आईएएस सुरेंद्र सिंह ने ग्रामीण बच्चों का भविष्य संवारने के लिए शुरू की अनूठी पहल

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कासिमपुर गावं में आईएएस सुरेन्द्र सिंह व जितेंद्र सिंह ने पैतृक आवास को अपनी मां के नाम पर ‘स्व लहर कौर अध्ययन केंद्र’ बनाया

जरुरत पड़ने पर योजनाओं के लिए अपनी पैत्रिक जमीन निःशुल्क सरकार को देने की घोषणा की

सेवा का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करने पर ग्रामीणों ने जतायी खुशी, अधिकारियों ने मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह के परिवार को दी बधाई

मथुरा। बलदेव के ग्राम कासिमपुर (सैदपुर) व आसपास के ग्रामीण बच्चों के भविष्य को संवारने के उद्देश्य से प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और वर्तमान में मेरठ के मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह और उनके अग्रज राजस्थान विधि सेवा परिषद के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह सिकरवार ने अपने पैतृक आवास पर अपनी मां श्रीमती लहर कौर के नाम से ‘अध्ययन स्थल’ (पुस्तकालय व वाचनालय) खोला है।
रविवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल और एसएसपी डा गौरव ग्रोवर ने मंडलायुक्त के पिता स्व. हरी सिंह सिकरवार की स्मृति में “स्व लहर कौर अध्ययन स्थल’ का शुभारंभ किया। शिलापट्टिका का अनावरण दोनों अधिकारियों ने किया जबकि दोनों की धर्मपत्नियों ने अध्ययन केंद्र का फीता काटा। दक्षिणांचल विद्युत निगम के एमडी अमित किशोर आईएएस भी उपस्थित थे।
इससे पूर्व जिलाधिकारी, एसएसपी व दक्षिणांचल विद्युत निगम के एमडी अमित किशोर ने सपत्नीक सुरेंद्र के पिता स्व हरी सिंह और मां स्व. श्रीमती लहर कौर की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कहा कि यह बड़े गौरव की बात है हम आज सुरेन्द्र सिंह के सेवाभावी परिवार के बीच मौजूद हैं। इन्होने प्रशासनिक सेवा में सारे प्रदेश में कमाया है। अब वह अपने गांव व आसपास के ग्रामीण बच्चों का भविष्य बनाने के लिए आवास को पुस्तकालय और वाचनालय बनाकर सेवा का एक अनुकरणीय उदाहरण पेश कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सुरेंद्र सिंह इस क्षेत्र के विकास के लिए और यहां की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत रहते हैं।
एसएसपी डॉ गोरव ग्रोवर ने कहा कि माताजी श्रीमती लहर कौर एक सकारात्मक नाम है। सुरेंद्र और जितेंद्र ने एक अनुकरणीय शुरुआत की है। उनके पैत्रिक आवास में खोले गये पुस्तकालय से ग्रामीण बच्चों को अपना भविष्य संवारने में मदद मिलेगी। वे अब विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सरकारी नौकरी पा सकेंगे। कार्यक्रम में दक्षिणांचल विद्युत निगम के एमडी अमित किशोर आईएएस ने भी सुरेंद्र को बधाई दी।
कार्यक्रम के उपरांत आईपीएस व आईएएस अधिकारियों ने पुस्तकालय में पुस्तकें पढ़ कर वाचनालय (अध्ययन केंद्र) की शुरुआत की।
प्रारंभ में मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती गरिमा और राजस्थान विधि सेवा परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राजेश कुमारी चौधरी ने बुके व स्मृति चिन्ह प्रदान कर अतिथियों का स्वागत किया। पूर्व ब्लाक प्रमुख यतेन्द्र सिकरवार ने सुरेन्द्र सिंह की माताजी व पिताजी की बडी तस्वीर पुस्तकालय के लिए भेंट की। प्राचार्य डॉ अनीता सिकरवार ने क्षेत्र के मेधावी बच्चों के लिए पुस्तकालय खोले जाने को एक सराहनीय कदम बताया। साथ ही कार्यक्रम में मौजूद ग्रामीण बच्चों को शिक्षित होकर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती गरिमा और पत्रकार चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने किया।
कार्यक्रम में बलदेव पब्लिक स्कूल के एमडी डा अशोक सिकरवार, प्राचार्य डॉ अनीता सिकरवार, डॉ गाडविन त्यागी, प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री उदयभान सिंह जी की पुत्र वधू व आगरा की चिकित्सक डा नीतू चौधरी, दयालबाग विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. अरुण प्रताप व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कविता, बच्चू भैया आदि मौजूद थे।

मंडलायुक्त की चारों बहन श्रीमती किशनवती, श्रीमती राजेंद्र देवी, श्रीमती कुसुम देवी व श्रीमती कमलेश और उनके ससुरालीजन लोकार्पण समारोह में मौजूद रहे।

कुलपति और पूर्व विधायक ने भी गांव पहुंच कर दी बधाई

मथुरा। नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन व वर्तमान में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रोफ़ेसर बलदेव भाई शर्मा, पूर्व विधायक हुकुम चंद्र तिवारी ने भी पुस्तकालय का अवलोकन कर सुरेंद्र सिंह और जितेंद्र सिंह को बधाई दी। श्री बलदेव भाई शर्मा मूलतः पड़ोसी गांव पटलोनी के हैं। वह अपनी पुस्तक के विमोचन के लिए दिल्ली आए हुए थे। संयोग से वह आज अपने गांव आए। वहां से वह सुरेंद्र सिंह से मुलाकात करने के लिए उनके पैतृक आवास पर पूर्व विधायक हुकम चंद्र तिवारी जी के साथ आए।

अपने जूनियर बैच के आईएएस चहल से ये पेशकश कर सुरेंद्र सिंह ने सबको चौंकाया

मथुरा। मेरठ के मंडलायुक्त वर्ष 2005 बैच के आईएएस सुरेंद्र सिंह सिकरवार ने कार्यक्रम में अपने से कई बेच जूनियर आईएएस नवनीत सिंह चहल से कहा कि आप हमारे मथुरा जनपद के जिलाधिकारी हैं। आपको किसी भी सरकारी योजना के लिए यदि जमीन की जरुरत पड़े तो हमारी जमीन (खेत) सरकार को समर्पित हैं। बडे भाई जितेन्द्र सिंह का कहना था कि सरकारी योजनाओं के लिए उनकी पैत्रिक जमीन को जिलाधिकारी कभी भी निःशुल्क ले सकते हैं। कोई भी योजना इस जमीन में शुरु कराएं। उनके खेत गांव से सटे हैं। सरकारी योजना पिछड़नी नहीं चाहिए।

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