आश्रय सदन में रह रहीं महिलाओं की सेहत का रखा जा रहा खास खयाल

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चैतन्य विहार के महिला आश्रय सदन प्रथम व द्वितीय और सीताराम महिला आश्रय सदन में रोज हो रहा सेनेटाइजेशन

मथुरा। वृंदावन के तीनों सरकारी आश्रय सदनों में रहने वाली विधवा माताओं को कोविड-19 से सुरक्षित रखने के हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं | उनको लगातार कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए बरती जाने वाली जरूरी सावधानी के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
वृंदावन के चैतन्य विहार महिला आश्रय सदन प्रथम व द्वितीय व सीताराम महिला आश्रय सदन में रहने वाली कुल कुल 183 माताओं में से इस समय 113 माताएं मौजूद हैं , 70 माताएं अवकाश पर हैं । वृंदावन में कई अन्य आश्रय सदन विभिन्न संस्थाओं के हैं। इन सभी में भी विधवाओं को रखा जा रहा है।
हाईकोर्ट के आदेश पर आन लाइन निरीक्षण व संगोष्ठी की गयी जिसकी अध्यक्षता सोनिका वर्मा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गई। चैतन्य बिहार महिला आश्रय सदन प्रथम, द्वितीय व सीताराम महिला आश्रय सदन वृंदावन के प्रभारी संतोष मिश्रा व अधीक्षिका गीता दीक्षित, प्रियंका सिंह ने इन सदनों में विधवा माताओं को कोविड से बचाने के प्रयासों से अवगत कराया।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि इस महामारी के दौर में विधवा माताओं को कोविड से बचाने के लिए उच्च न्यायालय तथा केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन करना हम सभी का कर्तव्य है।
माताओं व सदनों के कर्मचारियों के हित के लिए मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तथा सभी का समय-समय पर साबुन या हैंडवाश से हाथ धोते रहना अति आवश्यक है।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए सचिव सुश्री वर्मा द्वारा निर्देशित किया गया कि पॉजिटिव पाई गई माताओं को सामान्य माताओं से अलग कक्ष में अथवा अस्पताल में चिकित्सक की सलाह के अनुसार मास्क के प्रयोग के साथ उचित दूरी पर रखा जाए। उनके स्वास्थ्य व चिकित्सक के परामर्श के अनुरूप भोजन व दवा इत्यादि की व्यवस्था रहे। तीनों आश्रय सदनों के परिसर, बरामदों व माताओं के कक्षों की साफ सफाई उचित प्रकार से नियमित की जाए। अधीक्षक गीता दीक्षित ने सदन की स्थिति बताई।

अक्षय पात्र से निःशुल्क भोजन
वृंदावन। महिला कल्याण निगम द्वारा 1850 रुपये प्रति माह सीधे उनके बैंक खाते में भेजे जाते हैं। माताओं को अक्षय पात्र संस्था की ओर से प्रतिदिन सुबह का भोजन मिलता है। सभी माताओं के अंत्योदय राशन कार्ड बने है जिसमें उन्हें 20 किलो गेंहू, 15 किलो चावल प्रति माह प्राप्त होता है।

कोराना काल में सैम्पलिंग
वृंदावन। राज्य सरकार द्वारा कोरोना काल में विगत दो माह से पांच किलो निःशुल्क अनाज भी उन्हें प्राप्त हो रहा है । निगम के द्वारा सदन में कॉमन किचन का निर्माण कार्य फिनिशिंग स्टेज पर है। सभी माताओं के प्रति माह एक अथवा एक से अधिक बार कोविड टेस्ट कराया जाता है। जो माता कोविड पॉजिटिव होती है उन्हें उपचार हेतु तुरंत अस्पताल भेज दिया जाता है।


निगेटिव रिपोर्ट पर सदन में प्रवेश
वृंदावन। माताओं के अस्पताल से वापस आने पर उन्हें कुछ समय के लिए अन्य माताओं से अलग रखा जाता है। सभी माताओं को मास्क, साबुन, सेनेटाइजर दिए गए हैं। यदि कोई माता जनपद से बाहर अपने रिश्तेदारों के यहाँ कुछ दिनों के लिए जाती है तो उस माता की कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही सदन में प्रवेश दिया जाता है।

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