- आरएसएस द्वारा प्रबुद्ध नागरिक संगोष्ठी आयोजित
- राष्ट्रहित में शत प्रतिशत वोट करें- डॉ०रौतेला
मथुरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ब्रज प्रांत प्रचारक डॉ० हरीश रौतेला ने प्रबुद्ध नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में एक-एक वोट का महत्व है। निजी स्वार्थ, जाति, क्षेत्रवाद और राजनीति की जो गंदगी अंदर भरी है, उसे छोड़कर घर से निकलकर राष्ट्रहित में शत- प्रतिशत वोट करें तो वह लोकमत परिष्कार होगा। लोकमत परिष्कार से सशक्त सरकार मिलती है। अपने एक वोट की कीमत को पहचानो। एक वोट देश और समाज में बहुत कुछ परिवर्तन कर देता है। राष्ट्रहित में शत- प्रतिशत मतदान करते हुए राष्ट्रवादी शक्तियों को मजबूत करें, जिससे भारत पुनः विश्व गुरु बनकर विश्व समुदाय का नेतृत्व करें।
उक्त विचार मुख्य वक्ता ब्रज प्रान्त प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मथुरा महानगर के तत्वावधान में मसानी रोड लिंक स्थित एक होटल में आयोजित प्रबुद्ध नागरिक संगोष्ठी में मथुरा-वृन्दावन के प्रबुद्ध नागरिको को संबोधित करते व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में एक- एक वोट की बहुत महत्ता है, इसलिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने जन्म के बाद से लेकर जब इस देश के अंदर 1952 में लोकतंत्र का प्रथम चुनाव हुआ तब से जनजागरण कर लगातार लोकमत परिष्कार के कार्य में लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनजागरण का कार्य करता है ताकि जो वोटर है अपने वोट का महत्व और उसकी कीमत को अच्छी तरह समझे। उन्होंने विभिन्न देशों का उदाहरण देते हुए समझाया कि एक वोट देश, समाज और राजनीति पर क्या अच्छा और बुरा प्रभाव डालता है। उन्होंने यह बताया कि एक वोट से जर्मनी के अंदर हिटलरशाही इसलिए आयी कि हिटलर के राजनैतिक दल को एकमात्र वोट अधिक मिला था। यदि यह विपरीत होता तो सारी दुनिया के अंदर विशेषकर यहूदियों का इतना कत्लेआम नही होता। एक वोट अधिक मिलने से अमेरिका में जर्मनी भाषा की बजाय अंग्रेजी भाषा लागू हो गई और भारत में भी एक वोट कम प्राप्त होने की बजह से प्रधानमंत्री अटल जी की केंद्र की राष्ट्रवादी सरकार गिर गई थी।
वर्तमान में सरकार के प्रयास के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जनजागरण के प्रयास से भी लोकमत का प्रतिशत बढ़ा है। लोकमत परिष्कृत के प्रभाव से अच्छी सरकार का चुनाव होने से कश्मीर समस्या का समाधान हुआ है। उत्तर प्रदेश में सशक्त सरकार और नेतृत्व के कारण कुंभ मेला में 27 करोड़ लोगों ने बिना किसी व्यवधान के गंगा स्नान किया। कोई अप्रिय घटना नही हुई। यही रामराज्य है। कोरोना काल में कोई भूखा नही रहा। ग्यारह करोड़ लोगों को रहने को मकान मिला और राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हुई। आपके एक वोट से देश में राष्ट्रवादी सरकार आने से भारत देश के प्रधानमंत्री को 17 देशों का सर्वोच्च सम्मान मिला है। विदेशों में देश का सम्मान बढ़ा है और भारतीय सभ्यता- संस्कृति विश्वव्यापी हुई है।
उन्होंने कहा कि जो बुद्धिजीवी हैं उनकी बड़ी जिम्मेदारी है। वह घर पर ना बैठे। अपने मत सहित घर से निकल कर डोर- टू- डोर संपर्क कर गली- मोहल्ले और आसपास के क्षेत्रों में जन जागरण कर लोगों को शत-प्रतिशत मतदान करने के लिए प्रेषित करें। जिससे कि उ०प्र० में पुनः राष्ट्रवादी विचार की सरकार बने। राष्ट्रीय शक्तियां मजबूत हो और भारत विश्व गुरु बने। सुदामा कुटी के सुतीक्ष्ण मराराज ने आशीर्वचन प्रदान करते हुए बड़े उद्देश्य को देखते हुए शत- प्रतिशत मतदान करने का आव्हान किया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता मथुरा विभाग संघ चालक वीरेंद्र मिश्रा ने की संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन संगोष्ठी संयोजक प्रदीप श्रीवास्तव ने किया।
संगोष्ठी का प्रारम्भ अतिथियों द्वारा भारत माता के चित्रपट के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। संगोष्ठी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं सहित शिक्षाविद, शिक्षक, एडवोकेट, व्यवसायी भारी संख्या में उपस्थित रहे।