-कुल 72 किशोर निरूद्ध, हाईकोर्ट के आदेश पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित
-किशोरों व कर्मचारियों द्वारा हैंडवाश अथवा साबुन से बार बार हाथ धोये जा रहे
मथुरा। स्वास्थ विभाग के समक्ष राजकीय संप्रेक्षण गृह में रह रहे किशोरों को कोविड से बचाने की चुनौती अभी भी बनी हुई है। शासन ने हाईकोर्ट के आदेश पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं।
राजकीय संप्रेक्षण गृह के प्रभारी हरिश्चंद्र वर्मा ने बताया कि राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) में कुल 72 किशोर निरूद्ध हैं, जिनमें जनपद मथुरा के 48 तथा हाथरस के 24 किशोर हैं।
वर्तमान में कोई किशोर अथवा संस्था का कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव नहीं है। विगत 01 जून 2021 को सभी किशोरों व कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई गई है, जिसकी रिपोर्ट अभी आना शेष है।
संस्था में प्रतिदिन सुबह शाम साफ सफाई कराई जाती है। सुबह शाम दो टाइम सेनेटाइजर कराया जाता है तथा फिनायल का पोंछा लगाया जाता है। सभी किशोरों व कर्मचारियों द्वारा हैंडवाश अथवा साबुन से बार बार हाथ धोये जाते हैं।
किशोरों के उपचार हेतु सीएमओ ऑफिस से डॉ के के माथुर को नियुक्त किया गया है, जो सप्ताह में प्रत्येक सोमबार को उपस्थित होकर किशोरों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हैं।
संस्था में प्रवेश करने वाले व्यक्ति का मुख्य गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग एवं सेनेटाइज किया जाता है। सभी किशोरों को मास्क का प्रयोग कराया जा रहा है। नवीन किशोरों को प्रवेश के 15 दिन तक अलग कक्ष में कॉरन्टीन रूप में रखा जाता है तथा जांच की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हें अन्य किशोरों के साथ रहने की अनुमति दी जाती है।
कोविड जांच के लिए प्रथक से चिकित्सक आते हैं।
जनपद न्यायाधीश यशवंत कुमार मिश्र के निर्देशानुसार कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए साक्षरता शिविर का आयोजन जनपद न्यायालय मथुरा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर), मथुरा से किया गया। इस ऑनलाइन विधिक साक्षरता शिविर की अध्यक्षता सुश्री सोनिका वर्मा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मथुरा द्वारा की गई।
इस अवसर पर राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर), मथुरा के प्रभारी हरिश्चंद्र वर्मा उपस्थित रहे। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मथुरा सुश्री वर्मा द्वारा कोरोना के बढ़ते हुए प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए संस्था में निरुद्ध किशोर अपचारियों की सुरक्षा हेतु बताया गया कि इस महामारी के दौर में उच्च न्यायालय तथा केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन करना हम सब का कर्तव्य है। किशोर अपचारियों के हित के लिए मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तथा सभी का समय-समय पर हाथ धोते रहना अति आवश्यक है।
कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए सचिव सुश्री वर्मा द्वारा निर्देशित किया गया कि पॉजिटिव पाए गए किशोर अपचारियों को अन्य से अलग कक्ष में मास्क के प्रयोग के साथ उचित दूरी पर रखा जाए तथा उनके स्वास्थ्य व चिकित्सक के परामर्श के अनुरूप भोजन व दवा इत्यादि की व्यवस्था रहे। हाथरस निवासी पवन कुमार का कहना है कि संप्रेक्षण गृह में रह रहे सभी किशोरों को सैनिटाइज से हाथ साफ करना एवं अन्य उपाय सिखाये जा रहे हैं।