बेहिचक करें रक्तदान, बचा लें किसी की जान

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विश्व रक्तदाता दिवस
मथुरा। कोरोना काल में भले ही अधिक संख्या में स्वैच्छिक रक्तदाता ब्लड डोनेशन को आगे नहीं आ रहे हैं लेकिन जरूरतमंद को ब्लड उपलब्ध कराया जाता रहा। महामारी के दौरान लगातार अपील की जा रही है कि रक्तदान कर किसी को जीवन उपहार में दें। जन्मदिन, शादी की साल गिरह एवं विशेष अवसरों पर ब्लड डोनेशन करें। सावधानी पूर्वक ब्लड डोनेशन में कोई परेशानी नही है। इधर युवाओं का एक संगठन कोरोना में लगातार सेवाएं देने में लगा हुआ है। वहीं औषधि विभाग द्वारा ब्लड बैंकों पर नजर रखी जाती रही।
रक्त का कोई विकल्प नही है। आवश्यकता पड़ने पर ही लोग अपनों को रक्त देते हैं। न होने की स्थिति में पीड़ित का जीवन संकट में पड़ सकता है। स्वास्थ्य विभाग के पास सीमित साधन हैं। इधर कोरोना के चलते परेशानी हो रही है। वहीं रक्त की पूर्ति के लिए युवा वर्ग के अलावा कई सामाजिक संगठन सक्रिय हैं। कोरोना लॉक डाउन में ब्लड डोनेशन काफी कम हुआ। इसके चलते ब्लड बैंकों में भी ब्लड कम है। रक्तदाता फाउंडेशन के सदस्य ब्लड की कमी नहीं होने दे रहे हैं। युवाओं की यह पहल सराहनीय है। संस्था द्वारा एक कॉल या एक मैसेज पर ब्लड की व्यवस्था करना शुरू कर दिया जाता है। डिमांड पूरी होती है।

पीएचडी छात्रा शिवानी ने रक्त का समझा मूल्य, बनाया छात्राओं का ग्रुप
मथुरा। रक्तदाता फाउंडेशन के ब्लड डोनेशन एवं जरूरतमंदों की सेवा से प्रभावित होकर पीएचडी छात्रा शिवानी चौधरी ने ना केवल ब्लड डोनेशन किया बल्कि अन्य छात्राओं को भी इस मुहिम से जोड़ा। इसके लिए कैंप का आयोजन भी किया गया। कोरोना काल में काफी लोगों की अपने स्तर से मदद की। शिवानी ने अपनी पढ़ाई के साथ रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक कर रहीं हैं बल्कि एक ग्रुप भी बनाया है। गर्ल्स को ऑडिनेटर शिवानी द्वारा बनाए गए इस गु्रप में 200 से अधिक विभिन्न कॉलेजों की छात्राएं जुड़ी हैं। 100 से अधिक छात्राएं जरूरतमंदों के लिए रक्तदान भी कर चुकी हैं।


वैक्सीन लगने 14 दिन बाद करें ब्लड डोनेशन
मथुरा। जिला अस्पताल की रक्त कोष प्रभारी डाक्टर रितु रंजन ने बताया कि कोरोना काल में ब्लड डोनेशन कम हुआ है। लोगों को भ्रम होने लगा कि अस्पताल जाएंगे तो परेशानी हो सकती है। डिमांड को पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है। ब्लड बैंक में सोमवार को कैंप का आयोजन किया जाएगा। ब्लड बैंक में सभी गु्रपों में ब्लड उपलब्ध है। नैगेटिव गु्रप का ब्लड कम है। लोगों से अपील की है कि वह सोमवार को ब्लड डोनेशन करें। कोरोना से सही हुए लोग छह हफ्ते बाद एवं एवं टीका लगने के बाद 14 दिन ब्लड डोनेशन किया जा सकता है। 18 से 60 वर्ष तक का स्वस्थ व्यक्ति ब्लड डोनेशन कर सकता है। ब्लड डोनेशन से रक्त की कमी नहीं होती बल्कि तेजी से ब्लड बनता है।

जरूरतमंदों की सुविधार्थ आज रक्तवीरों का बड़ा परिवार

मथुरा। रक्तदाता फाउंडेशन के संचालक अमित गोयल के अनुसार छोटे से क़स्बे राया से आज से लगभग पांच वर्ष पूर्व 20 अप्रेल 2016 को इसकी स्थापना केवल इस उद्देश्य से को गईं थी कि अगर हम इसके माध्यम से किसी एक व्यक्ति की जिंदगी बचाने ने सहयोग कर पाते हैं तो हमारा उद्देश्य पूरा हो जाएगा। धीरे धीरे हमारे छोटे से पौधे को सभी रक्तवीर साथियों द्वारा अपने रक्त रूपी जल से सींचकर आज एक विशाल परिवार तैयार कर दिया है। रक्तदाता फाउंडेशन का अर्थ है “रक्तवीरों का परिवार एवं जरूरतमंद का विश्वास”। इस पूरे सफ़र ने अब तक कुल 94रक्तदान शिविरों के मध्यम से कुल 4340 यूनिट रक्त अलग अलग रक्तकोसों ने जमा कराया गया है। साथ ही कुल 2310 यूनिट रक्त ज़रूरत पर ऑन कॉल डोनेशन कराया जा चुका हैं। कुल 6650 यूनिट रक्त से कुल मिलकर अभी तक संस्था द्वारा 4380 परिवारों को मदद पहुंचाई जा चुकी है।

नहीं होने दी ब्लड की कमी
मथुरा। सद्भावना ब्लड बैंक के संजीव सारस्वत सारस्वत ने बताया कोरोना काल में रक्त की बहुत कमी हो रही। इसके बाद भी प्रयास किया जाता है कि जरूरतमंद को ब्लड उपलब्ध हो। ब्लड बैंक में विभिन्न गु्रपों का लगभग 30 से 40 यूनिट ब्लड है। समय-समय पर कैंप भी लगवाए जाते हैं,जिससे रक्त की व्यवस्था बनी रहे।

कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा की कराई व्यवस्था
मथुरा। कल्याण ब्लड बैंक के संचालक अमित भारद्वाज ने बताया कि कोरोना काल में कम डोनेशन होने से ब्लड कम है। कोरोना संक्रमितों के लिए ब्लड (प्लाज्मा) की व्यवस्था कराई गई। इससे मरीजों को राहत मिली। विभिन्न ग्रु्रपों में करीब 30 यूनिट ब्लड है। इसकी संख्या घटती-बढ़ती है।


निर्धारित से अधिक रेट लेने पर करें शिकायत
मथुरा। औषधि निरीक्षक एके आनंद ने बताया कि ब्लड बैंकों का समय-समय पर निरीक्षण कर रिकार्ड चेक किए जाते हैं। रेट लिस्ट ब्लड बैंक में लगी है। इससे अधिक कोई धनराशि लेता है तो उसकी शिकायत करें। जांच में पुष्टि होने पर लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है। पूर्व में कार्रवाई भी हुई हैं।
ब्लड डोनेशन अच्छा
मथुरा। आईएमए अध्यक्ष डा.नगेन्द्र गौड़,नर्सिंग होम एसो.के सचिव डा.गौरव भारद्वाज,आईएमए सचिव डा.शिशिर अग्रवाल के अनुसार लोगों को रूटीन में ब्लड डोनेशन करना चाहिए। ब्लड डोनेशन से किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं होती।

रक्त की पूर्ति का प्रयास जारी
मथुरा। रक्तदाता फाउंडेशन के कोऑर्डिनेटर यतेंद्र फ़ौजदार ने बताया कि संस्था द्वारा जिले के साथ साथ आगरा ,अलीगढ़,हाथरस,एवं देहरादून में कार्य कर रही है। साथ ही अन्य सहयोगी संस्थाओ के साथ मिलकर पूरे भारत में रक्त की ज़रूरत की पूर्ति के लिए प्रयास किया जाता है।

कोरोना काल में 39 रक्तदान शिविर
मथुरा। वृंदावन कोऑर्डिनेटर गोविंद खंडेलवाल ने बताया की कोरोना की दोनों लहरों में संस्था द्वारा हर सम्भव मदद का प्रयास किया गया। लगभग सवा साल के इस कोरोना काल में संस्था द्वारा कुल 39 रक्तदान शिविर के माध्यम से 1797 यूनिट रक्त अलग अलग रक्त कोषों में जमा कराया गया। साथ ही 32
मथुरा। राया कोऑर्डिनेटर शुभम अग्रवाल ने कहा कि इस रक्तदाता दिवस पर 18 साल से ऊ पर के हर स्वस्थ व्यक्ति की शपथ लेनी चाहिए की वो एक साल में कम से कम दो बार रक्तदान कर इस मुहिम का हिस्सा बनेगा और रक्त की कमी से किसी परिवार की ख़ुशियों को नहि छिनने देगा।
एक कॉल-एक मैसेज पर सक्रिय हो जाती संस्था
मथुरा। राया कोऑर्डिनटोर कुशल अग्रवाल ने सभी रक्तवीर साथियों एवं सहयोगियों का आभार प्रकट किया। बताया कि मयंक अग्रवाल ,मोहित अग्रवाल, शुभम गोयल, एड.आशीष गोयल,सौरभ अरोरा,मोहित गुप्ता,राहुल लवानिया ,अमन अग्रवाल,राजकुमार कुंतल ,प्रिन्स खंडेलवाल ,प्रीत अग्रवाल एवं गोपाल खंडेलवाल आदि सदस्य लगातार रक्तवीरों के सहयोग से जरूरतमंद की मदद करने का पूरा प्रयास करते हैं।

जिले में कुल 11 ब्लड बैंक है
-सद्भावना ब्लड बैंक(कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा सुविधा)
-रोटरी ब्लड बैंक
-जिला अस्पताल में संचालित ब्लड बैंक
-लाइफ केयर ब्लड बैंक
-मां केला ब्लड बैंक
-कल्याण ब्लड बैंक
-केडी हॉस्पिटल ब्लड बैंक
-नयति ब्लड बैंक(कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा सुविधा)
-केएम मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक
-रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम हॉस्पिटल ब्लड बैंक
-कोसी में मां महारानी ब्लड बैंक

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