जीएलए को मिली बेस्ट इंजीनियरिंग रैंकिंग

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मथुरा। बात जब बेहतर उच्च शिक्षा, प्लेसमेंट अथवा रिसर्च की हो तो इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर प्रयोगशालाओं एवं परिसर में छात्रों को उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का नाम सर्वश्रेष्ठ सूची में आता है। हाल ही में टाइम्स इंजीनियरिंग ने भी अपने सर्वे में देश/प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में शामिल करते हुए इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट को बेस्ट रैंकिंग से नवाजा है।
हाल ही में टाइम्स इंजीनियरिंग ने देश के सर्वश्रेष्ठ सरकारी एवं प्राइवेट 175 इंजीनियरिंग संस्थानों का सर्वे किया है। इसके अलावा देश के प्राइवेट इंजीनियरिंग में अलग से 125 सर्वश्रेष्ठ संस्थानों का सर्वे कर जीएलए विश्वविद्यालय को देश में 18वीं बेस्ट रैंकिंग से नवाजा है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में टॉप प्लेसमेंट/बेस्ट इंजीनियरिंग संस्थानों में तीसरी रैंक हासिल हुई है। रिसर्च के क्षेत्र में भी पेटेंट पब्लिश एवं ग्रांट कराने एवं अन्य जर्नल्स में प्रकाशन हेतु विश्वविद्यालय लगातार बढ़त बनाये हुए है।
विदित रहे कि पूर्व में भी जीएलए को कई अवार्ड कार्यक्रमों में उत्कृष्ट शिक्षा, प्लेसमेन्ट, आधारभूत संरचनाएं, रिसर्च मैथड्स, शिक्षकों की गुणवत्ता, इंण्डस्ट्री संवाद, समर ट्रेनिंग इत्यादि को ध्यान में रखते हुए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। आज भी विश्वविद्यालय में ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम आधुनिक प्लेटफॉर्म तैयार कर बेहतर शिक्षा प्रदान की जा रही है। प्लेसमेंट की अगर बात की जाय तो आज विश्वविद्यालय के छात्रों को रोजगार देने के लिए 400 से अधिक कंपनियां ऑनलाइन/ऑफलाइन जुड़ी हुई हैं। सत्र 2020-21 के 2100 से अधिक छात्रों को रोजगार मिल चुका है। छात्रों को दिग्गज कंपनियां के माध्यम से 7 लाख से लेकर 31 लाख से अधिक तक के ऑफर प्रदान किए गए हैं। हाल ही में टेकइऑन कंपनी में कम्प्यूटर साइंस के छात्र साहिल श्रीवास्तव को भी 28 लाख से अधिक के पैकेज पर रोजगार मिला है।
जीएलए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने कहा कि प्लेसमेंट के क्षेत्र में जिस प्रकार कीर्तिमान स्थापित किया है उस कीर्तिमान में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की टीम का भारी सहयोग है। इसके अलावा छात्रों को रोजगार के क्षेत्र में सफलता हासिल कराने के लिए ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट विभाग की टीम जुटी हुई है। छात्रों को इंटर्नर्शिप के दौरान ही 25 से लेकर 50 हजार माह तक की अर्निंग शुरू हो जाती है, जिससे जीएलए को दूसरे संस्थानों से अलग आंका जाता है।

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