-नकली दलित नहीं चाहिए, बाहरी प्रत्याशी नहीं चाहिए के नारों से गूंजा माहौल
-कुछ संगठन पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि पब्लिक के आक्रोश को देख कार्यालय के रास्ते से ही लौटे
हाथरस। पब्लिक की परवाह ना करने का परिणाम है कि पब्लिक आर-पार के मूड में आ गई है। जिला कार्यालय पर जिले के कोने-कोने से लोगों हल्ला बोल दिया। पब्लिक के नारे थे…पब्लिक योगी-मोदी की दीवानी है, बाहरी को प्रत्याशी बनना बहुत बड़ी नादानी है। फर्जी दलित नहीं चाहिए नहीं चाहिए। फर्जी माहौर मुर्दाबाद, मुर्दाबाद आदि-आदि तरह के सैकड़ो नारे थे।
जी यह नारे आज हाथरस के भाजपा कार्यालय पर गूंजे। पब्लिक की पीड़ा का अंदाज इसी बात से लगता है कि कुछे कट्टर भाजपा कार्यकर्ताओं को छोड़ दें इस सैकड़ों की संख्या में उमड़ी पब्लिक में ज्यादातर वह लोग थे जो सीधे मोदी जी और योगी जी के दिवाने थे, लेकिन बिरोध इस बात का था कि क्षेत्र से पार्टी को समर्पित व्यक्ति के लिए प्रत्याशी बनाना था, लेकिन जिस को पार्टी ने टिकट थमायी है वह पहले ही भगोड़ा सावित हो चुका है। और तो और पब्लिक का तो यहां तक कहना था कि सिर्फ और सिर्फ इसलिए दलित प्रमाण-पत्र बनवाकर चुनाव लड़ाना कि राजनीतिक में आ जयें। लोगों का कहना था कि जिस की आधारशिला ही झूठ और फरेव पर हो तो वह पब्लिक का भला नहीं पर्सनल लाभ लेगा, लेकिन यह योगी और मोदी दोनों के त्याग और तपस्या वाले व्यक्तित्व के बिल्कुल खिलाफ है। पब्लिक का आक्रोश इतना था कि भाजपा जिला कार्यालय पर जो भाजपाई थे उन्होंने जब पब्लिक को रोका और समझाने का प्रयास किया तो यह पब्लिक उन पर ही आक्रोशित हो उठी। उधर, सूत्रों की माने तो पार्टी ने संगठन में जिस को जिले का मुखिया बनाया है वह एक जनप्रतिनिधि के साथ उस वक्त रास्ते से लौट गये जब उनको मोबाइल पर पब्लिक के आक्रामता की जान कारी मिली। बताते हैं पब्लिक ने जिला संगठन, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व उन लोगों को जम कर खरी-खोटी सुनावाई जो फर्जी दलित के चुनाव प्रचार में लगे हैं। पब्लिक अपने पूरे पराक्रम में थी और कई घंटे तक जिला कार्यालय का घेराव करती रही।