‘कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक’ के नाम से जाना जाएगा वृंदावन कुंभ, कार्यक्रम के दौरान सभी पार्किंग होंगी निशुल्क

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मथुरा। वृंदावन कुंभ को अब सरकारी रिकॉर्ड में कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक वृंदावन के नाम से जाना जाएगा। साथ ही कुंभ के आयोजन के दौरान वृंदावन में सभी पार्किंग पूरी तरह से निशुल्क होंगी और ई-रिक्शे की दरें व रूट निर्धारित किए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं का आर्थिक शोषण न हो सके। आयोजन स्थल पर मुख्यत: साधु संतों के लिए स्थान दिया जाएगा, किसी अन्य संस्था के लिए बचे हुए स्थान से संतोष करना पड़ेगा। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण ने यातायात और आवंटन समिति की बैठकों में इसका निर्णय लिया है।

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बढ़ गई है। इसी के तहत शुक्रवार को मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण में यातायात समिति और आवंटन समिति की बैठकें आयोजित हुईं, जिनमें महत्वपूर्ण निर्णय हुए हैं। इस बारे में एमवीडीए के उपाध्यक्ष नागेंद्र प्रताप ने बताया कि यातायात संचालन को लेकर वृंदावन में 17 पार्किंग तैयार की जाएंगी। यातायात समिति की बैठक में सामान्यत: पार्किंग किन-किन सड़कों पर होंगी। पार्किंग स्थलों के चयन के साथ ही यह भी तय किया गया कि पार्किंग पर किसी तरह की फीस नहीं ली जाएंगी। पार्किंग में सभी तरह की जनसुविधाएं होंगी। इस बार पार्किंग के कोई टेंडर नहीं होंगे। एमवीडीए के उपाध्यक्ष ने बताया कि ई-रिक्शा की दरें तय की जाएंगी, साथ ही उनके रूट भी तय होंगे। उन्होंने बताया कि आवंटन समिति की बैठक में इस बात पर विचार विमर्श हुआ कि आयोजन में कितने कथाव्यासों के पांडाल लगेंगे और कहां लगेंगे। इस बारे में निर्णय हुआ है कि मेले का मुख्य स्थान साधु संतों के लिए ही है। बाकी बचे हुए स्थान को अन्य संस्थाओं को दिया जाएगा। उपाध्यक्ष ने एक महत्वपूर्ण बात यह भी बताई कि अब संत समागम का नाम कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक वंृदावन नाम होगा।

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