मथुरा। कोरोना काल से पहले रिकाॅर्डों के करीब पहुंचते हुए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने ऑनलाइन एवं कैंपस रिक्रूटमेंट के माध्यम से अब तक 800 से अधिक छात्रों को 140 से अधिक कंपनियों में रोजगार दिलाने में सफलता हासिल की है। इस रिकाॅर्ड में 150 से अधिक छात्रों को दो अथवा तीन कंपनियों में चयन होने का भी अवसर मिला है।
नए प्लेसमेंट रिकाॅर्ड की अगर बात की जाय तो इस बार जीएलए विश्वविद्यालय ने वर्तमान सत्र के छात्रों को ऑनलाइन रोजगार दिलाने में अह्म भूमिका निभाई है, जबकि कैंपस रिक्रूटमेंट करने के लिए कंपनियां अब कदम बढ़ा रही हैं। अब तक 120 से अधिक कंपनियां माइक्रोसाॅफ्ट, सेमसंग आइरेक्स, मोंटेकार्लो, टेक्नोवर्ट, सीडीके ग्लोबल, जेमिनी साॅल्यूषन, एनालाइटिक्स विद्या, जीनस ग्रुप, कोंटाटा सोल्युशन, आईसीआईसीआई लाइफ, सिक्याॅर मीटर, जारो इंस्टीट्यूट, असेंचर, फेयर लेब्स, सहज साॅफ्टवेयर, हाइक एजुकेशन, दफोदिल, मैट्रिक स्ट्रीम, एल्गोस्केल आदि ने ऑनलाइन एवं 15 से अधिक कंपनियां एजीरा टेक, इब्यूलिएंट सिक्याॅरटीज, केसाॅल्वस इंडिया, टेक सिस्टम, मायएनाटाॅमी, एनोलिटिक्स आदि ने कैंपस रिक्रूटमेंट तथा 5 से अधिक कंपनियां गीतांजलि होमस्टेट, फ्रेनोलेक्सी, ओम लाॅजिस्टिक आदि ने आॅफ कैंपस के माध्यम से 800 से अधिक छात्रों को रोजगार दिया है।
इसके अलावा अब भी 25 से अधिक कंपनियों में प्लेसमेंट ऑफर मिलने का छात्रों को इंतजार है, क्योंकि 15 से अधिक कंपनियां आॅनलाइन एवं 8 से अधिक कंपनियां लिखित और मौखिक परीक्षा लेकर रूबरू हो चुकी हैं। इंतजाररत सिफी टेक्नोलाॅजी, एम इंडिया, अशी इंडिया, अवसर वेंचर, कोटक महिंद्रा, आईनाॅक्स गु्रप, फिन बाॅक्स, निपा इंटरनेशनल, लाॅजिक लैडर टेक्नोलाॅजी, स्प्रिंग वर्क्स आदि कंपनियों का परिणाम आते ही 100 से अधिक छात्रों के चयन होने की संभावना है। अधिक से अधिक छात्रों को रोजगार दिलाने के लिए ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की टीम कंपनियों से संपर्क साधकर छात्रों को रोजगार दिलाने के लिए प्रयासरत है।
छात्रों के चयन से खुश जीएलए के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने कहा कि हौंसला मजबूत और इरादा सफलता हासिल करने का हो तो कठिनाइयां भी सहज हो जाती हैं और सपनों की परवाज को सफलता का आसमान अपनी बुलंदियां सौंप देता है। ऐसा ही कुछ जीएलए के बीटेक, बीबीए, बीकाॅम, बीसीए, बीएससी, डिप्लोमा, एमबीए, एमएससी, एमसीए के छात्रों में देखने को मिलता है। चयनित हुए छात्रों ने विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट शिक्षा के बल पर रोजगार हासिल किया है।
उन्होंने बताया कि जीएलए की खास बात यह है कि लर्निंग के साथ-साथ अर्निंग भी शुरू हो जाती है। एक वर्ष पहले से ही सैकड़ों छात्रों की कंपनी में इंटर्नर्शिप के साथ-साथ 20 से लेकर 50 हजार माह तक की अर्निंग शुरू हो जाती है, जिससे जीएलए को दूसरे संस्थानों से अलग आंका जाता है।