जच्चा-बच्चा की जान बचाने के लिए तैयार ऐप ‘मंत्र’ के उपयोग के तरीके समझाए

मथुरा समाचार

-अभिमुखीकरण कार्यक्रम में प्रसव केंद्रों पर तैनात एएनएम एवं स्टाफ नर्सों ने एप्लीकेशन का प्रशिक्षण लिया

मथुरा। गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशु की देखभाल के लिए तैयार किए गए विशेष ऐप ‘मंत्र’ के उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया।
मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय कुमार वर्मा की अध्यक्षता में यूनिसेफ की मंडलीय एवं जिला स्तरीय टीम द्वारा मां नवजात ट्रैकिंग एप ‘मंत्र, के बारे में अभिमुखीकरण किया गया।
इस मौके पर सीएमओ ने बताया कि प्रसव के दौरान गर्भवती को अगर जटिलता होती है, तो उसे मंत्र एप्लीकेशन में भरकर उसको जिला चिकित्सालय भेजा जायेगा। प्रसव उपरांत नवजात में होनी वाली जटिलताओं को एप पर भरने के बाद उसको हायर सेंटर पर भेजा जायेगा, जहां पर उसको उचित इलाज दिया जायेगा
इसमें जिले के सभी प्रसव केंद्रों से स्टाफ नर्स, नर्स मेंटर एवं समस्त ब्लॉक मोबिलाइजेशन को-ऑर्डिनेटर यूनिसेफ एवं जिला मातृ स्वास्थ्य सलाहकार द्वारा प्रतिभाग किया गया।डॉ वर्मा ने बताया कि गर्भवती से जुड़ी सभी जांच रिपोर्ट मंत्र एप पर लोड की जाएगी, ताकि जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के सटीक आंकड़े प्राप्त हो सकें। सीएमओ ने बताया कि जब एक गर्भवती प्रसव के लिए सामुदायिक या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आएगी तो उस दौरान मौजूद नर्स मेंटर या स्टाफ़ नर्स द्वारा गर्भवती के प्रसव के दौरान होने वाली प्रक्रियाओं को मंत्र एप में भरेंगी साथ ही नवजात का डाटा भी एप पर भरा जायेगा।
प्रशिक्षण ले चुके स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सभी प्रसव केंद्रों पर तैनात एएनएम एवं स्टाफ नर्सों को इस एप्लीकेशन के सम्बन्ध में प्रशिक्षण देंगे। इससे सभी लाभर्थियों का डाटा आनलाइन हो जायेगा।।
प्रशिक्षण के दौरान ए सी एम ओ डॉ देवेंद्र अग्रवाल यूनिसेफ रीजनल कोऑर्डिनेटर अरविन्द शर्मा, डिस्ट्रिक कोऑर्डिनेटर सना परवीन , डिविजनल कोऑर्डिनेटर शिवदत्त पाराशर मेटरनल हेल्थ कोऑर्डिनेटर मुकेश गौतम मौजूद रहे।

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