मथुरा। शिशु गृह में 22 बच्चों के संक्रमित होने का उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। बाल आयोग के अध्यक्ष डा़ विशेष गुप्ता इस प्रकरण में जिलाधिकारी से जवाब मांगा है।
सिविल लाइन क्षेत्रान्तर्गत राजकीय बाल गृह में दो दिन पूर्व 22 बच्चे और 6 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए थे। इस पर चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट और महफूज संस्था के समन्वयक नरेश पारस ने ट्वीट के माध्यम से उप्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग को प्रकरण की जानकारी दी। ट्वीट का आयोग के अध्यक्ष डा विशेष गुप्ता ने संज्ञान लिया। उन्होंने पत्र भेजकर शिशु गृह में 22 बच्चे संप्रेक्षण गृह में 52 किशोरों के संक्रमित होने पर डीएम से जबाव मांगा है। साथ ही इस बात पर भी नाराजगी जताई है कि आयोग ने पूर्व में पत्र प्रेषित कर गृहों में आवासित नाबालिग बच्चों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन कराए जाने के लिए निर्देश दिए गए थे, किंतु संस्थाओं में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम में लापरवाही की गई जो कि खेदजनक है।
इन बिन्दुओं पर मांगा जबाव
1़ संक्रमित बच्चों के उपचार के लिए की गई कार्रवाई।
- गृह में आवासित अन्य बच्चों के संक्रमित न होने को क्या सकारात्मक प्रयास किए गए।
3़ आयोग के आदेश के अनुपालन में बाल गृहों में कार्यरत कर्मचारियों का कोविड-19 टीकाकरण गया गया अथवा नहीं - जनपद के अन्य गृहों में कोविड-19 के बचाव के लिए क्या कार्रवाई की गई
- जनपद में बच्चों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया अथवा नहीं