बीएसए की नियुक्ति को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने मुख्यमंत्री से की मांग

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मथुरा। जनपद में विगत कई माह से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी न होने से शिक्षकों की समस्याओं का निस्तारण नही होने के चलते राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने मुख्यमंत्री और बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री से नियमित बीएसए की तैनाती की मांग की है।
मुकेश शर्मा जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मथुरा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं शिक्षा निदेशक (बेसिक) उ०प्र० लखनऊ को ईमेल और ट्वीट कर भेजें पत्र में कहा है कि जनपद में विगत कई माह से नियमित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की नियुक्ति नही होने के कारण शिक्षकों की समस्याएं काफी लंबे समय से लंबित चल रही है। इससे एक ओर विभागीय कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर शिक्षक एवं जन सामान्य में सरकार की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
जिलाध्यक्ष ने बताया है कि जनपद मथुरा में नियमित से बीएसए की नियुक्ति न होने कारण शिक्षकों की समस्याएं कई वर्षों से लंबित हैं। जनपद में शिक्षक भर्तियों 15000, 12460, 68500, 69000 एवं अंतर्जनपदीय स्थानांतरित शिक्षक एवं अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरित शिक्षकों के बकाया वेतन के एरियर का भुगतान नहीं हो सका है। विभिन्न भर्तियों में नियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन उपरांत नियमित वेतन भुगतान हो रहे हैं, किंतु विभागीय पटल सहायकों एवं अधिकारियों की मनमानी एवं अनुचित मांगों के कारण पत्रावली काफी लंबे समय से लंबित पड़ी हैं और शिक्षकों के बकाये वेतन का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कहा है कि शिक्षकों के स्वीकृत चयन वेतनमान के अवशेष एरियर का भुगतान भी नहीं किया जा सका है। 69 हजार शिक्षक भर्ती में नवनियुक्त शिक्षकों की कार्यभार ग्रहण करने की तिथि जनपद मथुरा में अलग-अलग विकास खंडों में अलग-अलग अंकित की गई है, जबकि सभी अध्यापकों को बीएसए कार्यालय में एक ही तिथि में कार्यभार ग्रहण कराया गया है। विद्यालयों में कार्यरत अध्यापक और अध्यापिकाओं का परिचय पत्र बनाए जाने के संबंध में 25 फरवरी, 2020 को उप सचिव उ०प्र० बेसिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज के आदेश होने के बावजूद अद्यतन शिक्षकों के परिचय पत्र नहीं बनाए गए हैं, जबकि इस संबंध में 2 दिसंबर 2019 के द्वारा जनपद को बजट अवमुक्त भी प्राप्त हो चुका है।
शासन और विभागीय निर्देशों के बावजूद भी जनपद में शिक्षकों को विभिन्न कार्यालयों यथा बीएसए कार्यालय, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक), डायट मथुरा एवं अन्य विद्यालयों में शिक्षकों को मनमाने ढंग से नियम विरुद्ध संबद्ध किया हुआ है। जबकि विभाग द्वारा शासन एवं उच्चाधिकारियों को जनपद में किसी भी स्तर पर कोई भी अध्यापक किसी अन्य कार्यालय या विद्यालय में संबद्ध नही होने का झूठा प्रमाण पत्र भी दिया गया है।
शिक्षकों की अन्य समस्याएं भी बिना किसी कारण से विभागीय अधिकारियों, पटल प्रभारियों एवं लिपिकों ने जनपद में नियमित बीएसए नही होने के कारण मॉनिटरिंग के अभाव में जानबूझकर लंबित की हुई हैं।
पत्र के माध्यम से जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने जनपद मथुरा में नियमित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की नियुक्ति की मांग करते हुए कहा है कि नियमित बीएसए की तैनाती होने से मथुरा की शिक्षा व्यवस्था में समुचित सुधार हो सकेगा।

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