा। प्रतियोगिताऐं सायं 4 बजे से और मंचीय प्रतियोगिताएँ सायं 5:30 बजे से होंगी। दीप प्रज्जवलन रात्रि 8:15 से होगा। इसमें कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में श्री मज्जगदगुरू नाभा पीठाधीश्वर स्वामी श्री सुतीक्ष्ण देवाचार्य जी महाराज एवं मुख्य अतिथि जनरल वी०के० सिंह (पूर्व थल सेनाध्यक्ष) सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य मंत्री भारत सरकार एवं स्वागताध्यक्ष डॉ० हरिकृष्ण मदौरिया, चैयरमैन, भदौरिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स रहेंगे। इस दिन का विशेष आकर्षण योग नृत्य के अन्तर्गत रात्रि 9:00 बजे से विभिन्न रोमांचक प्रस्तुतियों रहेंगी। सौभाग्यशाली विजेता समारोह रात्रि 10 बजे से रहेगा।
नववर्ष मेला समिति अध्यक्ष कमलेश अरोरा ने बताया कि इस नवसम्वत्सर मेला में कोई भी विदेशी वस्तु की बिक्री नहीं होती। मेला में सभी स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री होती है। भारतीय संस्कृति के अनुसार मेला में आने वाले सभी आगुन्तको को चंदन लगाकर स्वागत किया जाता है। मेला से वापस जाते समय नीम की कॉपल और मिश्री का प्रसाद भेंट किया जाता है। मेला समिति द्वारा उन लोगों को जिनके घर में गंगा जल नहीं है, निःशुल्क गंगा जल और अन्य सभी को नवसम्वत्सर बधाई कार्ड भेंट स्वरूप दिया जायेगा।
मीडिया प्रभारी मुकेश शर्मा ने बताया मेला का मुख्या आकर्षण घोडा, ऊँट की सवारी झूले खेल-तमाशा, खान-पान की स्टॉल, स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री, योग कार्यक्रम, नृत्य संगीत के सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित भारतीय संस्कृति पर आधारित विविध मनोरंजक पूर्ण कार्यक्रम आयोजित होंगे।
पत्रकार वार्ता में अध्यक्ष कमलेश अरोरा, महामंत्री प्रदीप श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष अजय कुमार सर्राफ, सह कोषाध्यक्ष गंगाधर अरोरा, मीडिया प्रभारी मुकेश शर्मा, सह प्रभारी वृषभान गोस्वामी, प्रचार प्रमुख रामदास चतुर्वेदी पार्षद, एवं सह प्रचार प्रमुख तरुण नागर आदि उपस्थित रहे।