चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार
-विवि के तकनीकी सहयोग से बनेंगी पोषणीय वाटिका
-पोषण स्कीमों के कुशल संचालन के लिए महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण
मथुरा। प. दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो संबर्द्धन केंद्र (वेटरिनरी विवि) जनपद के पांच आंगनवाड़ी केन्द्रों का चयन कर उन्हें तकनीकी सहयोग देगा। विवि की ओर से चयनित गांवों में मॉडल के तौर पर आदर्श पोषणीय वाटिका स्थापित करायी जांएगी। वे आंगनवाड़ी केन्द्र आदर्श केंद्र कहलाएंगे। इन केंद्रों की आंगनवाड़ी महिला कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
वेटिरिनरी विवि की ओर से यह घोषणा महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण में की गयी। ये प्रशिक्षण वेटरिनरी विवि परिसर में कृषि विज्ञान केन्द्र पर दिया गया। ये स्वास्थ व पोषण स्कीम संचालन हेतु दिया दिया गया।
प्रशिक्षण सत्र में मुख्य अतिथि वेटरिनरी विवि के कुलपति प्रो जीके सिंह ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पोषण हेतु चलायी जा रही कुपोषण नियंत्रण स्कीमों को सफल बनाएं।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुकेन्द्र गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली अधिकांश महिलाएं खून की कमी से ग्रसित रहती हैं। इन महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने का काम महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कर सकती हैं।
कोविड नियंत्रण के प्रभारी डा.भूदेव सिंह ने कहा कि टीकाकरण व कोविड गाइड लाइन का पालन करना जरूरी है। इस काम में आंगनवाडी कार्यकर्ता हाथ बंटा सकती हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी (आंगनवाड़ी) अभिनव मिश्र ने कहा कि पोषण स्कीम के तहत ही वजन अभियान चल रहा है। इसमें बच्चों के वजन व लंबाई के माध्यम से बच्चों में कुपोषण व अति कुपोषण की पहचान की जा रही है। महिलाओं को पोषण वाटिका बनाना सिखाना होगा.
वेटरिनरी विवि मथुरा जनपद के पांच आंगनवाडी केन्द्रों का चयन कर सहयोग देगा। विवि चयनित गांवों में माडल के तौर पर आदर्श पोषणीय वाटिका स्थापित कराएगा। वे आदर्श आंगनवाडी केन्द्र कहलाएंगे।