बुनियादी शिक्षा से युवाओं की जिंदगी को संवारता जीएलए

यूथ

-जीएलए के छात्रों को मिले रहे 32 लाख से अधिक के ऑफर-नारायण दास अग्रवाल कुलाधिपति
-बीटेक कम्प्यूटर साइंस के छात्र साहिल श्रीवास्तव टेक इ ऑन में 28 लाख के पैकेज पर चयनित

मथुरा। छोटे शहर, कस्बे और गांव के हज़ारों विद्यार्थी अथक परिश्रम के बावज़ूद उच्च शिक्षण संस्थानों में व्यवसायिक पाठ्क्रमों में प्रवेश से वंचित रह जाते थे। कभी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण न कर पाने के कारण तो कभी आर्थिक कठिनाईयों के कारण। इसमें विशेषकर ग्रामीण आंचल एवं क्षेत्रीय विद्यार्थी होते थे। इस बात का स्वयं अनुभव वर्तमान जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के कुलाधिपति श्री नारायण दास अग्रवाल ने अपने जीवन में किया।
अत: अवसर आते ही उन्होंने ऐसे शिक्षण संस्थान की स्थापना का संकल्प लिया जहां ये अवसर सभी ऐसे वंचित विद्यार्थियों को मिल सके, जिसका परिणाम जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा है जो आपके समक्ष 120 से अधिक एकड़ भूमि में 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण रोज़गार परक शिक्षा प्रदान कर रहा है। आज यही जीएलए अपने यहां अध्ययनरत छात्रों को विश्वस्तरीय फैकल्टी यानि बेजोड़ शिक्षा के दम पर दिग्गज कंपनियों के माध्यम से 7 लाख से लेकर 32 लाख से अधिक तक के ऑफर प्रदान कर रहा है।
जीएलए की विशेषता यह है कि यह उन विद्यार्थियों के लिए एक ऐसे स्थान पर बनाया गया है जो शहरों से दूर अनेक ग्रामों के मध्य स्थित है और ग्रामीण अंचल के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए विशेष पाठ्यक्रम चलाता है। मेरा मानना है कि जो देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थान मात्र देश के चुनिंदा सर्वश्रेष्ठ एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को शिक्षा देते हैं तो उन्हें कौन शिक्षा देगा जो इन सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में स्थान प्राप्त नहीं कर पाए! आज जीएलए उन छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा दे रहा है जो छात्र सरकारी संस्थानों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के बावजूद भी अपने लिए जगह नहीं बना पाये। यही नहीं यहां अध्ययनरत छात्रों को रोजागारोन्मुखी बनाने के लिए जीएलए अथक प्रयास कर रहा है।
आधुनिक युग में टॉप इनोवेशन की राह पर बढ़ते हुए आधुनिक शिक्षा के नवनिर्माण की पहल में जीएलए विश्वविद्यालय की स्थापना कई मायनों में शिक्षा की पुस्तक पर एक नई लिपि है। यूं तो भारत में पूर्व से ही 800 से अधिक विश्वविद्यालय, 20 हजार उच्च शिक्षा के संस्थान अस्तित्व में है परन्तु उत्तर प्रदेश मथुरा के ग्रामीण परिवेश में स्थित जीएलए विश्वविद्यालय कुछ अर्थों में सबसे खास है। देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान, देश के कठिनतम प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को ही प्रवेश दे पाते हैं और इस प्रकार हजारों अन्य प्रतिभाशाली छात्र प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण न कर पाने के कारण अथवा आर्थिक कठिनाइयों के कारण उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।
नवोन्मेश कार्यों से कम नहीं जीएलए
विश्वविद्यालय ने स्थानीय लोगों की अपेक्षाओं एवं आवश्यकताओं के अनुरूप कई पाठ्यक्रमों की शुरूआत की है, जिनमें छात्रों को तकनीकी एवं रोजगारपरक शिक्षा एवं प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर उनके जीवन में अमूल-चूल परिवर्तन लाने का महती कार्य किया है। यह योगदान क्षेत्र, प्रदेश एवं देश के लिए किसी नवोन्मेश से कम नही है। इसके अतिरिक्त क्षेत्रीय समस्याओं के प्रति जागरूकता हेतु न केवल अभियान-स्वच्छता अभियान, पॉलीथीन मुक्त वृन्दावन, नशामुक्त मथुरा वृन्दावन, स्वास्थ्य पखवाड़े आदि का आयोजन विश्वविद्यालय करता है, बल्कि इन समस्याओं के समाधान हेतु नवीन शोध जैसे- कैंसर के इलाज के लिए सस्ती दवाई, अधिक उपज के लिए नैनो-टेक्नोलॉजी का उपयोग सौर-ऊर्जा के सस्ते उपकरण, सस्ती एवं कम लागत की सड़कों का निर्माण, सस्ते शौचालय, स्त्री सुरक्षा जैसे तमाम क्षेत्रों में जीएलए विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी सतत योगदान कर रहे हैं।

जीएलए को मिला पुरस्कार या सम्मान

  • नैक द्वारा ‘ए‘ ग्रेड ।
    -यूजीसी से 12बी स्टेटस।
    -आईएसीबीई द्वारा मान्यता प्राप्त।
  • टाइम्स ऑफ इंडिया (टाइम्स इंजीनियरिंग) द्वारा भारत में उभरते हुए इंजीनियरिंग संस्थानों में पहला स्थान।
  • दैनिक जागरण (जोश) द्वारा उत्तर प्रदेश की बेस्ट यूनिवर्सिटी।
    उद्यमिता के विकास हेतु स्टार्टअप इन्क्यूबेटर केन्द्र
    मथुरा। नवाचार और उद्यमिता के विकास हेतु उत्तर प्रदेश सरकार के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग द्वारा जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा को स्टार्टप इन्क्यूबेटर सेंटर बनाये जाने की मंजूरी प्रदान की है। इस स्टार्टअप नीति के तहत युवाओं को नवाचार और उद्यमिता के विकास हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उत्तर प्रदेश स्टार्टअप इन्क्यूबेटर नीति के तहत प्रदेश सरकार के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग द्वारा प्रदेश में इस बार 7 नए केन्द्रों को मंजूरी दी है। उनमें से एक जीएलए विश्वविद्यालय का होना न केवल जीएलए परिवार के लिए, बल्कि मथुरा एवं आसपास के क्षेत्रों के लिए गौरव की बात है। इन इन्क्यूबेटर सेंटरों पर जहां शिक्षित-प्रशिक्षित युवा बेरोजगार अपना स्टार्टअप स्थापित करके उद्यमी बनने की ओर अग्रसर होंगे। वहीं प्रदेश में स्टार्टअप हेतु अनुकूल वातावरण तैयार करने में इन केंद्रों से सहायता मिल सकेगी। इस प्रक्रिया के तहत युवाओं को रोजगारपरक बनने में आसानी होगी।

दर्जनों विश्वस्तरीय संस्थानों से करार, मिल रही उत्कृष्ट शिक्षा
मथुरा। जिस विश्वस्तरीय शिक्षा को पाने के लिए छात्र अन्य देशों और प्रदेशों की ओर रूख करते हैं, वैसी ही शिक्षा छात्रों को देने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने अपने कदम बढ़ाये हैं। जीएलए ने विभिन्न देशों और और प्रदेशों के दर्जनों विश्वविद्यालय एवं रिसर्च संस्थानों सहित कंपनियों से समझौता कर एमओयू साइन किए हैं। इन समझौतों के माध्यम से विश्वविद्यालयों के शिक्षक सहित विषय विशेषज्ञ तथा कंपनियों के एचआर हैड छात्रों को रोजगारपरक बनाने के लिए उच्च स्तरीय शिक्षा देंगे और अपने अनुभव साझा करेंगे।
एमओयू के बारे में जानकारी देते हुए जीएलए के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने बताया कि छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने विश्वस्तरीय शिक्षा हेतु पराना यूनिवर्सिटी ब्राजील, अर्कासंस स्टेट यूनिवर्सिटी यूएसए, जेक्सनविले स्टेट यूनिवर्सिटी अलबामा यूएसए, एफएचएस यूनिवर्सिटी यूएसए, यूनिवर्सिटी ऑफ थॉमस यूएसए, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी सेनबर्नाडिनो यूएसए, यूनिवर्सिटी ऑफ मलेशिया, इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स एकेडमिया ताइवान, जादवपुर यूनिवर्सिटी कोलकाता, सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी गया, न्यूक्लियर प्रेक्टीकल फिजिक्स बीएचयू आदि यूनिवर्सिटीयों से करार हुआ है।
संस्थानों और कंपनियों में जेएसएस साइंस टेक्नोलॉजी नोएडा, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर) इज्जतनगर यूपी, आरबीएस कॉलेज आगरा, आईबीएम बैंगलुरू, वंडरमैन थॉम्पसन गुरूग्राम, जेबीएम गु्रप फरीदाबाद, एनएसआईसी अलीगढ़, सिम्पा एनर्जी नोएडा, नेशनल इंस्ट्रूमेंट्स बैंगलुरू, एडगेट टेक्नोलॉजी बैंगलुरू, धनवंतरि मेडीकल कॉलेज एण्ड रिसर्च सेन्टर यूपी, एवरटच हेल्थकेयर एण्ड गु्रप यूपी, इलाईट स्पोर्टस इंडिया पुणे, सेफड्यूकेट न्यू दिल्ली, क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया, एसवीआर इंफोटेक पुणे, टुवसुड साउथ एशिया पुणे, बेन्टले सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस टेक्नोलॉजी नोएडा, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी रूड़की आदि के साथ एमओयू साइन हुए हैं।
श्री अग्रवाल ने बताया कि आधुनिक समय में जहां कंपनीज़ विद्यार्थियों में अच्छा औद्योगिक एक्सपोजर, उनकी श्रेष्ठ कम्यूनिकेशन स्किल्स, क्रिटिकल थिकिंग, प्रॉब्लम साल्विंग और लीडरशिप स्किल्स चाहती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए जीएलए विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के विकास हेतु विभिन्न यूनिवर्सिटी और संस्थानों के साथ स्टूडेन्ट एवं फैकल्टी एक्सचेन्ज प्रोग्राम, रीसर्च कोलेबोरेशन, समर ट्रेनिंग, क्रेडिट ट्रांसफर, गेस्ट लेक्चर जैसे विभिन्न विषयों पर सहमति की एवं एमओयू साइन किया। इसी दौरान पाठ्यक्रमों के समायोजन एवं क्रेडिट ट्रांसफर किए जा सकेंगे। इसके अन्तर्गत आने वाले सेमेस्टर्स में जीएलए के विद्यार्थी एवं शिक्षक विभिन्न संस्थानों में जाकर पढ़ और पढ़ा सकेंगे। इसी प्रकार अन्य संस्थानों के विद्यार्थी जीएलए इंजीनियरिंग, एजूकेशन एवं मैनेजमेंट के अनेक पाठ्यक्रम पढ़ सकेंगे। जीएलए विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को पढ़ाने हेतु प्रत्येक सेमेस्टर में विभिन्न यूनिवर्सिटीयों/संस्थानों के विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर आकर पढ़ायेंगे।

छात्रों की रूचि के अनुसार कोर्सेस
विश्वविद्यालय में इंटर पास छात्रों की प्रत्येक रूचि के अनुसार ग्रेजुएशन/इंजीनियरिंग में बीटेक-(सीएस, ईसी, ईई, मैकेनिकल, सिविल, ईसीई विद माइनर सीएसई, ईसीई विद स्पेशलाइजेशन इन वीएलएसआई, बायोटेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, मैकाट्रोनिक्स इंजीनियरिंग), बीटेक सीएस विद आईबीएम (डीए, सीसीवी, सीएसएफ, एआईएमएल), बीटेक सीएस एवं मैकेनिकल विद डीसीएस (इंडस्ट्रीयल आईओटी, स्मार्टमेन्युफैक्चरिंग), बीटेक ऑनर्स कम्प्यूटर साइंस, बीटेक लेटरल एंट्री-(ईसी, ईई, ईएन, मैकेनिकल, सिविल, सीएस, बायोटेक्नोलॉजी), बीफार्मा, बीफार्मा लेटरल एंट्री, डीफार्म, बीएससी ऑनर्स (बायोटेक, कैमिस्ट्री, फिजिक्स, एग्रीकल्चर), बीसीए, बीसीए ऑनर्स, बीबीए, बीबीए ऑनर्स, बीबीए फैमिली बिजनेस, बीकॉम ऑनर्स (जीए विद सीआईएमए), बीए ऑनर्स (इकॉनॉमिक्स, अंग्रेजी), बीएड, बीए एलएलबी ऑनर्स, बीकॉम एलएलबी ऑनर्स। साथ ही पोस्ट ग्रेजुएट में एलएलएम, एग्जीक्यूटिव एलएलएम, एमटेक, एमफार्म, एमएससी बायोटेक (माइक्रोबायोलॉजी एंड इम्यूनोलॉजी, कैमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथमेटिक्स), एमबीए, (एमबीए ऑनर्स, इंटीग्रेटेड, कंस्ट्रशन मैनेजमेंट, फाइनेंशियल मार्केट्स एंड बैंकिंग, लॉजिस्टिक एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट), एमसीए कोर्सेज हैं। डिप्लोमा इंजीनियरिंग के अलावा पीएचडी भी विश्वविद्यालय में संचालित हैं।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से घर बैठे मिल रही आधुनिक शिक्षा
मथुरा। कोविड 19 में बहुत कुछ बदला, छात्रों की पढ़ाई का तरीका भी बदल गया। कोरोना वायरस से जंग में जीएलए विश्वविद्यालय में छात्रों की पढ़ाई को लेकर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर कई बदलाव किए गए हैं। सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था है। गेट पर ही सभी शिक्षकों तथा अन्य कर्मियों के तापमान की जांच की जाती है। ठीक यही व्यवस्था छात्रों के लिए भी लागू है। विषम परिस्थितियों में परिसर में ही आइसोलेशन की भी सुविधा है। स्टाफ और विद्यार्थी शारीरिक दूरी बना कर रहें, इसका विशेष ध्यान रखा जाता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि नए छात्रों के थ्योरी, प्रैक्टिकल व स्किल डेवलपमेंट के लिए ऑनलाइन और डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किए गए हैं। थ्योरी के लिए लिए जहां ऑनलाइन क्लास की सुविधा उपलब्ध रहेगी, वहीं क्लास छूट जाने पर उसे हर लेक्चर रिकॉर्डेड रूप में भी मिलेगा। तय तारीख की क्लास का लेक्चर विद्यार्थी कंप्यूटर लैब या खुद के मोबाइल पर सुन सकेंगे। ऐसे में किसी कारणवश शहर के बाहर होने पर भी विद्यार्थी पढ़ाई से जुड़े रहेंगे।
उन्होंने बताया कि आगे भी जीएलए कोरोना से संबंधित मापदंडों का ध्यान रखते हुए विद्यार्थी हित में जरूरी पहल करता रहेगा। छात्रों को मिल रही ऑनलाइन शिक्षा एवं कंपनियों में ऑनलाइन साक्षात्कार और परीक्षा की प्रक्रिया को निरंतर गति प्रदान की जायेगी। विश्वविद्यालय की सेन्ट्रल लाइब्रेरी में भी सुरक्षा को देखते हुए एहतियात बरतते हुए सम्पूर्ण किताब, रिसर्च, वर्कशॉप, विषय विशेषज्ञों द्वारा अतिथि व्याख्यान एवं विभिन्न क्रिया कलापों को ऑनलाइन किया गया है। छात्र लाइब्रेरी के पोर्टल के माध्यम से सभी किताबें ऑनलाइन पढ़ सकते हैं।

400 कंपनियों में 2100 छात्रों को मिला रोजगार
मथुरा। विदित रहे कि कोरोना की आहट से पहले पिछले सत्र 2019-20 में भी 260 से अधिक कंपनियों में 1700 से अधिक छात्रों को रोजगार दिलाकर कीर्तिमान स्थापित करने वाले जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौर में 40 से अधिक कंपनियों में 190 से अधिक छात्रों को रोजगार दिलाकर सत्र 2020-21 में एक नया रिकॉर्ड कायम करते हुए अब तक 2100 से अधिक छात्रों को 400 से अधिक कंपनियों में रोजगार दिलाया जा चुका है।
बताते चलें कि जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में जहां लॉकडाउन के दौर में भी छात्रों को रोजगार दिलाने का सिलसिले के साथ पठन पाठ्न प्रक्रिया सुचारू रूप से ऑनलाइन चलती रही। ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग की टीम ने अपने पूर्ण प्रयासों से माइक्रोसॉफ्ट, टीसीएस, कैपजेमिनी, वीवीडीएन, सेमसंग आइरेक्स, मोंटेकार्लो, टेक्नोवर्ट, सीडीके ग्लोबल, जेमिनी सॉल्यूशन, एनालाइटिक्स विद्या, मेट्रिक स्ट्रीम, लिडो, हाइक एजुकेशन, माइएनाटॉमी, इब्यूलिएंट सिक्यॉरटीज आदि कंपनियों से संपर्क साधकर ऑनलाइन साक्षात्कार और परीक्षा के माध्यम से सत्र 2020-21 के 2100 से अधिक छात्रों को 6 लाख से 22 लाख तक के सालाना पैकेज पर रोजगार दिलाया है। इसके अलावा 32 लाख तक के ऑफर कंपनियों ने छात्रों को प्रदान किए हैं। हाल ही में टेकइऑन कंपनी में कम्प्यूटर साइंस के छात्र साहिल श्रीवास्तव को भी 28 लाख से अधिक के पैकेज पर रोजगार मिला है।
जीएलए विश्वविद्यालय के सीईओ नीरज अग्रवाल ने कहा है कि अब छात्र तैयार रहें और अपनी असीमित शक्तियों के साथ कमर कस लें। उसके लिए जिसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय में 3 से 4 वर्ष कठिन परिश्रम किया। इसलिए अब डटकर मुकाबला करना होगा। कंपनियों से संपर्क साधा चुका है। बहुत जल्द ही यह कंपनियां विश्वविद्यालय के छात्रों को रोजगार देने के लिए आतुर हैं।

जीएलए में प्रवेश प्रक्रिया तेज
मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा उत्तर प्रदेश ने पिछले वर्ष की तरह कोविड 19 महामारी के चलते अपने 2021 के एडमिशन को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है। अब विद्यार्थी अपने घर से ही पूरा एडमिशन प्रोसेस कर अपनी सीट सुरक्षित कर पायेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह फैसला विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए लिया है और हमारा प्रयास है कि हम सही समय पर अपना नया शैक्षणिक सत्र चालू कर देंगे, जिससे विद्यार्थियों का समय खराब न हो। बारहवीं पास कर रहे हजारों विद्यार्थियों के लिए अनेक मोटिवेशनल वेबिनार लिए जा रहे हैं, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से जैसे कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, आसाम, अरूणाचल प्रदेश, ओरिसा, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश तथा कई पड़ोसी देशों से जैसे कि नेपाल, भूटान, बांग्लादेश आदि से विद्यार्थियों ने शिरकत कर रहे हैं। इस वेबिनार में विद्यार्थियों ने जीएलए प्रशासन से शीघ्र एडमिशन प्रक्रिया को चालू करने की अपील की है, जिसके देखते हुए विश्वविद्यालय ने एडमिशन की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन बना दिया है। विश्वविद्यालय के इस नए ऑनलाइन एडमिशन प्रोसेस को वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.जीएलए.एसी.इन पर देखा जा सकता है या जानकारी पाने के लिए 8937099911 पर कॉल किया जा सकता है। वाट्सएप पर जानकारी प्राप्त करने के लिए 6399020003 से एडमिषन प्रोसेस की पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

छात्रों को नियमित रोजगार प्रदान करने वाली कंपनियां
मथुरा। माइक्रोसॉफ्ट, डीजेटी कॉर्पोरेशन, असेंचर, बाइजस, टीसीएस, कोड नेशन, बाइहटके, अमेजॉन, डिस्ने, गोल्ड मैन, एजीरा टेक, नवीजस, हैकर अर्थ, गेम्सक्राफ्ट, वीवीडीएन, एक्सजीएंट, इंफोसिस, कंक्रीट प्लानर, एसजीके इंडिया, जारो इंस्टीट्यूट, कॅरिगर टूल्स, फॉर्मुलिक इंजीनियर, कैपजेमिनी, कांसेंट्रिक्स, विप्रो, टौरी हैरिस, लीडो, फोर काइट्स, वोल्टास, हिताची, एमयू सिग्मा, ग्लोबल लॉजिक, जेके टायर, बीकेटी टायर, ईपेम, टेक सिस्टम, मेड लाइफ आदि सैकड़ों कंपनियां छात्रों को रोजगार प्रदान करने के लिए अपने प्लेसमेंट कार्यक्रम आयोजित करती हैं।

फ्यूचर प्लॉन
भविष्य की योजनाओं में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की आधारभूत संरचनाओं का निर्माण, जिनमें हाईटेक स्पोट्र्स एवं एथेलेटिक सेन्टर जैसी योजनाएं हैं। निकट भविष्य में जीएलए छात्रों के लिए 60 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत एवं अध्यापकों व कर्मचारियों हेतु 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत रेजिडेन्सियल कैम्पस बनाना, क्षेत्रीय प्रादेशिक, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप नवीन पाठ्यक्रमों की शुरूआत। एकेडेमिक एक्सिलेन्स सेन्टर की स्थापना एवं शोध हेतु नवीन प्रयोगशालाओं की स्थापना करना आदि भविष्य की योजनाएं हैं।

आज कंपनी और स्टार्टअप के मालिक हैं छात्र

मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के विभिन्न कोर्सों के छात्र बुनियादी शिक्षा के दम पर विभिन्न स्टार्टटप के माध्यम से दर्जनों कंपनियां तैयार कर चुके हैं। जिनको न्यूजेन आइईडीसी के माध्यम से रजिस्टर्ड कराने में भी सफल रहे हैं। बीटेक के छात्र हर्ष शर्मा ने क्राउड एमजीटी, प्रिंस गुप्ता ने एमएल वोल्ट, दीपक अवस्थी ने टेकविस, अनमोल कुमार सचान ने इंकोजिनीमस, रितिक श्रीवास्तव ने एमब्रिक म्यूजिक, सचिन सिंह सेंगर ने टेज्ड ई मोलेन साईकिल, अनिंदय सिंह ने ईबीबीलि मीडिया, शिव कुमार शर्मा ने मेरी किताब, सचिन शुक्ला ने इन ऑडिटा मीडिया, राजदीप गौतम ने फूड वेगन, साइबर इमपोस्टर, हैपटिज्म, मर्चेन्ट साहेब, ब्लू नक्स, द विग, टेक केट्स, मॉंकी सॉल्यूशन, फूड कॉल, टेक्नोसॉल, लॉजिकल वेल्यू इंफो, स्क्वायर रिंग एंटरप्राइज, फिनेरा, रिफेम डिजिटल, लीगल 24 बाइ 7, ईको गेप पिलर, फ्लोरा मीडिया, हैल्थी यू, सफलता कॅरियर, घर पे केक, कोडिंग देव, टेक वेयर, इन स्पाइक, टूर इन टाउन, अन्र्तप्रेरणा, अस्वन, कॅरियर मिलाप एलएलपी, उत्कर्ष इनोवेशन, कैफेक सर्विस, बेक्र्स ब्रिस्क, पुस्तक शदवाल जैसे विभिन्न स्टार्टअपों के माध्यम दर्जनों कंपनियां छात्र रजिस्टर्ड भी कराने में सफल रहे हैं।

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