शेष बचे कार्य को रात दिन में पूरा करें
संस्कृति ग्राम में स्थानीय कलाकार 84 कोस की महिमा की झलक प्रस्तुत करेंगे
-अतिक्रमण मुक्त कराया गया कुम्भ क्षेत्र संरक्षित होगा
-17 छोटी-बड़ी पार्किंग बना, मेला क्षेत्र को वाहनों से मुक्त रखा जाएगा
मथुरा। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बुधवार को
वृंदावन में आयोजित होने जा रहे ‘भव्य-दिव्य और ईको फ्रेंडली’ कुंभ की तैयारियों के संबंध में अधिकारियों के साथ निरीक्षण कर बैठक की। उन्होंने 11 फरवरी तक तैयारियों को अंतिम रूप देने के संबंध में संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है।
श्री चहल ने कहा की कुंभ क्षेत्र को भविष्य के लिए संरक्षित करने हेतु पूरे क्षेत्र को पर्यावरण के अनुकूल विकसित करें। 120 एकड़ कुंभ क्षेत्र और उससे सटे हुए क्षेत्र को आगे के लिए भी संरक्षित रखें।
जिलाधिकारी ने कहा कि संतों व अखाड़ों के 250 पांडालों में सभी बुनियादी सुविधाओं के इंतजाम हों। इसके अलावा श्रद्धालुओं और कार्यरत स्टाफ को स्वच्छ पेयजल, टॉयलेट, यूरिनल और चेंजिंग रूम की कमी का सामना न करना पड़े इसलिए पर्याप्त प्रावधान हों।
पूरी दुनिया से आये लोग ब्रज की संस्कृति व 84 कोस की महिमा से अवगत होंगे। श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित थीम पर 8 प्रवेश द्वारों का निर्माण हो रहा है। 40 दिन तक स्थानीय कलाकार, रास लीला दल, शास्त्रीय कार्यक्रमों के कलाकार भक्ति पूर्ण कला का लगातार मंचन करें।
मेला क्षेत्र में वाहनों पर प्रतिबंध लगाने और ई रिक्शा जैसे प्रदूषण मुक्त वाहन चलाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग समन्वय बनाकर तेजी से कार्यों को पूरा करें ताकि आमजन को असुविधा न हो।
जिलाधिकारी ने पेयजल, लोक निर्माण, नगर निगम, विद्युत के कार्यों पर विशेष नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कल तक सभी कार्यों को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पेयजल एवं लोक निर्माण विभाग अपने कार्यों में तेजी नहीं लाये तो अधिकारी एवं ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने वर्चुअल मीटिंग कर कार्यों की जानकारी प्राप्त की। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर, नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार, मेला अधिकारी/उपाध्यक्ष एमवीडीए नगेन्द्र प्रताप सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण उपिस्थत थे।