बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ करने वाले भेजे जाएंगे दूसरी यात्रा पर: योगी
कैराना में स्थापित होगी पीएसी की बटालियन
शामली/ लखनऊ।
मुजफ्फरनगर दंगा हो या कैराना से लोगों का पलायन। यह हमारे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि देश और प्रदेश की आन-बान-शान का मुद्दा रहा है। सरकार आई तो कानून व्यवस्था पर जीरो टालरेन्स की व्यवस्था की गई। इसी कारण जो लोग पलायन के लिए लोगों को मजबूर करते थे वह खुद पलायन के लिए मजबूर हो गए। धमकी की बात तो दूर, ये लोग अब सड़क पर भी नहीं चल सकते। अगर किसी ने व्यापारी, नागरिक को गोली मारने और बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ करने की कोशिश की तो उन्हें गोली मारकर दूसरी यात्रा पर भेज दिया जाएगा। यह हमारे लिए अस्मिता का मुद्दा है।
ये बातें कैराना में सोमवार को जनसभा में मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं।
कैराना में 250 करोड़ की लागत से स्थापित होने वाली पीएसी बटालियन का शिलान्यास करने पहुंचे मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में भी मैं शामली आया था। तब कैराना के बारे में कहा था कि यहां पर सुरक्षा का बेहतर वातावरण देंगे। कैराना की इस पीड़ा को बाबू हुकुम सिंह ने जोर-शोर से उठाया था। आज वह हमारे बीच में नहीं हैं। उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस क्षेत्र के बारे में जो विकास की सोच थी, उसी को जमीन पर उतारने के लिए हम ढेर सारी योजनाओं के साथ आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां की मांग थी कि पीएसी का एक बटालियन होना चाहिए। 250 करोड़ की लागत से इस बटालियन की आधारशिला रखने के लिए यहां आया हूं। 1278 पीएसी के जवान इस बटालियन में रहेंगे। किसी भी विपरीत स्थिति को रोकने के लिए यह बटालियन काम करेगी। जब इन जवानों का डंडा चलेगा तो यहां के अपराधियों के सामने अपने गले में तख्ती लटकाने के अलावा कोई चारा नहीं रहेगा। यही आश्वासन देने के लिए यहां आया हूं। मुजफ्फरनगर का दंगा रहा हो या कैराना का पलायन। यह हमारे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि प्रदेश और देश के आन-बान-शान का मद्दा है। जब हम लोग सत्ता में नहीं थे, तबभी हम कहते थे कि इस स्थिति को हम स्वीकार नहीं करेंगे। सरकार आई तो कानून व्यवस्था पर जीरो टालरेन्स की व्यवस्था की है। जो पलायन के लिए लोगों को मजबूर करते थे, वह खुद पलायन के लिए मजबूर हो गए। धमकी की बात तो दूर ये लोग अब सङ़क पर भी नहीं चल सकते। अगर किसी ने व्यापारी और नागरिक पर गोली मारने की कोशिश की तो उन्हें ही उलटे गोली मारकर दूसरी यात्रा पर भेज दिया गया। यह हमारे लिए अस्मित का मुद्दा है। किसी के सम्मान के विरुद्ध कोई काम नहीं करेंगे, लेकिन बहन-बेटियों की इज्जत साथ या व्यापारियों के साथ अराजक स्थिति पैदा करेगा तो उन्हें इसकी ऐसी सजा दी जाएगी कि उनकी आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी।
उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक और वाह्य स्थिति को सुदृढ़ बनाने का काम मोदी जी ने किया है। जिन लोगों के लिए वोट सर्वोपरि है, वह मुजफ्फरनगर दंगाइयों और कैराना के आतताइयों को सम्मान करते थे, क्योंकि उन्हें इनका वोट पसंद था। जब कैराना में दो निर्दोष हिन्दू मारे गए, हिन्दुओं के घर जलाए तब उन्हें जाति नजर नहीं आ रही थी। लेकिन यह धर्मचक्र है, समय बदलता है। मोदी जी ने यह चक्र ऐसा घुमा दिया है जो लोग पहले मंदिर में जाने से संकोच करते थे वह आज इतना बड़ा टीका लगाते हैं कि वही सबसे बड़े हिन्दू हैं। यह आपकी एकता की ताकत है इसी ताकत का अहसास कराने हम आए हैं।
सीएम योगी ने उपस्थित लोगों से कहा कि मोदी जी पर आपने विश्वास किया उन्होंने गरीब की कल्याणकारी योजनाओं को हर गांव हर परिवार तक पहुंचा दिया। विकास की बड़ी योजनाओं को भी लागू किया। उन्होंने सबका विकास सबका विश्वास जीतने का काम किया। प्रदेश के अन्दर साढ़े चार वर्ष में सरकार कैसे चलनी चाहिए यह भी दिखा दिया। पहले अपने लिए, अपने परिवार के लिए, अपने खानदान के लिए सरकार चलती थी । नौकरी भी लगती थी तो चेहरा देखकर, अब तो शामली के नौजवानों का ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने याद दिलाया कि हमारे सांसद और विधायक के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए थे। जिसमें वरिष्ठ नेता हुकुम सिंह और सुरेश राणा भी शामिल थे। उन्होंने कहा उस समय दंगाइयों को घर बुलाकर सम्मानित किया जाता था। विकास पर कुछ नहीं होता था। तब विकास का मतलब एक परिवार होता है। न सड़क, न समय पर खाद, न बीज, न आवास, न बिजली, न रसोई गैस और न गरीब को उपचार के लिए कोई व्यवस्था थी। मोदी जी आए तो गरीब को पक्का मकान दिया, हर गरीब को पांच लाख स्वसथ्य बीमा का कवर, निशल्क गैस कनेक्शन, फ्री बिजली कनेक्शन। 12 करोड़ गरीब किसानों को सम्मान निधि के रूप में समय से रुपया पहुंच जाता है, लेकिन विपक्षियों के पास इनके लिए कोई योजना नहीं थी।
उन्होंने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले नौजवानों को नौकरी नहीं मिलती थी और जब नौकरी की बात आती थी तो पूरा खानदार वसूली पर निकल पड़ता था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान 425 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिसमें पालीटेक्निक, अस्पताल, पेयजल योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि शामली बिजली के लिए तरसता था। हमने 800 करोड़ की लागत का बिजली स्टेशन शामली को दे दिया है। उपचार के लिए मेडिकल कालेज स्थापति करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। प्रशासन और सरकार ने कोरोना काल में इलाज की इतनी अच्छी व्यवस्था की कि दिल्ली के लोग उपचार के लिए यहां आना पड़ा।
संगीत का बेहतरीन घराना होने के कारण फिल्मी जगत के लिए कैराना महत्वपूर्ण था लेकिन कुछ लोगों ने अपनी नफरत और फितरत के कारण कैराना को बदनाम किया। यहां जो जन व धन हानि हुई है। इस मामले में कुछ पर कार्रवाई हुई है। जो बचे हैं उन पर जल्द कार्रवाई होनी चाहिए। जो पीड़ित हैं, उन्हें मुआवजा व अन्य सहायता भी उपलब्ध कराएंगे। जो व्यापारी पलायन कर गए थे आज वह वापस आए हैं। व्यापार में निवेश करके जो कारोबार को बढ़ा रहे हैं उन्हें मैं अभिनंदन किया है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी के आने के बाद कश्मीर में 370 समाप्त हो गई। तीन तलाक हमेशा के लिए समाप्त हो गया। अब तो अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। जो लोग भव्य मंदिर नहीं चाहते थे। जो 370 का विरोध करते थे वे लोग तब खुश होते हैं जब मुजफ्फरनगर में दंगा होता है कैराना में पलायन होता है या अफगानिस्तान में तालिबान शासन होता है, लेकिन हम यह नहीं होने देंगे। यह बहन-बेटियों के जीवन को नारकीय बनाता है। देश में जो कुकृत्यों का समर्थन कर रहे हैं, उन्हें प्रदेश में स्वीकार नहीं किया जा सकता। मोदी के नेतृत्व में देश व प्रदेश जब शांति और विकास के रास्ते पर बढ़ा है। यह केवल राष्ट्रधर्म की सोच के कारण संभव हुआ है। शासन की सुविधाओं के साथ-साथ हर व्यक्ति को सुरक्षा की गारंटी सरकार दे रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जाम की समस्या का समधान के लिए सहारनपुर बाईपास बन रहा है।