जिला जेल में 49 बंदियों में मिले टीबी के लक्षण, किया जागरूक

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जिला कारागार में क्षय रोगियों की जांच के लिए लगाया गया कैम्प
मथुरा। जिला कारागार में शनिवार को क्षय रोग विभाग द्वारा जांच शिविर का आयोजन किया गया। इसमें कैदियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।
जेल अधीक्षक बृजेश कुमार की अध्यक्षता में चिकित्साधिकारी डा. उपेन्द्र पाल सोलंकी की देख रेख में क्षय रोगियों की जांच का शिविर लगाया गया । टीम में रमाकांत वर्मा फार्मासिस्ट जिला जेल के अतिरिक्त अखिलेश दीक्षित, रविन्द्र कुमार शर्मा, अमित सिंह गौतम एवं धमेन्द्र कुमार शर्मा शामिल थे। उक्त शिविर में जिला क्षय रोग केन्द्र, मथुरा के वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक अखिलेश दीक्षित द्वारा बताया गया कि दो सप्ताह से अधिक की खांसी, बुखार आने पर व्यक्ति को क्षय रोग की जांच अपने नजदीकि स्वास्थ्य केन्द्र पर करानी चाहिए, टीबी की जांच एवं उसका उपचार पूर्णतया निःशुल्क उपलब्ध है ।
चिकित्साधिकारी डा. उपेन्द्र पाल सोलंकी द्वारा बताया गया कि टीबी रोग का कभी अधूरा उपचार नही छोड़ना चाहिए। बार बार उपचार छोडने से आपकी टीबी की बीमारी बिगड सकती है । उनके द्वारा कैदियों को बताया गया कि क्षय रोग से ग्रसित एक व्यक्ति पूरे वर्ष में 10 से 15 नवीन रोगियों को जन्म देता है ।
जिला पीपीएम समन्वयक आलोक तिवारी ने बताया कि विगत दो दिवस से जिला कारागार में निरूद्ध कैदियों के क्षय रोग की स्क्रीनिंग की जा रही है । कुल 829 निरूद्ध बंदियों के क्षय रोग की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। जिसमें 49 बंदियों में क्षय रोग के लक्षण मिले। इनके बलगम की जांच कराकर क्षय रोग की बीमारी का पता लगाया जाएगा। ।
जिला क्षय रोग अधिकारी, डा. संजीव यादव ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत अभियान चलाया जा रहा है।

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